बच्चों के सामने इमेज खराब करती हैं पेरेंट्स की 6 गलतियां, देर होने से पहले आज ही कर लें सुधार
बच्चे ज्यादातर चीजें अपने माता-पिता (parenting tips) को देखकर ही सीखते हैं। ऐसे में अगर आप कुछ ऐसा करते हैं जिसे करने से आप अपने बच्चों को मना करते हैं तो इससे बच्चों के मन में आपकी गलत इमेज बनती है। साथ ही इसकी वजह से पेरेंट्स की इज्जत भी बच्चों में मन में कम होने लगती है। इसलिए आज ही अपनी इन गलतियों को सुधार लें।

लाइफस्टाइल डेस्क, नई दिल्ली। बच्चे ज्यादातर चीजें अपने माता-पिता को देखकर ही सीखते हैं। उनकी सोच, व्यवहार और आदतें घर के माहौल और पेरेंट्स के आचरण से पूरी तरह से प्रभावित होती हैं। अगर पेरेंट्स अपनी कुछ आदतों में बदलाव करें, तो वे न सिर्फ अपने बच्चों के लिए एक प्रेरणा बन सकते हैं, बल्कि उनके दिल में अपने लिए आदर और सम्मान की भावना भी बढ़ा सकते हैं। आइए जानते हैं कि कौन-सी ऐसी आदतें हैं, जिन्हें सुधारकर पेरेंट्स बच्चों के जीवन में पॉजिटिव इफेक्ट डाल सकते हैं-
निगेटिव कम्युनिकेशन करना
बच्चों से निगेटिव या कठोर शब्दों में बात करने से न सिर्फ उनके मन पर चोट लगती है, बल्कि उनके मन में आपके लिए हीन भावना भी आती है। इसलिए कठोर शब्दों का इस्तेमाल करने के बजाय उनकी गलतियों को प्यार से समझाने की कोशिश करें। आपका प्यार और पॉजिटिव बर्ताव उन्हें आत्मविश्वास देगा और बेहतर निर्णय लेने में मदद करेगा।
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मोबाइल और गैजेट्स का ज्यादा इस्तेमाल
बच्चों आपको देखकर भी स्क्रीन का ज्यादा इसतेमाल करते हैं और आपके मना करने पर भी स्क्रीन का इस्तेमाल कम नहीं करते हैं। इसलिए उन्हें समझाने के लिए बच्चों के सामने मोबाइल या अन्य इलेक्ट्रॉनिक डिवाइस का जरूरत से ज्यादा इस्तेमाल करने से बचें। इससे बच्चे भी ऐसी ही करेंगे और उन्हें यह एहसास होगा कि उन्हें जो करने को कह रहे हैं, पहले खुद उस पर अमल कर रहे हैं।
भेदभाव करना
अक्सर कई पेरेंट्स अपने बच्चों के बीच जाने-अनजाने में भेदभाव कर देते हैं, जिससे बच्चों के मन में उनका सम्मान कम होने लगता है। इसलिए बच्चों के बीच किसी भी तरह का भेदभाव न करें। सभी के साथ समान व्यवहार करना बच्चों के मन में जलन या असुरक्षा की भावना को पनपने से रोकता है।
अपनी गलती न मानना
बच्चा आपको देखकर ही सब सीखता है। ऐसे में अगर वह आपको अपनी गलती नहीं मानते देखता है, तो वह भी इस आदत को अपना लेते हैं और गलत होन पर भी गलती नहीं मानते हैं। इसलिए अगर आपसे कोई गलती हो जाए, तो उसे स्वीकार करें और बच्चों से माफी मांगने में झिझकें नहीं। यह आदत बच्चों को सिखाती है कि गलती स्वीकार करना और सुधार करना साहस का काम है।
अनहेल्दी आदतें फॉलो करना
पेरेंट्स के खानपान और दिनचर्या का बच्चों पर गहरा प्रभाव पड़ता है। ऐसे में अगर आप खुद एक अनहेल्दी लाइफस्टाइल फॉलो करेंगे और बच्चों को सुधरने के लिए कहेंगे, तो उनके मन में आपकी एक गलत इमेज बनने लगेगी। इसलिए अगर आप खुद एक स्वस्थ जीवनशैली अपनाते हैं, तो बच्चे भी इसे अपनी आदतों में शामिल करेंगे।
समय न देना
अक्सर काम या अन्य वजहों से पेरेंट्स परिवार को समय नहीं दे पाते हैं, जिससे न सिर्फ बच्चे आपसे दूर होने लगते हैं, बल्कि उनके मन में आपकी इज्जत भी कम होने लगती है। इसलिए आप चाहे कितने भी बिजी क्यों न हों, बच्चों के साथ समय जरूर बिताएं। फैमिली के साथ बिताया गया समय बच्चों को इमोशनली प्रोटेक्ट करता है और उनके आत्मविश्वास को बढ़ाता है।
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