एक ऐसा समुदाय जहां शादी पूरी होने तक आंखें नहीं खोल सकती दुल्हन, दिखती है रीति-रिवाजों की अनोखी झलक
पोमाक समुदाय की शादियां बुल्गारिया, ग्रीस और तुर्की में अपनी अनोखी परंपराओं के लिए जानी जाती हैं। मुस्लिम धर्म मानने वाले इस समुदाय में दुल्हन शादी पू ...और पढ़ें

इस समुदाय में दुल्हन का चेहरा बन जाता है 'कैनवस', रस्में कर देंगी हैरान (Image Source: Instagram)
लाइफस्टाइल डेस्क, नई दिल्ली। दुनिया भर में शादियों के अलग-अलग रंग देखने को मिलते हैं, लेकिन बुल्गारिया के 'पोमाक' समुदाय की परंपराएं वाकई हैरान करने वाली और खूबसूरत हैं। यह समुदाय मुख्य रूप से बुल्गारिया, ग्रीस और तुर्की में बसा हुआ है। पोमाक लोग बुल्गारियन भाषा बोलते हैं और मुस्लिम धर्म को मानते हैं, लेकिन उनकी शादियों में आपको इस्लामी परंपराओं के साथ-साथ पुराने ईसाई रीति-रिवाजों की एक अनोखी झलक भी देखने को मिलती है।

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दुल्हन का शृंगार है सबसे खास
इस समुदाय की शादियों में सबसे ज्यादा चर्चा दुल्हन के अनोखे मेकअप की होती है। यहां दुल्हन को सजाने का तरीका बेहद अलग है। शादी से पहले दुल्हन के पूरे चेहरे पर एक सफेद या रंगीन पेस्ट की मोटी परत लगाई जाती है। इसके बाद, इस सफेद परत पर चमकीले रंगों, सितारों और फूलों के पैटर्न से बारीक सजावट की जाती है। यह शृंगार इतना सुंदर और कलात्मक होता है कि दुल्हन का चेहरा किसी खूबसूरत पेंटिंग जैसा नजर आता है।
आंखें बंद रखने की रस्म
पोमाक शादी में एक बहुत ही सख्त और दिलचस्प नियम का पालन किया जाता है। दुल्हन को अपनी शादी के दौरान अपनी आंखें बंद रखनी होती हैं। वह अपनी आंखें तब तक नहीं खोल सकती, जब तक कि इमाम (धर्मगुरु) शादी को आधिकारिक रूप से मान्यता न दे दें।
इसके पीछे एक गहरा अर्थ छिपा है। सिर पर फूलों का मुकुट और बंद आंखें दुल्हन की विनम्रता और उसकी आध्यात्मिक पवित्रता का प्रतीक मानी जाती हैं।

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रंगों और संगीत का संगम
पोमाक शादियां बेहद रंगीन होती हैं। दूल्हा और दुल्हन दोनों ही चमकीले और रंग-बिरंगे कपड़े पहनते हैं। जश्न मनाने के लिए पारंपरिक बुल्गारियाई संगीत और ढोल की थाप गूंजती है। खुशी के इस मौके पर पूरा समुदाय एक साथ आता है और गोलाकार आकृति बनाकर सामूहिक नृत्य करता है, जो इनकी एकता को दर्शाता है।
धर्म और पुरानी परंपराओं का अनूठा मेल
भले ही पोमाक समुदाय मुस्लिम धर्म का पालन करता है और बुल्गारियाई सरकार उन्हें 'बुल्गारियाई मुस्लिम' के रूप में पहचान देती है, लेकिन उनकी संस्कृति में पुराने ईसाई प्रतीकों का प्रभाव आज भी जीवित है। इसका सबसे बड़ा उदाहरण यह है कि शादी से पहले दूल्हे और दुल्हन के घर पर पुराने ईसाई 'क्रॉस' की आकृति बनाने की परंपरा निभाई जाती है। यह रस्म उनकी मिली-जुली सांस्कृतिक विरासत का सबूत है।
आज बुल्गारिया में लगभग 2,20,000 पोमाक रहते हैं। यह समुदाय मुख्य रूप से बुल्गारिया, उत्तर-पश्चिमी तुर्की और उत्तर-पूर्वी ग्रीस में फैला हुआ है। अपनी स्थानीय लोक मान्यताओं और अनोखी रस्मों के कारण यह समुदाय आज भी दुनिया भर में अपनी अलग पहचान बनाए हुए है।

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