आज मनाया जा रहा World Asthma Day 2025, जानें इसका इतिहास, महत्व और इस साल की थीम
हर साल मई के पहले मंगलवार को World Asthma Day यानी विश्व अस्थमा दिवस मनाया जाता है। साल 2025 में यह दिन 6 मई को मनाया जा रहा है। इस दिन का मकसद है लोगों को इस बीमारी के प्रति जागरूक करना इससे जुड़ी भ्रांतियों को दूर करना और बेहतर लाइफस्टाइल अपनाने के लिए मोटिवेट करना। आइए जानें इसका इतिहास महत्व और साल 2025 की थीम।
लाइफस्टाइल डेस्क, नई दिल्ली। World Asthma Day 2025: क्या आप जानते हैं, दुनिया भर में लाखों लोग हर सांस के साथ संघर्ष करते हैं? जी हां, आज है वह दिन जब हम उनकी आवाज बनते हैं- विश्व अस्थमा दिवस! हर साल मई के पहले मंगलवार को मनाया जाने वाला यह दिन सिर्फ एक तारीख नहीं, बल्कि एक खास मौका है, जो हमें अस्थमा के साए में जी रहे लोगों की चुनौतियों और उम्मीदों से जोड़ता है। आइए, 6 मई, 2025 को मनाए जा रहे इस दिवस पर जानें इसका इतिहास, महत्व और इस साल की उस खास थीम के बारे में जो हर अस्थमा पेशेंट के लिए एक समान हक की बात करती है।
अस्थमा क्या है?
अस्थमा (Asthma) एक क्रॉनिक यानी दीर्घकालिक बीमारी है, जो व्यक्ति की सांस की नली को प्रभावित करती है। इसमें रोगी को सांस लेने में मुश्किल, सीने में जकड़न, खांसी और सीटी जैसी आवाजें आती हैं। यह समस्या धूल, धुआं, परागकण, मौसम में बदलाव या तनाव के कारण और भी बढ़ जाती है।
विश्व अस्थमा दिवस का इतिहास (World Asthma Day 2025 History)
विश्व अस्थमा दिवस की शुरुआत 1998 में Global Initiative for Asthma (GINA) नामक संस्था द्वारा की गई थी। इसका पहला आयोजन बार्सिलोना, स्पेन में हुआ था, जिसमें करीब 35 देशों ने हिस्सा लिया। तब से लेकर आज तक हर साल GINA इस दिन को एक खास थीम के साथ मनाता है, ताकि लोगों को अलग-अलग पहलुओं पर ध्यान दिलाया जा सके।
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विश्व अस्थमा दिवस का महत्व (World Asthma Day 2025 Significance)
विश्व अस्थमा दिवस बेहद जरूरी है क्योंकि यह लोगों को अस्थमा के बारे में बताता है कि यह बीमारी क्यों होती है, इसके लक्षण क्या हैं, इसका इलाज कैसे किया जा सकता है और इसे होने से कैसे रोका जा सकता है। दरअसल, आज भी लोगों के मन में अस्थमा को लेकर कई गलत बातें बैठी हुई हैं, तो यह दिन उन गलतफहमियों को दूर करने और सही जानकारी देने का मौका देता है।
यह दिन उन लोगों के लिए भी बहुत मायने रखता है जिन्हें अस्थमा है, उनके परिवार वालों के लिए और जो उनकी देखभाल करते हैं, क्योंकि इस दिन उन्हें लगता है कि वे अकेले नहीं हैं, और सभी एक साथ मिलकर उनका सपोर्ट करते हैं।
इतना ही नहीं, यह दिन सरकारों और स्वास्थ्य से जुड़ी संस्थाओं को भी याद दिलाता है कि उन्हें अस्थमा को रोकने और उसका इलाज करने के लिए अच्छी योजनाएं बनानी चाहिए और जरूरी चीजें उपलब्ध करानी चाहिए। कुल मिलाकर, यह दिन इस बात पर भी जोर देता है कि अस्थमा के बारे में और ज्यादा खोजबीन होनी चाहिए और इसके नए इलाज ढूंढने चाहिए।
विश्व अस्थमा दिवस 2025 की थीम (World Asthma Day 2025 Theme)
इस साल, 2025 के लिए विश्व अस्थमा दिवस की थीम है "मेक इनहेल्ड ट्रीटमेंट्स एक्सेसिबल फॉर ऑल" (Make Inhaled Treatments Accessible for ALL)। इसका मतलब है कि सभी लोगों तक सांस से जुड़ी दवाएं आसानी से पहुंचनी चाहिए। खासकर वे दवाएं जो इनहेलर से ली जाती हैं और जिनमें स्टेरॉयड होता है, वे अस्थमा को ठीक रखने के लिए बहुत जरूरी हैं और हर किसी को मिलनी चाहिए। इस थीम का मकसद है अस्थमा की वजह से होने वाली बीमारियों और मौतों को कम करना। इसके साथ ही, हर जगह ये दवाएं उपलब्ध हों, इस बात पर ज्यादा से ज्यादा जोर देना।
सोच बदलने की भी जरूरत
अस्थमा के मरीजों को न केवल फिजिकल सपोर्ट की जरूरत होती है, बल्कि मानसिक रूप से भी उन्हें सहारा चाहिए। समाज में फैली गलत धारणाएं जैसे कि "अस्थमा छूने से फैलता है" या "इनहेलर का इस्तेमाल करने से आदत पड़ जाती है" – आद के दौर में हमें इन बातों से दूर रहने की जरूरत है।
World Asthma Day 2025 हमें यह याद दिलाता है कि अस्थमा एक लाइलाज बीमारी नहीं है। थोड़ी-सी सतर्कता, सही जानकारी और लाइफस्टाइल में बदलाव के साथ इसे पूरी तरह से कंट्रोल किया जा सकता है।
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