मेटरनिटी लीव के बाद ऑफिस जाने की है तैयारी, तो इन टिप्स की मदद से करें बच्चे की देखभाल
मां का दूध बच्चे के लिए सबसे जरूरी आहार है। न्यू मॉम्स को कुछ महीनों तक बच्चे को ब्रेस्ट फीडिंग की सलाह दी जाती है क्योंकि इसमें प्रोटीन कार्ब्स फैट्स और कई मिनरल्स शामिल होते हैं लेकिन अगर आप वर्किंग हैं और अब ऑफिस जाने की कर रही है और साथ ही साथ सता रही है बच्चे की देखभाल की चिंता तो ऐसे करें इसे मैनेज।

नई दिल्ली, लाइफस्टाइल डेस्क। वर्किंग मॉम्स के लिए मैटरनिटी लीव के बाद ऑफिस जाना बहुत ही चैलेंजिंग होता है। ये वो टाइम होता है जब मां का बच्चे के साथ बॉन्ड डेवलप हो रहा होता है। साथ ही ब्रेस्ट फीडिंग भी चलती रहती है। ऐसे में ऑफिस जाने का और बच्चे की देखभाल इन दोनों का प्रेशर न्यू मॉम्स के लिेए झेलना मुश्किल हो जाता है, तो कुछ टिप्स हैं, जिनकी मदद से आप अपने बच्चे की देखभाल काम के दौरान भी मैनेज कर सकती हैं। आइए जानते हैं कैसे?
1. ब्रेस्ट पंप का करें प्रयोग
ब्रेस्ट पंप काफी अच्छा उपकरण है। इसकी मदद से न्यू मॉम्स अपना दूध एक बॉटल में निकालकर रख सकती है। जिसे बच्चे को भूख लगने पर दिया जा सकता है। इसे रूम टेम्प्रेचर या रेफ्रिजरेटर किसी में भी स्टोर कर सकते हैं। ये दो प्रकार के होते हैं। मैन्युअल पंप से आप खुद दूध निकाल सकती हैं। वहीं इलेक्ट्रिक ब्रेस्ट पंप बैट्री से ऑपरेट होता है।
2. सॉलिड फूड भी दें
बच्चे के जन्म के समय मां के ब्रेस्ट से एक पीला द्रव निकलता है, जिसे कोलोस्ट्रम कहते हैं। जो बच्चे के लिए बहुत ही हेल्दी होता है। हेल्थ एक्सपर्ट पहले छह महीने तक बच्चे को ब्रेस्ट फीडिंग की सलाह देते हैं, जिससे उसे ग्रोथ के लिए सभी ज़रूरी पोषक तत्व मिल सकें, लेकिन उसके बाद बच्चे की डाइट में सॉलिड फूड को शामिल करना चाहिए। इससे बच्चे का पेट भरा रहेगा। छः महीने बाद डॉक्टर से पूछकर बच्चे को फल, खिचड़ी, दलिया, दाल का पानी शुरू कर दें।
3. मेटरनिटी लीव बढ़वाने की कोशिश करें
भारत ही नहीं, दुनिया के बहुत से देशों में मेटरनिटी लीव की सुविधा दी जाती है। मेटरनिटी बेनिफिट एक्ट 2017 के मुताबिक भारत में महिलाएं 26 सप्ताह की मेटरनिटी लीव ले सकती हैं, तो आप इस मौके का फायदा उठाना मिस न करें।
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