जोड़ों के दर्द से तुरंत मिलेगी राहत, बस रोजाना करना होगा इन 5 योगासनों का अभ्यास
जोड़ों के दर्द से राहत पाने के लिए योग सबसे नेचुरल और प्रभावी उपाय हो सकता है। योग जोड़ों की जकड़न को कम करता है। लचीलापन बढ़ाता है और दर्द में आराम देता है। अगर आप भी ऐसी किसी समस्या से जूझ रहे हैं तो आपको इन योगासनों का अभ्यास जरूर करना चाहिए।
डिजिटल डेस्क, नई दिल्ली। आज के समय में अनहेल्दी लाइफस्टाइल, बढ़ती उम्र, पोषण की कमी और वर्कआउट में कमी के कारण जोड़ों में दर्द एक आम समस्या बन गई है। ये आमतौर पर घुटनों, कूल्हों, पीठ और कंधों में ज्यादा देखने को मिलती है। योग से नेचुरल तरीके से इस दर्द से निजात मिलता है।
योग से जोड़ों की जकड़न कम होती है। ब्लड सर्कुलेशन बढ़ता है। यहां कुछ प्रभावी योगासनों की जानकारी दी गई है, जो जोड़ों के दर्द को कम करने और शरीर को मजबूत बनाने में मदद करेंगे। तो आईए जानते हैं इनके बारे में -
वृक्ष मुद्रा या ट्री पोज
वृक्षासन पैरों की मांसपेशियों को मजबूत बनाता है और घुटनों व टखनों में लचीलेपन को बढ़ावा देता है। इसे करने के लिए सीधे खड़े हों, एक पैर को मोड़कर दूसरे पैर की जांघ पर रखें और हाथों को नमस्कार मुद्रा में सिर के ऊपर जोड़ें। सन्तुलन बनाते हुए इस मुद्रा में 30 सेकंड से 1 मिनट तक रहें और फिर दूसरे पैर से दोहराएं।
सेतुबंधासन
सेतुबंधासन, जिसे ब्रिज पोज भी कहा जाता है। ये पीठ, कूल्हों और घुटनों को मजबूती देने के लिए बहुत बहुत ही प्रभावी है। इसे करने के लिए पीठ के बल लेटें, घुटनों को मोड़ें और पैरों को जमीन पर स्थिर रखें। अब धीरे-धीरे कूल्हों और कमर को ऊपर उठाएं और इस स्थिति में 20-30 सेकंड तक बने रहें, फिर धीरे-धीरे वापस आएं।
ऊंट मुद्रा या कैमल पोज
उष्ट्रासन जोड़ो की जकड़न को कम करने और लचीलेपन को बढ़ाने में मदद करती है। इसे करने के लिए घुटनों के बल खड़े हों, धीरे-धीरे पीछे की ओर झुकें और दोनों हाथों से एड़ियों को पकड़ें। सिर को पीछे झुकाकर गहरी सांस लें और 20-30 सेकंड तक इसी मुद्रा में रहें। धीरे-धीरे सामान्य स्थिति में आ जाएं।
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पार्श्वकोण मुद्रा
यह योगासन कूल्हों, घुटनों और पैरों की मजबूती को बढ़ाता है और शरीर में लचीलेपन को बढ़ावा देता है। इसे करने के लिए पैरों को थोड़ा फैलाएं, एक पैर को 90 डिग्री पर मोड़ें और दूसरा सीधा रखें। अब मोड़े हुए पैर की दिशा में शरीर को झुकाएं और एक हाथ जमीन पर और दूसरा सीधा ऊपर की ओर रखें। इस मुद्रा में 20-30 सेकंड तक बने रहें और दोहराएं।
उत्तानासन
उत्तानासन रीढ़, घुटनों और कूल्हों की मांसपेशियों को मजबूत बनाता है। ये जोड़ों के दर्द को कम करता है। इसे करने के लिए सीधे खड़े हों, फिर धीरे-धीरे आगे की ओर झुकें और हाथों से पैरों को छूने की कोशिश करें। शरीर को ढीला छोड़ दें और 20-30 सेकंड तक इस मुद्रा में रहें।
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Disclaimer: लेख में उल्लिखित सलाह और सुझाव सिर्फ सामान्य सूचना के उद्देश्य के लिए हैं और इन्हें पेशेवर चिकित्सा सलाह के रूप में नहीं लिया जाना चाहिए। कोई भी सवाल या परेशानी हो तो हमेशा अपने डॉक्टर से सलाह लें।
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