उसने कहा 'Let’s Keep It Casual', तुमने दिल दे दिया! खतरनाक है एकतरफा प्यार; कैसे निकलें इससे बाहर?
प्यार एक खूबसूरत एहसास है। हालांकि आज कल सिचुएशनशिप में रहना लोग ज्यादा पसंद करते हैं। कई बार लोग एकतरफा प्यार में पड़ जाते हैं। ऐसे रिश्ते में जहां दूसरा व्यक्ति कमिटेड नहीं है दिल टूटना लाजमी है। प्रोफेसर अनविति गुप्ता ने इससे बाहर निकलने के लिए कई टिप्स दिए हैं।

लाइफस्टाइल डेस्क, नई दिल्ली। प्यार एक खूबसूरत एहसास है। ये आपकी जिंदगी को हसीन बना देता है। जब आपको प्यार होता है आपकी जिंदगी पूरी तरह से बदल जाती है। ये वो दौर होता है जब आप सब कुछ भूल जाते हैं। बस ख्याल रह जाता है तो सिर्फ अपने पार्टनर का। हालांकि अब लोगों ने प्यार जैसे शब्द को कई नाम दे दिए हैं। अब प्यार भरे रिश्ते भी पहले जैसे नहीं रहे हैं।
आए दिन रिलेशनशिप की दुनिया में आपको कुछ न कुछ नया सुनने को जरूर मिलता है। इन्हीं में से Situationship एक है। ये ट्रेंड भले ही पुराना हो गया हो लेकिन आज भी ज्यादातर लोग सीरियस रिलेशनशिप की बजाय सिचुएशनशिप में होना ज्यादा सही समझते हैं। ये एक ऐसा रिश्ता है जिसमें कोई आपके साथ सिर्फ तब तक रहता है जब तक उसे आपसे बेहतर ऑप्शन नहीं मिल जाता है। हालांकि इस तरह के रिश्ते लंबे समय तक नहीं टिक पाते हैं।
कुछ लोग ऐसे भी होते हैं जाे इस रिश्ते में गलतियां कर बैठते हैं। वे इस रिश्ते को प्यार समझ लेते हैं। जब उन्हें अपने पार्टनर से वही प्यार या रिस्पॉन्स नहीं मिलता है तो उनका दिल टूट जाता है। दिल टूटने का दर्द तो वही समझ सकता है जिस पर बीतती है। ये लड़का हो या लड़की, किसी के साथ भी ऐसा हो सकता है। अगर आप भी Situationship में होने के बावजूद एकतरफा प्यार में पड़ चुके हैं और वहां आपको सिर्फ दर्द मिल रहा है तो हम आपको मूव ऑन करने के तरीके बताने जा रहे हैं। इसके लिए हमने प्रोफेसर डाॅक्टर अनविति गुप्ता (डीन, शारदा स्कूल ऑफ Humanities एंड सोशल साइंस) से बातचीत की। आइए बातचीत के कुछ अंश जानते हैं -
प्रश्न- अगर कोई situationship में है और एकतरफा प्यार में बहुत गहराई से फंस चुका है, तो सबसे पहले उसे क्या करना चाहिए?
उत्तर- सबसे पहले उसे सच्चाई को स्वीकार करना आना चाहिए। उन्हें ये समझने की जरूरत है कि ये रिश्ता बराबरी वाला नहीं है। अपनी भावनाओं की कद्र करें लेकिन खुद से सवाल करें कि क्या ये उनकी भलाई के लिए है? जरूरत हो तो किसी भरोसेमंद से बात कर सकते हैं।
प्रश्न- कई बार लोग इस उम्मीद में रहते हैं कि शायद एक दिन सामने वाला भी प्यार करेगा, ये कितना ठीक है?
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उत्तर- उम्मीद पर दुनिया टिकी है। उम्मीदें रखना अच्छी बात है, लेकिन अगर आप लंबे समय उम्मीद रखेंगे तो ये आपके लिए खतरनाक हो सकता है। कई बार उसके दिल को इतनी चोट पहुंचती है जिससे उसके लिए इस दर्द से निकलना मुश्किल भरा हो सकता है। कई बार डिप्रेशन का शिकार भी हाेना पड़ता है।
प्रश्न- इस तकलीफ से कैसे निकला जाए?
उत्तर- खुद को समय दें। ये समझने की कोशिश करें कि किसी भी दर्द से बाहर निकलने में समय लगता है। ऐसे में आपको उन चीजों से दूरी बना लेनी चाहिए जो आपको बार-बार तकलीफ दे। आप अपनी हॉबीज पर ध्यान दे सकते हैं। खुद को बिजी रखें।
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प्रश्न- ऐसे हालात में Boundaries बनाना कितना जरूरी होता है और इसे कैसे किया जाए?
उत्तर- इस तरह की कंडी(शन में आपको एक लिमिट बना लेनी चाहिए। ये करना बहुत जरूरी होता है ताकि आपकी मानसिक शांति बनी रहे। आपको अपनी फीलिंग्स को स्पेस देना भी जरूरी है।
प्रश्न- सामने वाला mixed signal दे तो क्या करें?
उत्तर- मिक्स्ड सिग्नल्स का मतलब ये है कि सामने वाला इंसान इस बात को लेकर कंफ्यूज है कि वो कमिटेड है या नहीं। अगर वो वाकई आपकी परवाह करता होगा तो वो आपको कभी अकेला नहीं छोड़ेगा।
प्रश्न- खुद को कैसे heal करें?
उत्तर- सबसे पहले अपने दर्द को नजरअंदाज करने के बजाय उसे स्वीकारें। जर्नलिंग करें, किसी दोस्त यसे बात करें। जरूरत पड़े तो थेरेपिस्ट के पास जाएं। खुद को फिर से पहचानें और उन चीजों में शामिल हों जो आपको खुशी देती हैं। हालांकि ये आसान नहीं है, लेकिन आपको ये करना पड़ेगा।
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