कम उम्र में ही कमजोर होने लगी है आंखों की रोशनी, तो रोजाना सुबह करें ये योगासन
आजकल के समय में बढ़ता स्क्रीन टाइम और तनाव आंखों की रोशनी को कमजोर कर रहा है जिससे मानसिक शांति भी प्रभावित हो रही है। ऐसे में योग एक नेचुरल उपाय है जो आंखों की सेहत सुधारने और स्ट्रेस कम करने में मदद करता है। साथ ही इससे ब्लड सर्कुलेशन बढ़ता है जिससे दिमाग को गहरा आराम मिलता है।
लाइफस्टाइल डेस्क, नई दिल्ली। आजकल हमारी जीवनशैली में स्क्रीन टाइम बढ़ गया है, जिससे आंखों की रोशनी कमजोर होने लगी है। वहीं, काम का दबाव, अनियमित दिनचर्या और नींद की कमी के कारण मानसिक तनाव भी तेजी से बढ़ रहा है।
ऐसे में योग सबसे प्रभावी और प्राकृतिक समाधान हो सकता है, जो आंखों की रोशनी बढ़ाने के साथ-साथ दिमाग को शांत रखने में मदद करता है। ऐसे में कुछ विशेष योगासन ऐसे हैं, जिन्हें करने से आंखों की मांसपेशियां मजबूत होती हैं, ब्लड सर्कुलेशन बेहतर होता है और स्ट्रेस कम होता है। तो आईए जानते हैं ऐसे ही कुछ बेहद महत्वपूर्ण योगासनों के बारे में
त्राटक
त्राटक ध्यान की एक विधि है, जिसमें किसी स्थिर बिंदु (जैसे मोमबत्ती की लौ) को लगातार देखने की प्रैक्टिस की जाती है। यह आंखों की मांसपेशियों को मजबूत बनाता है, दृष्टि को तेज करता है और एकाग्रता बढ़ाता है। साथ ही, इससे मानसिक शांति मिलती है और स्ट्रेस कम होता है।
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भस्त्रिका प्राणायाम
इस प्राणायाम में गहरी और तेज सांसें ली और छोड़ी जाती हैं, जिससे शरीर में ऑक्सीजन की मात्रा बढ़ती है।यह आंखों की सेल्स को पोषण देने, स्ट्रेस को दूर करने और मेंटल एनर्जी मानसिक को बढ़ाने में मदद करता है।
आंखों को घुमाना
इस अभ्यास में आंखों को ऊपर-नीचे, दाएं-बाएं और गोलाकार घुमाया जाता है। यह क्रिया आंखों की फ्लेक्सिबिलिटी को बढ़ाती है, थकान को कम करती है और रोशनी में सुधार लाती है।
पामिंग
पामिंग करने के लिए हथेलियों को रगड़कर गर्म करें और फिर उन्हें आंखों पर रखें। इससे आंखों को गहरा आराम मिलता है, तनाव कम होता है और ब्लड सर्कुलेशन बेहतर होता है।
भ्रामरी प्राणायाम
इस प्राणायाम में सांस छोड़ते समय मधुमक्खी जैसी गूंज (हम्मिंग साउंड) की जाती है। यह दिमाग को शांत करता है, तनाव कम करता है और आंखों की नसों को रिलैक्स करता है।
पद्महस्तासन
इस योगासन में खड़े होकर झुकते हुए हथेलियों से पैरों को छूने की कोशिश की जाती है। यह ब्लड सर्कुलेशन को बेहतर बनाता है, आंखों तक अधिक ऑक्सीजन पहुंचाता है और मानसिक शांति लाता है।
बालासन
बालासन को "चाइल्ड पोज" भी कहा जाता है। इसे करने के लिए घुटने टेकते हुए एड़ियों पर बैठ जाएं और हाथों को आगे की ओर फैलाते हुए सिर को जमीन पर टीकाएं। गहरी सांस लेते हुए तीस सेकेंड से एक मिनट तक करें।यह आसन दिमाग को रिलैक्स करता है, तनाव दूर करता है और आंखों की रोशनी को बेहतर बनाता है।
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