रिश्ते में नजर आने लगें ये 3 संकेत, तो समझ जाएं पार्टनर के साथ बढ़ रही हैं दूरियां; हो सकता है ब्रेक-अप
रिश्तों में तनाव और दूरी बढ़ने पर वे कमजोर पड़ने लगते हैं। बातचीत की कमी, भावनात्मक दूरी, जैसी कई बातें रिश्ते के कमजोर होने का संकेत हो सकती हैं। इन ...और पढ़ें

कहीं कमजोर तो नहीं हो रहा आपका रिश्ता? (Picture Courtesy: Freepik)
लाइफस्टाइल डेस्क, नई दिल्ली। रिश्ते जीवन का एक सुनहरा पहलू हैं, लेकिन कभी-कभी ये धीरे-धीरे कमजोर पड़ने लगते हैं। जब प्यार और समझ की जगह तनाव और दूरी ले लेती है, तो समझ जाना चाहिए कि रिश्ते में कुछ गड़बड़ है।
हालांकि, कई बार व्यक्ति समझ नहीं पाता है कि उसके रिश्ते की नींव कमजोर हो चुकी है। लेकिन कुछ संकेतों की मदद से आप समझ सकते हैं कि आपका रिश्ता खत्म होने की कगार पर पहुंच चुका है। आइए जानें इनके बारे में।
बात-चीत की कमी और भावनात्मक दूरी
किसी भी स्वस्थ रिश्ते की नींव बेहतर कम्युनिकेशन, यानी खुलकर बात-चीत, होती है। जब यह संवाद टूटने लगे, तो समझ लेना चाहिए कि चीजें ठीक नहीं हैं। पहले जहां हर छोटी-बड़ी बात शेयर की जाती थी, अब चुप्पी या सतही बातचीत ही रह गई है। साथी की भावनाओं में दिलचस्पी कम होना, उनकी बातों को गंभीरता से न लेना, या बातचीत के दौरान लगातार तनाव महसूस होना खतरे की घंटी है। जब दो लोग शारीरिक रूप से साथ हों लेकिन भावनात्मक रूप से मीलों दूर लगें, तो यह रिश्ते के टूटने का साफ संकेत है।
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(Picture Courtesy: Freepik)
आपसी सम्मान और सहयोग की कमी
प्यार के अलावा सम्मान और सहयोग रिश्ते की दो सबसे मजबूत डोर होती हैं। जब एक-दूसरे की राय, भावनाओं या पर्सनल स्पेस का सम्मान करना बंद कर दें, तो रिश्ता डगमगाने लगता है। हमेशा क्रिटिसाइज करना, अपमानजनक टिप्पणियां, या साथी की सफलता में खुशी न महसूस करना चिंताजनक संकेत हैं। इसके अलावा, जरूरत के समय सहयोग की जगह उदासीनता दिखाई दे, तो समझ लेना चाहिए कि साथी अब टीम की तरह नहीं सोच रहा।
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भविष्य की योजनाओं में एक-दूसरे को शामिल न करना
जो रिश्ते टिकाऊ होते हैं, उनमें भविष्य की साझी तस्वीर होती है। अगर आप या आपका साथी भविष्य की योजनाएं बनाते समय एक-दूसरे को शामिल नहीं करते, या फिर अलग-अलग दिशाओं के सपने देखने लगे हैं, तो यह गंभीर संकेत है। उदाहरण के लिए, करियर, घर, परिवार या पर्सनल गोल्स पर चर्चा करते समय अगर साथी की उपेक्षा की जाए, तो यह दिखाता है कि रिश्ते में गहराई कम हो गई है।
इन संकेतों का मतलब यह नहीं है कि रिश्ता तुरंत खत्म हो जाएगा, बल्कि यह चेतावनी है कि कुछ सुधार की जरूरत है। ऐसे समय में खुलकर बातचीत, कपल थेरेपी या आपसी कोशिशों से रिश्ते को संभाला जा सकता है। लेकिन अगर लगातार कोशिशों के बावजूद स्थिति नहीं सुधरती, तो कभी-कभी अलग राह चुनना ही बेहतर होता है। याद रखें, एक स्वस्थ रिश्ता दो लोगों के विकास में सहायक होता है, न कि बोझ बनकर उनकी खुशियों को रोकता है।

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