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    ठंड में Asthma के मरीजों को रहना चाहिए सावधान, नहीं तो बढ़ सकते हैं इस बीमारी के लक्षण

    Updated: Wed, 27 Nov 2024 01:51 PM (IST)

    अस्थमा और ब्रोंकाइटिस के मरीजों के लिए सर्दी का मौसम काफी मुश्किल भरा हो सकता है अगर वे कुछ बातों (Winter Health Tips For Asthma Patients) का ध्यान न रखें। इस मौसम में हवा ठंडी और ड्राई हो जाती है जिसके कारण इन लोगों को काफी परेशानी हो सकती है। आइए जानते हैं ठंड में अस्थमा और ब्रोंकाइटिस के मरीजों को किन बातों का ध्यान रखना चाहिए।

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    सर्दी में क्यों बढ़ जाते हैं अस्थमा के लक्षण? (Picture Courtesy: Freepik)

    लाइफस्टाइल डेस्क, नई दिल्ली। Winter Health Care Tips: सर्दी के मौसम में सिर्फ खांसी-जुकाम की समस्या ही नहीं होती है, बल्कि और भी कई परेशानियां बढ़ सकती हैं। इन समस्याओं में अस्थमा और ब्रोंकाइटिस भी शामिल है। जी हां, ठंड के मौसम में इन रेस्पिरेटरी डिजीज के लक्षण बढ़ सकते हैं (Winter Health Tips For Asthma Patients), जिसकी वजह से व्यक्ति को काफी परेशानी हो सकती है। ऐसा क्यों होता है और इससे कैसे बचाव किया जा सकता है, इस बारे में (Winter Asthma Tips) जानने के लिए हमने डॉ. कुलदीप कुमार ग्रोवर (सी.के. बिरला हॉस्पिटल, गुरुग्राम के प्लमोनोलॉजी और क्रिटिकल केयर के हेड) से बात की। आइए जानें। 

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    ठंड में क्यों गंभीर हो सकता है अस्थमा और ब्रोंकाइटिस?

    • ठंडी हवा और सूजन- ठंडी हवा सांस की नलियों को सिकुड़ा देती है, जिसकी वजह से सांस लेना मुश्किल हो जाता है। इसके कारण अस्थमा और ब्रोंकाइटिस के मरीजों को काफी परेशानी का सामना करना पड़ता है। सर्दी में ब्रोंकाइटिस के मरीजों को ब्रोंकियल स्पास्म और कफ बढ़ सकता है। इसके कारण सांस लेने में तकलीफ शुरू हो सकती है।
    • कम ह्युमिडिटी- ठंडी हवा में नमी कम होती है, जिससे सांस की नली सूख जाती है और उसमें इरिटेशन होने लगती है। इसके कारण सूजन हो जाती है और बलगम भी बढ़ जाता है। इस वजह से खांसी और सांस लेने में तकलीफ होने लगती है।
    • वायरल इन्फेक्शन- सर्दी के मौसम में वायरल इन्फेक्शन का खतरा बढ़ जाता है, जो अस्थमा और ब्रोंकाइटिस के लक्षणों को और गंभीर बना सकता है।
    • एलर्जी- ठंड के मौसम में घर के अंदर ज्यादा समय बिताने से घर की धूल, पालतू जानवरों के बाल आदि एलर्जेंस के संपर्क में आने की संभावना बढ़ जाती है, जो अस्थमा के दौरे को ट्रिगर कर सकते हैं।
    • हीटर का इस्तेमाल- सर्दी में खुद को गर्म रखने के लिए घरों में हीटर का काफी इस्तेमाल होता है। हीटर के इस्तेमाल से हवा और ड्राई हो जाती है, जिसकी वजह से सांस लेने में तकलीफ हो सकती है।

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    ठंड में अस्थमा और ब्रोंकाइटिस के मरीजों को किन बातों का ध्यान रखना चाहिए?

    • स्कार्फ पहनें- सर्दी में बाहर निकलने से पहले मुंह और नाक पर स्कार्फ बांधें। इससे अंदर जाने वाली हवा गर्म होगी और अस्थमा व ब्रोंकाइटिस के लक्षण गंभीर होने से बचाव होगा।
    • बाहर कम निकलें- कोशिश करें कि बाहर कम जाएं। खासकर अगर बाहर प्रदूषण और ठंड ज्यादा है।
    • घर की हवा साफ रखें- घर के भीतर की हवा को शुद्ध रखने के लिए एयर प्यूरीफायर का इस्तेमाल करें। साथ ही, घर के अंदर की धूल-मिट्टी को साफ करें और अगरबत्ती, मोमबत्ती आदि न जलाएं।
    • खिड़की बंद रखें- अपने घर की खिड़की सुबह और शाम के वक्त बंद रखें। इससे ठंडी हवा और प्रदूषक घर में नहीं आएंगे।
    • वैक्सीन लें- फ्लू और निमोनिया जैसी बीमारियों की वैक्सीन लें। इससे इन्फेक्शन का खतरा कम होगा।
    • इनहेलर- अपना इनहेलर हमेशा अपने साथ रखें और समय से दवाएं लें।
    • पानी पिएं- खुद को हाइड्रेटेड रखने की कोशिश करें, ताकि गले में म्यूकस न बढ़ें। साथ ही, हेल्दी खाना खाएं।
    • लक्षणों पर ध्यान- अस्थमा और ब्रोंकाइटिस के मरीजों को अपने लक्षणों पर ध्यान देना चाहिए और समय-समय से डॉक्टर से संपर्क करें।

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