टाइप 1 और 2 से कहीं ज्यादा खतरनाक है Type 5 Diabetes, इन लोगों में रहता है ज्यादा खतरा
आजकल की भागदौड़ भरी जिंदगी में खराब खानपान और अनहेल्दी लाइफस्टाइल को फॉलो कर रहे हैं। इससे कई बीमारियों का खतरा बढ़ जाता हे। डायबिटीज भी उन्हीं बीमारियों में से एक है। ये समस्या आम हो गई है। आमतौर पर लोग टाइप 1 2 और 3 डायबिटीज के बारे में ही जानते हैं लेकिन टाइप 5 डायबिटीज बाकी डायबिटीज से ज्यादा खतरनाक है।
लाइफस्टाइल डेस्क, नई दिल्ली। आजकल की भागदौड़ भरी जिंदगी में लोग अपनी सेहत का सही ढंग से ख्याल नहीं रख पा रहे हैं। खराब खानपान और अनहेल्दी लाइफस्टाइल अपनाने से लोगों को मोटापे की समस्या ताे हो ही रही है, साथ ही डायबिटीज और दिल की बीमारी का खतरा भी बढ़ ही रहा है। डायबिटीज की बात करें तो ये आज के समय में आम बीमारी बन चुकी है। पहले जहां बुजुर्गों में ये बीमारी देखी जाती थी, तो वहीं अब कम उम्र के लोगों को भी डायबिटीज अपने चपेट में ले रही है।
आमतौर पर लोग टाइप 1, 2 और 3 डायबिटीज के बारे में ही जानते हैं। लेकिन क्या आपको पता है कि अब टाइप 5 डायबिटीज भी लोगों के लिए बड़ा खतरा बन चुका है? ये बाकी डायबिटीज से कहीं ज्यादा खतरनाक है। हालांकि, बाकी डायबिटीज की तरह टाइप 5 डायबिटीज होने पर भी आपके शारीर में पहले से कई लक्षण नजर आने लगते हैं। ऐसे में अगर समय रहते इन लक्षणों को पहचान लिया जाए तो इलाज में आसानी हो सकती है।
आज का हमारा लेख भी इसी विषय पर है। हम आपको टाइप 5 डायबिटीज के बारे में बताने जा रहे हैं। साथ ही इसके लक्षणों और कारणों के बारे में भी जानेंगे। तो आइए जानते हैं विस्तार से -
क्या है टाइप 5 डायबिटीज (Type-5 Diabetes)?
क्लीवलैंड क्लीनिक के मुताबिक, टाइप 5 डायबिटीज तब होती है जब बचपन में लंबे समय तक पोषण की कमी के कारण पैंक्रियाज ठीक से डेवलप नहीं हो पाता है। इसके कारण शरीर में पर्याप्त मात्रा में इंसुलिन (हॉर्मोन) नहीं बन पाता है। इसे मैलन्यूट्रिशन-रिलेटेड डायबिटीज मेलिटस (MRDM) भी कहा जाता है। इंसुलिन की कमी से खून में शुगर का लेवल बढ़ जाता है, यानी डायबिटीज हो जाती है।
30 साल से कम उम्र वालों को है ज्यादा खतरा
ये बीमारी आमतौर पर 30 साल की उम्र से पहले ही देखने को मिलती है। साल 2025 में इंटरनेशनल डायबिटीज फेडरेशन ने इसे ऑफिशियली टाइप 5 डायबिटीज के रूप में घोषित कर दिया था। ऐसा अनुमान लगाया जा रहा है कि दुनिया भर में 2 से 2.5 करोड़ लोग इसकी चपेट में हो सकते हैं। ये बीमारी उन इलाकों में ज्यादा देखी जाती है जहां कुपोषण नॉर्मल है। जैसे एशिया और अफ्रीका के कुछ हिस्सों में। हालांकि, अभी इसका कोई इलाज नहीं मिल सका है। लेकिन वैज्ञानिक लगातार इसके इलाज के बारे में रिसर्च कर रहे हैं।
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टाइप 5 डायबिटीज के लक्षण?
- ज्यादा प्यास लगना
- बार-बार पेशाब आना
- सिरदर्द
- धुंधला दिखाई देना
- थकान महसूस होना
- चोट या घाव का धीरे-धीरे भरना
- वजन कम होना
- हड्डियों का धीमा बढ़ना
- लार ग्रंथि का बढ़ जाना
- त्वचा और बालों में बदलाव देखने को मिलना
क्या हैं टाइप 5 डायबिटीज के कारण?
इस पर वैज्ञानिक लगातार रिसर्च कर रहे हैं। ऐसा अनुमान लगाया जा रहा है कि बचपन या प्रेग्नेंसी के दौरान लंबे समय तक पोषण की कमी से पैंक्रियाज पूरी तरह से डेवलन नहीं हो पाता है। पोषक तत्वों की कमी शरीर के कई हिस्सों को बुरी तरह से प्रभावित कर सकती है। जिसमें पैंक्रियाज भी शामिल है। पैंक्रियाज ही इंसुलिन बनाता है, जो ब्लड शुगर को कंट्रोल में रखने के लिए जरूरी है।
टाइप 5 डायबिटीज के रिस्क फैक्टर्स?
- दिल की बीमारियां
- किडनी को नुकसान
- आंखों (रेटिना) की समस्या
- नसों को नुकसान
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Source-
- https://my.clevelandclinic.org/health/diseases/type-5-diabetes
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