आखिरी समय में रख रहे हैं किसी अपने का ख्याल, तो इन बातों का जरूर रखें ध्यान
किसी अपने को खोने का दुख दुनिया में सबसे बड़ा होता है। यह दुख और भी बढ़ जाता है जब आप किसी अपने को आंखों के सामने मौत के करीब जाते देखते हैं। अक्सर कई बीमारियों की वजह से लोगों के पास कम समय बचता है जिसकी वजह से उनके अपनों को काफी दुख होता है। ऐसे में कुछ बातों का ध्यान रखना (caring for dying loved one) जरूरी है।

लाइफस्टाइल डेस्क, नई दिल्ली। किसी अपने को अपनी आंखों के सामने मौत के करीब जाते हुए देखना सबसे दुखद एहसास है। कैंसर के कुछ प्रकारों या किसी अन्य जानलेवा बीमारी में पेशेंट के घरवालों को पता होता है कि अब उनका साथ कुछ ही समय का है। भले ही पेशेंट को इस बारे में पता न हो कि उनके पास वक्त कम है, लेकिन उनके अपने इस दर्द से गुजर रहे होते हैं। ऐसे में आज आपको बताएंगे कि उनके अपने या केयरगिवर क्या करें कि ये वक्त कम तकलीफदेह हो।
डॉक्टरों के संपर्क में रहें
ये जानते हुए भी कि वक्त कम है लगातार डॉक्टरों की टीम से बातचीत करते रहें। उनसे पेशेंट की जरूरतों के बारे में पूछते रहें।
माहौल शांत रखें
अगर आपके किसी अपने के पास जीने का समय कम हो, तो उन्हें खुश रखें, उनकी साफ-सफाई और आराम का ध्यान रखें। आस-पास हल्का-हल्का संगीत बजाएं, क्योंकि ये आखिरी पलों में उनके साथ रहेगा।
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चुप्पी भी सुनें
जैसे-जैसे पेशेंट मौत के करीब आता है, शरीर के साथ-साथ उसकी आवाज भी कमजोर होती जाती है। वो कम बात करने लगते हैं और लंबी बातचीत करने से बचते हैं, लेकिन आखिरी वक्त में ऐसा होना सामान्य बात है।
भूख कम हो जाती है
उनकी भूख में कमी आ सकती है या उन्हें खाने-पीने में परेशानी महसूस हो सकती है। सबसे अच्छा तरीका है कि इस बारे में उनके डॉक्टर या टीम से बात करें।
दवाइयों का ध्यान रखें
कुछ दवाइयां पेशेंट को थोड़ा सुस्त बना देती हैं, जो कि उनकी तकलीफ को कम करने के लिए दी जाती हैं। ऐसे में इस बात का ध्यान रखें कि आपके अपने किस चीज में ज्यादा सुकून महसूस करते हैं, अलर्ट रहने पर या फिर दर्द कम होने पर।
अच्छे लिसनर बनें
अगर आपके अपने दुख या मौत के दर्द के बारे में आपसे बात कर रहें हैं, तो उन्हें सुनें। आपकी मौजूदगी और उन्हें सुन पाने की हिम्मत उनकी एंग्जायटी और डर को कम करने में मदद करेगी।
मजाक-मस्ती का साथ न छोड़ें
अगर आपके अपने को मजाक-मस्ती करना पसंद रहा हो, तो उनके आखिरी पलों में उदासी में मुंह लटकाए रहना सही नहीं है। उनसे जोक शेयर करें या उनसे कोई मजेदार किस्सा सुनाने को कहें।
औरों को भी बताएं
इन आखिरी पलों में कुछ करीबी रिश्तेदारों या दोस्तों को भी अपने बीमार करीबी के बारे में खबर कर दें, ताकि अगर वह मिलना चाहें तो उनसे मिल सकें।
केयरगिवर अपना ध्यान कैसे रखें
ऐसे किसी पेशेंट या अपने का ध्यान रखना, जिनकी अपने आखिरी समय के करीब है, तो उसके लिए काफी हिम्मत की जरूरत होती है। इसलिए आप अपनी जरूरतों का ध्यान रखना भी न भूलें। इसमें आपका खाना-पीना, सोना और अपनी हेल्थ की जरूरतों का ध्यान रखना शामिल है। घर के काम या अन्य कामों के लिए अपने परिवार के किसी सदस्य या दोस्त की भी मदद ले सकते हैं।
क्या मुझे उन्हें बताना चाहिए
कई केयरगिवर्स अपनों को इस बात से बचाकर रखना चाहते हैं कि उनके पास अब कम ही समय बचा है। हालांकि, कैंसर के कई जानलेवा टाइप में पेशेंट को भी पता होता है कि उनकी बॉडी पर इलाज बेअसर हो रहा है। कई लोग अपनी बढ़ती थकान या उदासी के बारे में बात करके जी हल्का कर लेना पसंद करते हैं। उम्मीद भी वक्त के साथ बदल जाती है। जिन लोगों को ठीक होने की उम्मीद नहीं रहती, वे इसकी आस नहीं लगाते बल्कि अपने आखिरी दिनों को कम से कम दर्द में दोस्तों और परिवारवालों के साथ बिताना चाहते हैं।
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