Independence Day 2025: 15 अगस्त पर पतंगबाजी का मजा कहीं बन न जाए सजा, रखें इन 7 बातों का ध्यान!
15 अगस्त यानी स्वतंत्रता दिवस (Independence Day 2025) के मौके पर खूब पतंग उड़ाते हैं। बच्चे तो कई दिन पहसे से ही पतंग लेकर अपने घर की छतों पर पहुंच जाते हैं। लेकिन पंतगबाजी जितनी मजेदार होती है उतनी ही खतरनाक भी। इसलिए पतंग उड़ाते समय कुछ बातों का ध्यान रखना जरूरी है।

लाइफस्टाइल डेस्क, नई दिल्ली। स्वतंत्रता दिवस (Independence Day 2025) के अवसर पर पूरा आसमान रंग-बिरंगी पतंगों से ढक जाता है। बच्चों से लेकर बड़ों तक, हर कोई पतंगबाजी का आनंद लेता है। पतंग उड़ाना सिर्फ मनोरंजन ही नहीं, बल्कि स्वतंत्रता का भी प्रतीक है। इसलिए 15 अगस्त पर खूब पतंग उड़ाई जाती है।
हालांकि, पतंगबाजी के दौरान कुछ सावधानियां बरतना जरूरी है, ताकि यह खुशी का त्योहार दुर्घटना में न बदल जाए। जी हां, पतंग उड़ाते वक्त दुर्घटना होने का भी खतरा रहता है, खासकर अगर सावधानी न बरती जाए तो। आइए जानते हैं कि पतंग उड़ाते समय किन बातों का ध्यान रखना चाहिए।
सुरक्षित जगह चुनें
पतंग उड़ाते समय सबसे पहले एक सुरक्षित और खुली जगह को चुनना चाहिए। ऐसी जगह चुनें जहां-
- बिजली के तार या ट्रांसफॉर्मर न हों।
- पेड़, इमारतें या अन्य बाधाएं न हों।
- भीड़भाड़ वाली सड़कों से दूर हो, ताकि दुर्घटना का खतरा कम हो।
- छतों पर पतंग उड़ाते समय खास सावधानी बरतें और गिरने से बचने के लिए किनारे के पास न जाएं।
यह भी पढ़ें- हर घर तिरंगा के तहत राष्ट्रीय ध्वज लहराने और उतारने के क्या हैं नियम, करें चेक
सही मांझे का इस्तेमाल करें
पतंग की डोर अक्सर नुकीली और तेज होती है, जिससे गंभीर चोट लग सकती है। इसलिए-
- धातु या कांच मिले मंजे से बचें क्योंकि ये खतरनाक होते हैं।
- हाथों में दस्ताने पहनकर पतंग उड़ाएं ताकि डोर से हाथ न कटे।
बच्चों की सुरक्षा का ध्यान रखें
बच्चों को पतंग उड़ाने में खास आनंद आता है, लेकिन उनकी सुरक्षा सबसे जरूरी है-
- छोटे बच्चों को अकेले पतंग न उड़ाने दें, बड़ों की निगरानी में ही खेलने दें।
- बच्चों को छत के किनारे या ऊंचाई वाली जगहों से दूर रखें।
- उनके हाथों में दस्ताने पहनाएं और उन्हें मंजे से सावधान रहने की सलाह दें।
ट्रैफिक के नियमों का पालन
कई बार लोग सड़कों पर पतंग उड़ाते हैं, जिससे दुर्घटनाएं हो सकती हैं। इसलिए-
- सड़कों से दूर रहें।
- गिरी हुई पतंगों को लेने के लिए अचानक सड़क पर न दौड़ें।
- बाइक या कार चलाते समय पतंगबाजी न करें।
पर्यावरण और जानवरों का ध्यान रखें
पतंगबाजी का पर्यावरण और जानवरों पर भी प्रभाव पड़ता है-
- प्लास्टिक या नायलॉन की पतंगों का इस्तेमाल कम करें, क्योंकि ये पर्यावरण को नुकसान पहुंचाती हैं।
- गिरी हुई पतंगों और डोर को इधर-उधर न फेंके, क्योंकि इससे जानवरों और पक्षियों को चोट लग सकती है।
फर्स्ट एड का ध्यान रखें
पतंग उड़ाते समय चोट लगने का रिस्क रहता है, इसलिए-
- हल्की कट लगने पर फर्स्ट एड बॉक्स में रखी एंटीसेप्टिक क्रीम लगाएं।
- गंभीर चोट लगने पर तुरंत डॉक्टर के पास जाएं।
यह भी पढ़ें- 15 अगस्त पर मिल रही है लंबी छुट्टी, हैदराबाद घूमने का बना लें प्लान; आसपास की ये 4 जगह हैं बेस्ट
कमेंट्स
सभी कमेंट्स (0)
बातचीत में शामिल हों
कृपया धैर्य रखें।