World Cancer Day 2025: इन 5 चीजों को ज्यादा पकाने से बचें! बढ़ जाता है कैंसर का खतरा
कुछ फूड्स ऐसे हैं जिन्हें ज्यादा पकाने से उनमें हानिकारक रसायन पैदा हो सकते हैं जो कैंसर के खतरे को बढ़ा देते हैं। जी हां 4 फरवरी को मनाए जाने वाले विश्व कैंसर दिवस (World Cancer Day 2025) के मौके पर यहां हम आपको ऐसी 5 चीजों (Foods That Increase Cancer Risk) के बारे में बताने जा रहे हैं जिन्हें आपको ज्यादा पकाने से बचना चाहिए।

लाइफस्टाइल डेस्क, नई दिल्ली। World Cancer Day 2025: हर साल 4 फरवरी को विश्व कैंसर दिवस मनाया जाता है। यह दिन कैंसर के प्रति जागरूकता बढ़ाने, इसके रोकथाम के उपायों को बढ़ावा देने और इस बीमारी से लड़ने के लिए वैश्विक स्तर पर प्रयासों को एकजुट करने का मौका देता है।
कैंसर एक ऐसी बीमारी है जो दुनिया भर में लाखों लोगों की जान लेती है और इसके कारणों में आनुवांशिक, पर्यावरणीय और जीवनशैली से जुड़े पहलू शामिल हैं। इनमें से एक बड़ा कारण हमारी डाइट भी है। आज हम बात करेंगे उन 5 चीजों के बारे में जिन्हें ज्यादा पकाने से कैंसर का खतरा बढ़ सकता है। इन्हें समझकर और सही तरीके से पकाकर हम इस जानलेवा बीमारी के खतरे को कम कर सकते हैं।
1) आलू और अन्य स्टार्च वाले फूड्स
आलू, चिप्स, फ्रेंच फ्राइज और अन्य स्टार्च वाले फूड्स को ज्यादा तापमान पर पकाने या तलने से उनमें एक हानिकारक रसायन बनता है, जिसे एक्रिलामाइड (Acrylamide) कहा जाता है। यह रसायन कैंसर का कारण बन सकता है। जब स्टार्चयुक्त खाद्य पदार्थों को 120 डिग्री सेल्सियस से ज्यादा तापमान पर पकाया जाता है, तो यह रसायन बनने लगता है। इसलिए, आलू या अन्य स्टार्चयुक्त फूड आइटम्स को हल्का सुनहरा होने तक ही पकाएं और उन्हें ज्यादा भूरा या काला होने से बचाएं।
2) मांस और मछली
मांस और मछली को ज्यादा तापमान पर पकाने या ग्रिल करने से उनमें हेटरोसाइक्लिक एमाइन्स (Heterocyclic Amines - HCAs) और पॉलीसाइक्लिक एरोमैटिक हाइड्रोकार्बन्स (Polycyclic Aromatic Hydrocarbons - PAHs) नामक हानिकारक रसायन बनते हैं। ये रसायन डीएनए को नुकसान पहुंचा सकते हैं और कैंसर का कारण बन सकते हैं। मांस को धीमी आंच पर पकाना और उसे जलने से बचाना इस खतरे को कम कर सकता है। साथ ही, मांस को मैरिनेट करने से भी इन रसायनों का निर्माण कम होता है।
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3) तेल और फैट
तेल को बार-बार गर्म करने या उसे धुंआ छोड़ने वाले तापमान तक गर्म करने से उसमें एक्रोलिन (Acrolein) और अन्य हानिकारक एंजाइम बनते हैं, जो शरीर में जाकर ऑक्सीडेटिव स्ट्रेस पैदा करते हैं और कैंसर का खतरा बढ़ाते हैं। इसलिए, तेल को एक बार इस्तेमाल करने के बाद दोबारा यूज न करें और उसे ज्यादा गर्म करने से बचें। साथ ही, हेल्दी तेल जैसे ऑलिव ऑयल या कोकोनट ऑयल का इस्तेमाल करना बेहतर होता है।
4) ब्रेड और बेकरी प्रोडक्ट्स
ब्रेड, टोस्ट और अन्य बेकरी प्रोडक्ट्स को ज्यादा पकाने या जलाने से उनमें भी एक्रिलामाइड बन सकता है। खासतौर से, टोस्ट को ज्यादा भूरा या काला करने से बचना चाहिए। हल्के सुनहरे रंग तक ही टोस्ट करना सेफ होता है। इसके अलावा, बेकरी प्रोडक्ट्स में मौजूद शुगर को ज्यादा गर्म करने से भी हानिकारक एंजाइम बन सकते हैं।
5) शुगर और शुगरी फूड्स
शुगर को ज्यादा तापमान पर गर्म करने से एडवांस्ड ग्लाइकेशन एंड प्रोडक्ट्स (Advanced Glycation End Products - AGEs) बनते हैं। ये एंजाइम शरीर में सूजन और ऑक्सीडेटिव स्ट्रेस को बढ़ाते हैं, जो कैंसर के खतरे को बढ़ा सकते हैं। इसलिए, शुगर वाले फूड आइटम्स को ज्यादा पकाने या उन्हें जलाने से बचना चाहिए। मिठाइयों और डेजर्ट को धीमी आंच पर पकाना और उन्हें ज्यादा भूरा होने से बचाना जरूरी है।
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Disclaimer: लेख में उल्लेखित सलाह और सुझाव सिर्फ सामान्य सूचना के उद्देश्य के लिए हैं और इन्हें पेशेवर चिकित्सा सलाह के रूप में नहीं लिया जाना चाहिए। कोई भी सवाल या परेशानी हो, तो हमेशा अपने डॉक्टर से सलाह लें।
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