दिमाग में जमे कूड़े को साफ करने के लिए ट्राई करें 3 आसान टिप्स, तुरंत शांत हो जाएगा बेचैन मन
दिमाग में अटकी पुरानी बातें और अधूरे काम मन को अशांत कर सकते हैं। इसलिए ब्रेन डिक्लटर (Brain Declutter) करके विचारों को व्यवस्थित करना जरूरी है जिससे प्रोडक्टिविटी बढ़ सके और आपको भी मानसिक शांति मिले। अगर आप भी अपने दिमाग को डिक्लटर करना चाहते हैं तो आइए जानें ब्रेन डिक्लटर करने के लिए 3 आसान टिप्स (Brain Declutter Techniques)।

लाइफस्टाइल डेस्क, नई दिल्ली। हमारे दिमाग में हर वक्त कोई न कोई उथल-पुथल चलती ही रहती है। कोई पुरानी बात, कोई अधूरा काम, कोई नया आइडिया, जैसी कितनी ही चीजें हमारे दिमाग में हमेशा घूमती रहती हैं। इसके कारण कई बार ऐसा महूसस होता है, जैसे हमारा दिमाग कोई बिखरा हुआ कमरा है, जिसमें कुछ भी ठीक से ऑर्गेनाइज नहीं है।
यह फीलिंग काफी परेशान करने वाली हो सकती है। इसलिए दिमाग को शांत करने के लिए ब्रेन डिक्लटर करना (Brain Declutter Techniques) जरूरी है। इसमें आप अपने दिमाग के विचारों को व्यवस्थित करते हैं, ताकि आप अपनी प्रोडक्टिविटी बढ़ा सकें और बेहतर ढंग से सोच सकें।
अगर आप भी अपने दिमाग की उलझन को सुलझाना चाहते हैं, तो हम यहां कुछ आसान टिप्स (Tips for Brain Decluttering) बता रहे हैं। इनकी मदद से आप आसानी से अपने दिमाग को शांत कर पाएंगे और आपको बेहतर महसूस होगा।
दिमाग को डिक्लटर करने के 3 टिप्स (How to do Brain Declutter)
उलझन मिटाएं
कई बार हम किसी ऐसी चीज में फंस जाते हैं, जिसमें कोई भी फैसला लेना हमारे लिए मुश्किल हो जाता है। इसके कारण काफी स्ट्रेस महसूस होता है। अगर आप भी किसी बात का फैसला नहीं ले पा रहे हैं, तो एक कागज पर उन सभी बातों को लिख लें, जिनके बारे में आप कुछ भी डिसाइड नहीं कर पाए हैं और एक-एक करके उनके बारे में सोचें।
अगर किसी बात पर आपको लग रहा है कि आप हां और ना के बीच फंसे हैं, तो उसे उस वक्त के लिए ना में ही गिन लें। यह भले ही परमानेन्ट सॉल्युशन नहीं है, लेकिन इससे आपको कुछ देर के लिए शांति का एहसास जरूर होगा। फिर बाद में आप आराम से इस बारे में सोचकर फैसला ले सकते हैं।
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आइडिया नोट करें
कई बार किसी काम के बीच हमें अचानक ही बहुत बढ़िया आइडिया आ जाता है, लेकिन बाद में हम उसे भूल जाते हैं। इसके कारण काफी बेचैनी महसूस होती है, क्योंकि हम अपने उस बेहतरीन आइडिया को याद नहीं कर पाते हैं।
इसलिए अपने साथ एक नोटपैड और पेन रखें और जब भी कोई आइडिया दिमाग में आए उसे नोट कर लें। जरूरी नहीं कि लिखा हुआ हर आइडिया काम ही आए, लेकिन आपके दिमाग के कोने में ये कचरे की तरह तो नहीं पड़े रहेंगे।
टू-डू लिस्ट
टू-डू लिस्ट सुनने में आपको भले ही ओवर हाइप्ड लग सकता है, लेकिन यह काफी कारगर होता है। जब आप अपने कामों की लिस्ट बनाते हैं, तो आपके दिमाग में यह बात साफ हो जाती है कि कौन-सा काम ज्यादा जरूरी है और किस काम को बाद में भी किया जा सकता है।
इससे आपको काफी ऑर्गेनाइज्ड महसूस होता है और आप काम को बेहतर ढंग से कर पाते हैं।
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