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    नौकरी चले जाने का स्ट्रेस मेंटल हेल्थ पर डाल सकता है असर, जानें कैसे करें इससे डील

    आजकल नौकरी मिलना मुश्किल है और कई बार लोगों की नौकरियां अचानक चली जाती हैं जिससे मानसिक स्वास्थ्य पर बुरा असर पड़ता है। नौकरी जाने से तनाव आर्थिक तंगी और भावनात्मक कष्ट होता है। लोग सामाजिक रूप से दूर हो जाते हैं और नशे की गिरफ्त में आ सकते हैं। इस स्थिति में सोशल सपोर्ट जरूरी है।

    By Nikarika Pandey Edited By: Harshita Saxena Updated: Sat, 14 Jun 2025 08:03 AM (IST)
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    नौकरी छूटने पर मेंटल हेल्थ का रखें ख्याल (Picture Credit- Freepik)

    लाइफस्टाइल डेस्क, नई दिल्ली। आजकल जॉब मिलना और उसे बनाए रखना एक बड़ा टास्क है। कई लोगों की नौकरियां रातोंरात चली जाती है और उन्हें आगे कुछ नजर नहीं आता। इस स्थिति का सबसे बुरा असर मेंटल हेल्थ पर पड़ता है। इससे बचने और एक नई शुरुआत का गुर सिखा रहे हैं हमारे एक्सपर्ट।

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    आए दिन किसी ना किसी कंपनी द्वारा अपने ढेरों एम्प्लॉई को बाहर निकालने की खबरें आती रहती हैं। हो सकता है इसकी चपेट में कभी कोई आपका अपना भी आया हो। जॉब लॉस या नौकरी का जाना एक मुश्किल पल होता है जोकि उससे जूझ रहे व्यक्ति की मेंटल हेल्थ पर बेहद बुरा असर डालता है। ये क्यों होता है और इससे कैसे बचा जा सकता है, इस बारे में बता रहे हैं, डॉ. मिलन किशोरभाई नाथवानी, एमडी, साइकेस्ट्रिस्ट, भावनगर।

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    जॉब लॉस का ये पड़ता है प्रभाव

    • तनाव और आर्थिक तंगी: नौकरी जाने से घर चलाने की चिंता सताने लगती है। पैसों की कमी का प्रभाव मानसिक सेहत पर पड़ने लगता है।
    • इमोशनल डिस्ट्रेस: इसमें एंग्जायटी और डिप्रेशन जैसे लक्षण नजर आते हैं।
    • सोशली दूर हो जाते हैं: दोस्त आपका साथ छोड़ देते हैं, मायूसी और शर्मिंदगी का भाव आने लगता है। इससे आप खुद को लोगों से दूर करने लगते हैं और अलग-थलग पड़ जाते हैं।
    • परिवार में जिम्मेदारी बदल जाती है: पहले जहां आप पैसे कमाकर ला रहे होते हैं वहीं अब आपका पार्टनर या आपके पेरेंट ऐसा करने लगते हैं। इससे आपसी रिश्तों और पारिवारिक जिम्मेदारियों की अदला-बदली हो जाती है।
    • नशे की गिरफ्त में आ जाते हैं: नौकरी जाने की स्थिति में वह व्यक्ति ज्यादा शराब या सिगरेट का सेवन करने लगता है।
    • नींद न आना: भविष्य की चिंता नींद पर भी असर डालती है। लंबे समय तक ऐसी स्थिति बने रहने पर इन्सोनिया जैसी समस्या होने लगती है।
    • कुछ भी करने का मन नहीं करता: भविष्य अंधेरे में नजर आने लगता है और कुछ भी करने की हिम्मत या प्रेरणा नहीं बचती।

    इससे मिल सकती है मदद

    • जॉब चले जाने की गंभीर स्थिति में सोशल सपोर्ट बेहद जरूरी है। यदि जॉब लॉस की वजह से कोई व्यक्ति तनाव में है तो उस पर कमेंट करने या उसका मजाक उड़ाने से स्थिति और भी गंभीर हो सकती है। ऐसे में उस व्यक्ति के आस-पास के लोगों की भूमिका भी अहम हो जाती है। फैमिली के लोगों और दोस्तों को ऐसे में उनका पूरा साथ देना चाहिए।
    • यदि वह डिप्रेशन या एंजाइटी की समस्या से गुजर रहा है या गुजर रही है तो किसी प्रोफेशनल की मदद ली जा सकती है।

    ऐसे करें रीस्टार्ट

    • भले ही आपकी मौजूदा कंपनी को आपकी जरूरत नहीं, लेकिन कई सारी कंपनियां या संस्थान में आप फिट हो सकते हैं। इसके लिए अपने रीज्यूमे को अपडेट करें, कोई नई स्किल या एक्सपीरियंस जोड़ें।
    • अपने प्रोफेशनल नेटवर्क का इस्तेमाल करें और लोगों को बताएं कि आप जॉब की तलाश में हैं। इंडस्ट्री इवेंट में हिस्सा लें और अपने पुराने ऑफिस कलीग्स के भी संपर्क में बने रहें।
    • अपनी स्किल को बढ़ाने के लिए फ्री या कम फीस वाले ऑनलाइन कोर्सेज भी कर सकते हैं। इससे आपका रीज्यूमे भी स्ट्रॉन्ग होगा।
    • जितना हो सके अलग-अलग कंपनियों और संस्थानों में मेल करते रहें और उसका ट्रैक रखें ताकि आप फॉलो-अप कर सकें।
    • जॉब सर्च करने के दौरान कभी भी निराश ना हों इससे आपके प्रयासों पर असर पड़ेगा। अपनी हिम्मत बनाए रखें, क्योंकि जॉब सर्च के दौरान रिजेक्शन से आप बच नहीं सकते।

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