Trending

    Move to Jagran APP
    pixelcheck
    विज्ञापन हटाएं सिर्फ खबर पढ़ें

    हर पिता को अपने टीनेजर बेटे को सिखानी चाहिए ये आदतें, जीवन में कभी नहीं होना पड़ेगा शर्मिंदा

    हर पिता अपने टीनेजर बेटे के जीवन में एक मार्गदर्शक और आदर्श की तरह होते हैं जो उसे आत्मनिर्भरता सही-गलत की समझ असफलता से न घबराना महिलाओं का सम्मान करना आत्मरक्षा अनुशासन सिखाते हैं। ये सीख बेटे को न केवल एक सफल इंसान बनाती हैं बल्कि उसे जीवन की चुनौतियों का सामना करने के लिए भी तैयार करती हैं।

    By Jagran News Edited By: Harshita Saxena Updated: Wed, 14 May 2025 08:25 AM (IST)
    Hero Image
    हर पिता को अपने टीनएज बेटे को सिखानी चाहिए ये बातें (Picture Credit- Freepik)

    लाइफस्टाइल डेस्क, नई दिल्ली। एक पिता सिर्फ अपने परिवार का पालन-पोषण करने वाला ही नहीं होता, बल्कि अपने बच्चों का मार्गदर्शक, प्रेरणास्त्रोत और सबसे बड़ा संरक्षक भी होता है। खासकर अगर वह एक बेटे का पिता है, तो किशोरावस्था एक ऐसा समय होता है, जब उनका बेटा शारीरिक, मानसिक और भावनात्मक बदलावों से गुजरता है।

    विज्ञापन हटाएं सिर्फ खबर पढ़ें

    इस दौरान उसे सही दिशा दिखाने में सबसे अहम भूमिका पिता की ही होती है। पिता अपने अनुभवों और व्यवहार से अपने बेटे को जीवन की महत्वपूर्ण बातें सिखाते हैं, जो उसे एक अच्छा इंसान और सफल व्यक्ति बनने में मदद करती हैं। यहां ऐसी कुछ जरूरी बातों के बारे में बताया गया है, जिसके बारे में हर पिता को अपने बेटे को बताना चाहिए-

    आत्मनिर्भरता और जिम्मेदारी

    एक को अपने पिता बेटे को जीवन में आत्मनिर्भर बनना क्यों जरूरी है, यह जरूरी बताना चाहिए। उन्हें छोटे-छोटे फैसले खुद लेने, फाइनेंशियल समझ विकसित करने और अपने कार्यों की जिम्मेदारी लेना भी सिखाना चाहिए, जो भविष्य में बेहद में जरूरी है।

    यह भी पढ़ें-  अगर आपका बच्चा भी देता है हर बात का उल्टा जवाब, तो सुधारने के लिए आजमाएं 5 Parenting Tips

    सही और गलत में फर्क करना

    एक पिता ही बेटे को नैतिकता और ईमानदारी का महत्व समझा सकता है और उन्हें यह बता सकता है कि हर परिस्थिति में सही रास्ता चुनना और अपने मूल्यों पर टिके रहना क्यों जरूरी है।

    असफलता से डरना नहीं

    पिता को अपने बेटे को सिखाना चाहिए कि असफलता जीवन का हिस्सा है और हार से डरने की जगह सबक लेना चाहिए और दोबारा प्रयास करने की प्रेरणा लेनी चाहिए।

    महिलाओं का सम्मान करना

    पिता ही अपने बेटे को अपने व्यवहार और शब्दों से सिखाते हैं कि महिलाओं के प्रति सम्मानजनक व्यवहार अपनाना कितना जरूरी है।

    आत्मरक्षा और मुश्किल समय में साहस

    इस उम्र में बेटे की चुनौतियां बढ़ जाती हैं। ऐसे में पिता को सिखाना चाहिए कि शारीरिक और मानसिक रूप से मजबूत कैसे बना जाए और मुश्किल समय में हिम्मत कैसे रखी जाए।

    अनुशासन और समय प्रबंधन

    पिता को यह बताना चाहिए कि समय की कद्र करने वाला व्यक्ति ही अपने लक्ष्यों को प्राप्त कर सकता है, क्योंकि सफलता के लिए अनुशासन और समय का सही उपयोग जरूरी है।

    भावनात्मक संतुलन बनाए रखना

    एक पिता होने के नाते आपको अपने बेटे को यह सिखाना चाहिए कि गुस्सा, निराशा और उत्साह को कैसे संतुलित किया जाए।

    दोस्ती और नेटवर्किंग का महत्व

    सही दोस्त और मजबूत नेटवर्क जीवन में सफलता दिलाने में मदद करते हैं। बेटे को पिता से यह सिखना चाहिए कि अच्छे और बुरे दोस्तों में फर्क कैसे किया जाए।

    समाज और परिवार के प्रति जिम्मेदारी

    एक पिता ही बेटे को सिखाते हैं कि समाज के प्रति उसकी जिम्मेदारी क्या है। वे उसे एक अच्छा नागरिक बनने और परिवार के मूल्यों को बनाए रखने का महत्व भी समझाते हैं।

    यह भी पढ़ें- बच्चे को 10 साल की उम्र से पहले ही सिखा दें 5 Life Skills, सफलता की दौड़ में कभी नहीं रहेंगे पीछे