कुत्ते के काटने के बाद सबसे पहले क्या करना चाहिए? रेबीज से बचना है, तो जान लें ये 6 जरूरी बातें
कुत्ते के काटने (Dog Bite) के बढ़ते मामले काफी खतरनाक हैं और चिंता का विषय भी हैं। कुत्ते के काटने की वजह से रेबीज होने का खतरा रहता है जो जानलेवा है। इसलिए जरूरी है कि कुत्ते के काटने के बाद तुरंत सही इलाज किया जाए। आइए जानें अगर कुत्ता काट ले तो क्या करना चाहिए।
लाइफस्टाइल डेस्क, नई दिल्ली। कुत्ते के काटने (Dog Bite) की घटनाएं आजकल काफी ज्यादा सुनने को मिल रही हैं। ऐसे में जरूरी है कि हम इससे सावधान रहें, ताकि रेबीज जैसी जानलेवा बीमारी से बचा जा सके। चाहे वह पालतू कुत्ता हो या आवारा, काटे जाने पर तुरंत और सही इलाज बेहद जरूरी है।
कुत्ते के काटने या चाटने की वजह से रेबीज हो सकता है। इसलिए यह समझना जरूरी है कि अगर कुत्ता काट ले, तो सबसे पहले क्या करना चाहिए। आइए जानते हैं कि ऐसी स्थिति में सबसे पहले आपको क्या कदम उठाने चाहिए और किन सावधानियों (First-Aid For Dog Bite) का ध्यान रखना चाहिए।
कुत्ते के काटने पर क्या करना चाहिए?
- शांत रहें और घाव की जांच करें- सबसे पहले घबराएं नहीं। शांत होकर घाव को चेक करें। देखें कि घाव कितना गहरा है और खून कितना बह रहा है। अगर घाव गहरा है और खून तेजी से बह रहा है, तो उसे रोकना जरूरी है।
- घाव को धोएं- घाव को कम से कम 15 मिनट तक बहते हुए ठंडे पानी और साबुन से अच्छी तरह धोएं। घाव को रगड़ें नहीं, बल्कि हल्के हाथों से बहते पानी के नीचे धोएं। इससे लार और गंदगी निकल जाएगी और इन्फेक्शन का खतरा कम होगा।
- खून बहना बंद करें- घाव धोने के बाद, एक साफ कपड़े या पट्टी (गेज) से हल्का दबाव डालकर खून बहना बंद करें।
- घाव को ढकें- एक स्टरलाइज पट्टी या साफ कपड़े से घाव को ढक दें। इससे बाहरी कीटाणुओं से बचाव होगा।
- डॉक्टर से संपर्क करें- कुत्ते के काटने के बाद डॉक्टर से सलाह लेना हमेशा जरूरी है, भले ही घाव छोटा ही क्यों न हो।
इन बातों का रखें खास ध्यान
- रेबीज का खतरा- रेबीज एक जानलेवा वायरल बीमारी है जो कुत्ते की लार के जरिए फैलती है। अगर कुत्ते के रेबीज से इन्फेक्शन होने का शक है, तो डॉक्टर तुरंत रेबीज के इंजेक्शन शुरू करेंगे। इसमें देरी जानलेवा हो सकती है।
- टिटनेस का खतरा- गहरे घावों में टिटनेस के बैक्टीरिया के फैलने का खतरा रहता है। डॉक्टर से टिटनेस का इंजेक्शन लगवाने की सलाह लें।
- कुत्ते पर नजर रखें- अगर कुत्ता पालतू और पहचान का है, तो उस पर 10-15 दिनों तक नजर रखें। अगर उसमें कोई अजीब व्यवहार (जैसे पानी से डरना, ज्यादा लार आना, आक्रामक होना) दिखे या वह मर जाए, तो तुरंत डॉक्टर को सूचित करें। इससे रेबीज का पता लगाने में मदद मिलती है।
- घाव को न चाटें- बच्चों को समझाएं कि घाव को बिल्कुल न चाटें और न ही उसे छुएं।
- घरेलू नुस्खों से बचें- घाव पर हल्दी, मिट्टी, या कोई भी अन्य चीज न लगाएं। इससे इन्फेक्शन बढ़ सकता है।
- कुत्ते की रिपोर्ट करें- अगर कुत्ता आवारा और आक्रामक है, तो उसकी सूचना स्थानीय प्रशासन को दें, ताकि दूसरे लोगों को उससे खतरा न हो।
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Disclaimer: लेख में उल्लिखित सलाह और सुझाव सिर्फ सामान्य सूचना के उद्देश्य के लिए हैं और इन्हें पेशेवर चिकित्सा सलाह के रूप में नहीं लिया जाना चाहिए। कोई भी सवाल या परेशानी हो तो हमेशा अपने डॉक्टर से सलाह लें।
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