क्यों हरा या नीला नहीं, बल्कि लाल होता है प्यार का रंग? जानें इसके पीछे के दिलचस्प कारण
प्यार का रंग लाल क्यों होता है? भारत में लाल रंग को सौभाग्य का प्रतीक माना जाता है खासकर शादी में। सदियों से लाल रंग प्रेम का प्रतीक रहा है जैसा कि 13वीं शताब्दी की कविताओं में भी इसका जिक्र मिलता है। लाल रंग ऊर्जा और आकर्षण भी बढ़ाता है।

लाइफस्टाइल डेस्क, नई दिल्ली। दुनिया में रहने वाले हर एक इंसान को प्यार जरूर होता है। प्यार में अक्सर लोग एक दूसरे को गुलाब देते हैं, जिसका रंग लाल होता है। इसके अलावा प्यार में और भी कई चीजें हैं जो लाल रंग को बढ़ावा देती हैं। प्यार की बात करें तो ये एक खूबसूरत एहसास होता है।
आपको जब प्यार होता है तो मानो पूरी दुनिया ही बदल जाती है। हर जगह आपको बस आपके पार्टनर का ही चेहरा नजर आता है। रातों की नींद तक उड़ जाती है। जी चाहता है कि वो ही हमारे आंखों के सामने हो, हम उसी से बातें करें। उसके साथ टाइम स्पेंड करें। इसके अलावा आप हर घड़ी, हर पल उसी के ख्यालाें में खोए रहते हैं।
लाल रंग का ही देते हैं गिफ्ट
जैसा कि हम सभी जानते हैं या फिर करते भी हैं कि अपने पार्टनर को अगर कुछ देना होता है तो हम रेड कलर को ही चुनते हैं। लाल रंग का टेडी हो या बर्थडे सेलिब्रेट करने पर लाल रंग के गुब्बारे लगाने हों, सब कुछ लाल ही होता है। लेकिन क्या आपने कभी सोचा है कि प्यार का रंग लाल ही क्यों होता है? जब भी प्यार की बात होती है तो लाल रंग का ही ध्यान आता है? ऐसा क्यों है, आज हम आपको अपने इस लेख में विस्तार से बताने जा रहे हैं।
सौभाग्य का प्रतीक है लाल रंग
प्यार का रंग लाल होने के पीछे कई कारण हो सकते हैं। हमारे यहां भारत में लाल रंग को ही प्यार की निशानी माना जाता है। शादी के जोड़े से लेकर सिंदूर का रंग भी लाल होता है। सुहागिनें भी लाल रंग को ही प्राथमिकता देती हैं। इसके पीछे धार्मिक और भावना से जुड़े कारण होते हैं। हिंदू धर्म में लाल रंग को ही सौभाग्य का प्रतीक माना गया है।
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सदियों पुराना है लाल रंग का सिंबल
दरअसल, लाल रंग देखने में काफी चटख होता है। इसे देखते ही आकर्षण बढ़ जाता है। हालांकि प्यार में लाल रंग का सिंबल सदियों पुराना है। एक 13वीं शताब्दी की चर्चिक फ्रेंच कविता है जिसमें लेखक ने लाल रंग का जिक्र किया है। रोमन डे ला रोज कविता में कहा गया है कि लेखक बगीचे में लाल रंग के फूल की तलाश में जुटा हुआ है। इसका साफ मतलब है कि वो अपने जीवन में स्त्री प्रेम की तलाश कर रहा है।
मनोवैज्ञानिक कारण भी जानें
लाल रंग देखते ही हम में ऊर्जा आ जाती है। इससे अट्रैक्शन बढ़ता है। इसके अलावा हमारे शरीर में बह रहे खून का रंग भी लाल होता है। साथ ही हमारा दिल भी लाल रंग का ही होता है। प्यार में लोग एक दूसरे को अपना दिल तक दे देते हैं। यही कारण है कि लाल को प्यार का रंग कहा जाता है।
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