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    एक मजाक से शुरू हुई थी स्मर्फ्स की दुनिया, कैसे बच्चों के फेवरेट बन गए ये नीले बौने

    Updated: Fri, 12 Sep 2025 08:30 AM (IST)

    क्या आप जानते हैं बच्चों के पसंदीदा कार्टून स्मर्फ्स (The Smurfs) की शुरुआत कैसे हुई थी? आपको जानकर हैरानी होगी कि इन्हें बनाने के पीछे एक मजाक का हाथ है। इन्हें 1958 में बेल्जियम के मशहूर कार्टूनिस्ट पियरे कुलिफोर्ड ने बनाया था। आइए जानें इन किरदारों के जन्म के पीछे की पूरी कहानी।

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    कैसे हुआ था द स्मर्फ्स का जन्म? (Picture Courtesy: Pinterest)

    लाइफस्टाइल डेस्क, नई दिल्ली। क्या आपको पता है दुनिया भर के बच्चों और परिवारों के दिलों पर राज करने वाले छोटे-छोटे नीले किरदार, स्मर्फ्स, का जन्म एक मजाक से हुआ था? जी हां, स्मर्फ्स का किरदार एक मजाक के आधार पर बनाया गया था और आज वे पूरी दुनिया में मशहूर हो चुके हैं। आइए जानते हैं कैसे और किसने रचा था स्मर्फ्स का किरदार।

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    एक भूला हुआ शब्द बना इस किरदार का आधार

    स्मर्फ्स की शुरुआत 1958 में बेल्जियम के मशहूर कार्टूनिस्ट पियरे कुलिफोर्ड के एक कॉमिक स्ट्रिप से हुई। असल में, इन नीले पात्रों का मूल नाम ‘श्ट्रॉम्प्फ’ है। कहानी यह है कि एक दिन प्येओ एक दोस्त के साथ खाना खा रहे थे, जब उनसे नमक मांगते हुए एक शब्द याद नहीं आ रहा था।

    उन्होंने मजाक में कहा, “मुझे पास वो ‘श्ट्रॉम्प्फ’ दो!” दोस्त ने हंसते हुए जवाब दिया, “यह लो, और जब तुम कर लो, तो मुझे ‘श्ट्रॉम्प्फ’ वापस कर देना।” इसी मजाकिया बातचीत ने एक ऐसी दुनिया की नींव रख दी, जो आज भी करोड़ों लोगों की पसंद है।

    नीला रंग और तीन सेब जितनी ऊंचाई

    प्येओ ने इन किरदारों को एक खास पहचान देने का फैसला किया। उन्होंने नीला रंग चुना ताकि ये किरदार कॉमिक्स के पन्नों पर तुरंत नजर आ जाएं और बच्चों को आकर्षित कर सकें। उनकी ऊंचाई को ‘तीन सेब’ के बराबर बताया गया, जो उनकी मासूमियत को दर्शाता था।

    शुरुआत में स्मर्फ्स की लोकप्रियता केवल यूरोप तक सीमित थी, लेकिन 12 सितंबर 1981 को एक अमेरिकी टीवी चैनल ‘द स्मर्फ्स’ नाम से एनिमेटेड शो का प्रीमियर हुआ। यह शो एक जबरदस्त हिट साबित हुआ और स्मर्फ्स पलक झपकते ही पूरी दुनिया में मशहूर हो गए।

    100 से ज्यादा किरदारों का जादुई गांव

    स्मर्फ्स की दुनिया की एक और खास बात है उनके गांव में बसने वाले किरदारों की विशाल संख्या। इनकी कुल संख्या 100 से भी ज्यादा है, और हर एक की अपनी एक अलग पहचान और स्वभाव है। पापा स्मर्फ की समझदारी, स्मर्फेट की चतुराई, ब्रेनी स्मर्फ का ज्ञान, और ग्रंपी स्मर्फ का चिड़चिड़ापन—ये सभी किरदार मिलकर एक ऐसा समाज बनाते हैं जो दर्शकों को अपनी ओर खींचता है। ये किरदार न सिर्फ मनोरंजन करते हैं, बल्कि टीम वर्क, दोस्ती और साहस जैसी कई बातें भी सिखाते हैं।

    50 साल का सफर और आज भी कायम लोकप्रियता

    साल 2011 में स्मर्फ्स ने अपने 50 साल पूरे किए। इस खास मौके पर दुनिया भर के कई देशों में इनके नीले रंग के स्टैच्यू लगाए गए और खास कैंपेन चलाए गए। यहां तक कि हॉलीवुड ने भी इन पर लाइव-एक्शन फिल्में बनाकर इसकी लोकप्रियता को नई पीढ़ी तक पहुंचाया। आज भी स्मर्फ्स बच्चों और बड़ों, सभी के बीच उतने ही मशहूर हैं।

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