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    क्या Dry Cleaning में सचमुच ड्राई तरीके से होती है कपड़ों की सफाई? जानें कैसे अलग है इसका प्रोसेस

    Updated: Wed, 07 May 2025 07:19 PM (IST)

    क्या आप जानते हैं ड्राई क्लीनिंग क्या होती है? यह कपड़ों को साफ करने की एक खास तकनीक है जिसमें पानी की जगह खास चीज का इस्तेमाल होता है। जानिए ड्राई क्लीनिंग का प्रोसेस कैसे दाग-धब्बे हटाए जाते हैं और क्यों यह आपके कपड़ों के लिए बेहतर है। अपने कपड़ों को सुरक्षित और नया रखने के लिए ड्राई क्लीनिंग के बारे में सब कुछ जानें!

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    ड्राई क्लीनिंग में कैसे होती है सफाई (Picture Credit- Freepik)

    लाइफस्टाइल डेस्क, नई दिल्ली। वैसे तो ज्यादातर कपड़े घर की वॉशिंग मशीन में धोए जाते हैं, लेकिन कुछ कपड़े ऐसे होते हैं, जिन्हें ज्यादा केयर की जरूरत होती है। कई बार कपड़ों को धोने के तरीके में ड्राई क्लीनिंग का ही जिक्र रहता है। ये काम तो प्रोफेशनल ही करते हैं, क्योंकि ड्राई क्लीनिंग घर पर तो संभव नहीं। क्या आपने कभी सोचा है कि कपड़ों को साफ करने की इस तकनीक को ड्राई क्लीनिंग क्यों कहा जाता है? आइए जानते हैं कैसे क्या सच में ड्राई होती है ये क्लीनिंग और इसका प्रोसेस-

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    वॉशिंग मशीन में कपड़े धोने जैसा नहीं है ये

    कपड़ों को आम तरीके से धोने के लिए आप उन्हें मशीन में थोड़े डिटर्जेंट डालकर ऑन कर देते हैं। आपके कपड़े पानी और डिटर्जेंट के साथ अच्छी तरह साफ भी हो जाते हैं, लेकिन ड्राई क्लीनिंग में कपड़ों को बड़े ही एहतियात के साथ धोया जाता है। ये नाजुक कपड़ों के लिए सबसे ज्यादा इस्तेमाल होने वाली क्लीनिंग प्रोसेस है।

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    पानी नहीं लिक्विड सॉल्वेंट का इस्तेमाल

    ड्राई क्लीनिंग की प्रक्रिया में कपड़ों पर से धूल-मिट्टी, दाग-धब्बों और ऑयल हटाने के लिए लिक्विड सॉल्वेंट का इस्तेमाल किया जाता है। इससे नाजुक कपड़े खराब नहीं होते और उनका ओरिजिनल शेप, टेक्सचर बना रहता है। साथ ही कपड़े लंबे समय तक टिकते हैं।

    किससे बने होते हैं ये सॉल्वेंट

    ड्राई क्लीनिंग में परक्लोरोथिलीन जैसे सॉल्वेंट का इस्तेमाल किया जाता है। इस लिक्विड में कपड़ों को डुबोने की जरूरत नहीं होती, बल्कि कपड़ों की सतह पर इसे डाला जाता है और धूल-मिट्टी या गंदगी बाहर निकल जाती है।

    अलग-अलग दाग-धब्बों का ट्रीटमेंट भी होता है अलग

    अगर कपड़े पर किसी प्रकार का दाग लगा है, तो उसे ड्राई-क्लीनिंग में देते समय क्लीनर को खासतौर से बता दें कि वो दाग किस चीज का है। हर तरह के दाग के लिए ट्रीटमेंट भी अलग होता है, इसलिए क्लीनर को पहले बता देने से वो उसके लिए कस्टमाइज स्टेन ट्रीटमेंट तैयार कर सकता है।

    खास फैब्रिक की जानकारी भी दें

    अगर आप कपड़ों को डाई क्लीनिंग में देने के दौरान उसके फैब्रिक के बारे में बता दें, तो क्लीनर को उसे साफ करने में ज्यादा आसानी होगी।

    ये बताना भी जरूरी है

    कई बार हम दाग-धब्बों को घर पर ही निकालने की कोशिश करते हैं और जब नाकामी हाथ लगती है, तो उसे ड्राई क्लीनिंग में दे आते हैं। लेकिन ऐसा करते समय क्लीनर को बताने में जरा भी संकोच न करें कि आपने किस तरह का डिटर्जेंट इस्तेमाल किया है, क्योंकि डाई क्लीनिंग के कुछ सॉल्वेंट डिटर्जेंट से रिएक्ट कर कपड़ों का रंग खराब कर सकते हैं।

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