बच्चों को आपसे दूर कर रही हैं अनजाने में की गईं 3 गलतियां, देर होने से पहले कर लें इनमें सुधार
बदलते समय के साथ ही बच्चों की परवरिश भी काफी मुश्किल हो रही है। इन दिनों बच्चों और पेरेंट्स दोनों के ही बर्ताव में बदलाव होने लगा है। एक अच्छी और सुनहरे भविष्य के लिए सही परवरिश जरूरी है। हालांकि इस कोशिश में अक्सर पेरेंट्स (Parenting Mistakes) कुछ ऐसी गलतियां कर बैठते हैं जिससे वह उनसे दूर होने लगते हैं।
लाइफस्टाइल डेस्क, नई दिल्ली। बच्चों की परवरिश एक जिम्मेदारी भरा और मुश्किल काम होता है। माता-पिता की हर एक बात बच्चे के जीवन पर गहरा असर डालती है। बच्चे के भविष्य को बेहतर और उज्जवल बनाने के लिए पेरेंट्स अपनी पूरी कोशिश करते हैं। माता-पिता बनना एक सुखद अहसास जरूर होता है, लेकिन इसकी जिम्मेदारी निभाना और उन्हें संभालना काफी मुश्किलों भरा होता है।
खासकर वर्तमान में बदलते समय के साथ ही परवरिश भी काफी बदल चुकी है। इन दिनों माता-पिता दोनों की वर्किंग हो चुके हैं, जिसकी वजह से समय की कमी के अलावा कई सारी समस्याएं उनके लिए परेशानी की वजह बनी रहती हैं। बच्चों की अच्छी परवरिश देने की कोशिश में पेरेंट्स दिन-रात मेहनत कर पैसे कमाते हैं और उन्हें स्कूल में शिक्षा, अच्छे कपड़े और महंगे तोहफे भी दिलाते हैं। हालांकि, इन सबके बावजूद कई बार बच्चे अपने पेरेंट्स ने दूर होने लगते हैं। ऐसे में आज इस आर्टिकल में हम उन्हीं वजहों या यूं कहें पेरेंट्स की 3 ऐसी गलतियों के बारे में बताएंगे, जो बच्चों को माता-पिता से दूर कर देती हैं।
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हर बात पर इनकार करना
आजकल कई माता-पिता इस बात से परेशान रहते हैं कि बच्चे उनकी कोई भी बात में नहीं मानते और इस वजह से अक्सर उनके बीच मन-मुटाव के हालात बने रहते हैं। इसकी बड़ी वजह पेरेंट्स और बच्चो के बीच में सहमति का अभाव होना है। पेरेंट्स अक्सर बच्चों की हर बात को अनदेखा या उस पर सहमति देने से मना कर देते हैं, जिससे बच्चे भी उनके साथ ऐसा ही बर्ताव करने लगते हैं। इसलिए स्थिति को सुधारने के लिए पेरेंट्स को बच्चे के साथ बैठकर बातचीत करनी चाहिए।
समय न देना
बच्चों की सुख-सुविधा को बनाए रखने के लिए इन दिनों माता-पिता दोनों की लगातार काम में लग रहते हैं। इसकी वजह से उन पर काम का दबाव पड़ने लगता है और दिन-रात काम पर ध्यान देने की वजह से पेरेंट्स बच्चों को समय नहीं दे पाते। इसकी वजह से बच्चे अकेलापन महसूस करने लगते हैं और इसकी वजह से पेरेंट्स और बच्चों के बीच दूरी बढ़ने लगती है।
तुलना करने की आदत
अक्सर पेरेंट्स दूसरे बच्चों से अपने बच्चों की तुलना करते हैं। पढ़ाई-लिखाई हो या खेल-कूद बात-बात पर अपने बच्चों की दूसरों से तुलना करना उनके मन में हीन भावना भर देता है। इसकी वजह से बच्चों के मन में पेरेंट्स के लिए गुस्सा भर जाता है और वह उने दूर होने लगते हैं।
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