Situationship: क्या है सिचुएशनशिप? इसके संकेत और क्यों ये नई जनरेशन के बीच हो रहा है तेजी से पॉपुलर
Situationship युवा पीढ़ी के बीच रिलेशनशिप का एक ट्रेंड बहुत तेजी से पॉपुलर हो रहा है और वो है सिचुएशनशिप। जिसमें रिलेशनशिप में की जाने वाली किसी भी चीज़ का कोई प्रेशर नहीं होता खासतौर से कमिटमेंट का। कुछ मामलों में ये सही है तो कुछ मामलों में खराब भी तो आइए विस्तार से जानते हैं सिचुएशनशिप के बारे में।

नई दिल्ली, लाइफस्टाइल डेस्क। Situationship: बदलते जमाने के साथ लोगों के फैशन और लाइफस्टाइल में ही बदलाव नहीं आया है, बल्कि ये बदलाव रिलेशनशिप में भी देखने को मिल रहा है। हमारी आज की पीढ़ी हर एक चीज़ में आगे है। जो उनकी सोच, पहनावे, रहन-सहन में भी झलकता है, लेकिन क्या आपने कभी ये इमेजिन किया था कि बदलते जमाने में प्यार, रिलेशनशिप के भी तौर-तरीके बदल जाएंगे। आज पुरुषों से लेकर महिलाएं तक डेटिंग एप का इस्तेमाल कर रहे हैं। लोग सिंगल रहना ज्यादा पसंद कर रहे हैं और अगर शादी के बाद आपस में बन नहीं रही, तो एक-दूसरे को झेलने के बजाय अलग होने में बिल्कुल संकोच नहीं कर रहे हैं। मतलब सब कुछ एकदम क्लियर कट। ऐसे ही नए-नए ट्रेंड्स में एक और टर्म बहुत तेजी से पॉपुलर हो रहा है और वो है सिचुएशनशिप। वैसे तो थोड़ा-बहुत नाम से समझ आ ही रहा है, लेकिन आइए और विस्तार से जानते हैं क्या है ये सिचुएशनशिप? इसके फायदे व नुकसान और कैसे समझें कि आप रिलेशनशिप में नहीं, बल्कि सिचुएशनशिप में हैं।
क्या है सिचुएशनशिप?
सिचुएशनशिप 2 शब्दों 'सिचुएशन' और 'रिलेशनशिप' से मिलाकर बना है। जो पूरी तरह सिचुएशन पर डिपेंड करता है। मतलब किसी तरह का कोई प्रेशर नहीं होता रिलेशनशिप को चलाने और कमिटमेंट का। लोग रोमांस और शारीरिक जरूरतों को पूरा करने के लिए एक साथ आते हैं। वैसे कुछ लोग टाइम पास के लिए भी इसमें आते हैं।
सिचुएशनशिप के फायदे व नुकसान
- सिचुएशन में किसी के ऊपर किसी भी तरह का प्रेशर नहीं होता। आप अपनी मर्जी और खुशी से इस रिश्ते में होते हैं, लेकिन समझ न आए, तो साथी को बिना कुछ एक्सप्लेन किए छोड़ भी सकते हैं।
- सिचुएशनशिप पर्सनल डेवलपमेंट के साथ अपने आपको जानने-समझने का भी मौका देती है। कई बार आपको अपनी प्रियोरिटीज के बारे में भी रिलेशनशिप में आने के बाद ही पता लगता है।
- सिचुएशनशिप में फ्लेक्सिबिलिटी होती है, मतलब कोई वादे, दिखावे नहीं करने पड़ते और न ही एक-दूसरे से सवाल-जवाब का चक्कर होता है। कई मायनों में ये अच्छा है।
सिचुएशनशिप में संकेत
- अगर आपका पार्टनर आपको अपने दोस्तों और रिश्तेदारों से मिलवाना अवॉयड करता है। पब्लिक प्लेसेज में आपके साथ आने व रहने से बचता है, तो इसका मतलब आप सिचुएशनशिप में हैं।
- अकेले में तो आपका पार्टनर आपको बहुत भाव देता है, लेकिन सोशल गैदरिंग में वो आपको अकेला छोड़ देता है, तो ये भी सिचुएशनशिप में होने की निशानी है।
- सिचुएशनशिप में लोग अपने रिश्ते को नाम नहीं देते। किसी भी तरह की जिम्मेदारी नहीं लेते। बिल्कुल फ्री रहना पसंद करते हैं। अगर आपका पार्टनर भी ऐसा कर रहा है, तो इसका मतलब समझ जाएं।
- पार्टनर वैसे तो बहुत क्लोज हैं, लेकिन बहुत ज्यादा इमोशनल अटैचमेंट और किसी तरह के कमिटमेंट से बच रहा है, तो यहां मामला क्लीयर है कि आप सिचुएशनशिप में हैं।
- आप और आपका पार्टनर लंबे वक्त से रिलेशनशिप में है, लेकिन ऑफिशियली रिश्ते को एक्सेप्ट करने से डरते हैं, तो आप सिचुएशनशिप में हैं।
क्या फ्रेंड्स विद बेनिफिट्स और सिचुएशनशिप एक ही है?
सिचुएशनशिप के कई सारे संकेत फ्रेंड्स विद बेनिफिट्स से मिलते-जुलते लग सकते हैं, लेकिन ये पूरी तरह से एक-दूसरे से अलग हैं। दोनों में काफी अंतर होता है। फ्रेंड्स विद बेनिफिट्स में दो फ्रेंड्स एक- दूसरे के साथ रिलेशनशिप में होते हैं अपने-अपने फायदों के लिए वहीं सिचुएशनशिप किसी अंजान इंसान के साथ भी हो सकता है।
Pic credit- freepik
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