क्यों तलाक के बजाय Marriage Graduation को चुन रहे कपल्स? जानें इस जापानी ट्रेंड के बारे में सब कुछ
जापान में मैरिज ग्रेजुएशन (Marriage Graduation) नाम का एक नया रिलेशनशिप ट्रेंड इन दिनों खूब चर्चा में है। यह पारंपरिक शादी के रिश्तों को नए नजरिए से देखने का तरीका है। इसमें पति-पत्नी आपसी सहमति से अलग जीवन जीने का निर्णय लेते हैं बिना तलाक की कड़वाहट और तनाव के।
लाइफस्टाइल डेस्क, नई दिल्ली। भारत में शादी को एक पवित्र बंधन माना जाता है। शादी के बाद पति-पत्नी एक दूसरे के पूरक बन जाते हैं। लेकिन दुनिया भर में आजकल शादियों को कई तरह से देखा जाने लगा है। हाल के दिनों में जापान में एक नया रिलेशनशिप ट्रेंड सामने आया है, जिसकी खूब चर्चा हो रही है। इस ट्रेंड को मैरिज ग्रेजुएशन (Marriage Graduation) का नाम दिया गया है।
ये ट्रेंड पारंपरिक शादी के रिश्तों को एक नए नजरिए से देखने की कोशिश है। इसे तलाक का ऑप्शन भी माना जा रहा है। हालांकि, ये कोई नया ट्रेंड नहीं है, बल्कि इसकी शुरुआत साल 2000 में हुई थी। आज का हमारा लेख भी इसी विषय पर है। हम आपको मैरिज ग्रेजुएशन के बारे में पूरी जानकारी देने जा रहे हैं। आइए जानते हैं विस्तार से -
मैरिज ग्रेजुएशन क्या है?
मैरिज ग्रेजुएशन या सोत्सुकॉन (Sotsukon) एक ऐसा रिश्ता है जिसमें पति-पत्नी आपसी सहमति से अलग-अलग अपनी जिंदगी जीने का फैसला करते हैं। इसमें तलाक जैसी कड़वाहट, कोर्ट के झंझट और इमोशनल स्ट्रेस नहीं होता है। बल्कि ये आपसी सम्मान और सहमति के साथ लिया गया फैसला होता है। जो लोग अपने सपनों, पर्सनल गोल्स या फिर आजादी को ही सब कुछ मानते हैं, उनके लिए ये एक बेहतरीन ऑप्शन माना जा रहा है।
मैरिज ग्रेजुएशन vs तलाक
तलाक और मैरिज ग्रेजुएशन दोनों ही शादी को खत्म करने के तरीके हैं, लेकिन इनमें बहुत बड़ा फर्क है। तलाक एक कानूनी प्रक्रिया होती है, जो अक्सर बहुत मुश्किल और तनाव भरी होती है। इसमें पति-पत्नी अलग हो जाते हैं और उनका रिश्ता पूरी तरह खत्म हो जाता है। जबकि मैरिज ग्रेजुएशन में रिश्ता खत्म नहीं होता, बल्कि उसे एक नया नाम दे दिया जाता है। ये आपसी सहमति से होता है।
इस तरह रह सकते हैं पति-पत्नी
इसमें पति-पत्नी अब पति-पत्नी की तरह नहीं रहते, बल्कि दोस्त या रूममेट्स की तरह रह सकते हैं। कुछ लोग एक ही घर में अलग-अलग रहकर अपनी जिम्मेदारियां खुद उठाते हैं। तो वहीं कुछ लोग अलग-अलग घरों में रहने लगते हैं, लेकिन फिर भी मिलते-जुलते हैं और एक-दूसरे की मदद करते हैं। मैरिज ग्रेजुएशन का सबसे बड़ा फायदा ये है कि इसके लिए किसी वकील या कोर्ट की जरूरत नहीं होती है। ये तलाक से बहुत आसान होता है।
ये भी जानें
मैरिज ग्रेजुएशन एक नया तरीका है, जिसमें रिश्ते में रहते हुए भी लोग अपनी ग्रोथ और आजादी का जश्न मना सकते हैं। ये खासकर महिलाओं के लिए बहुत अच्छा माना जा रहा है क्योंकि वे रिश्ते में होते हुए भी सेल्फ डिपेंडेंट बन सकती हैं और अपनी पहचान बना सकती हैं।
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