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    रातभर सोने के बाद भी रहती है थकान? ये हैं वो 7 अनजाने कारण जो छीन रहे हैं रातों का चैन

    Updated: Tue, 18 Nov 2025 05:11 PM (IST)

     रातभर 7-8 घंटे की नींद लेने के बावजूद सुबह उठते ही थकान, सुस्ती और चिड़चिड़ापन महसूस होना आम प्रॉब्लम बन गई है। इसकी वजह सिर्फ कम सोना नहीं, बल्कि कुछ छिपे हुए कारण भी हो सकते हैं जो आपकी नींद की क्वालिटी को नुकसान पहुंचाते हैं। जैसे कि– स्क्रीन टाइम, देर रात कैफीन का सेवन, स्ट्रेस या एंग्जायटी, कमरे का खराब एटमॉस्फियर,हॉर्मोनल असंतुलन या स्लीप एपनिया जैसी प्रॉब्लम्स।

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    पूरी नींद के बाद भी थकान? ये कारण हो सकते हैं जिम्मेदार (Picture Credit- AI Generated)

    लाइफस्टाइल डेस्क, नई दिल्ली। हममें से कई लोग रातभर अच्छी नींद लेने के बावजूद सुबह उठते हैं तो खुद को थका हुआ, सुस्त और चिड़चिड़ा महसूस करते हैं। ऐसा लगता है जैस कि शरीर ने आराम ही नहीं किया। जबकि सच्चाई यह है कि नींद की केवल मात्रा नहीं, बल्कि उसकी क्वालिटी भी बेहद मायने रखती है।

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    कुछ अनजाने कारण चुपचाप आपकी नींद को नुकसान पहुंचा सकते हैं और आपको यह एहसास भी नहीं होता। आइए जानते हैं ऐसे ही कुछ छिपे हुए कारणों के बारे में, जो आपकी नींद के दुश्मन बन सकते हैं।

    रात को स्क्रीन देखने की आदत

    मोबाइल, लैपटॉप या टीवी से निकलने वाली ब्लू लाइट मेलाटोनिन नामक नींद लाने वाले हार्मोन को दबा देती है, जिससे दिमाग एक्टिव बना रहता है और गहरी नींद नहीं आती।

    लेट नाइट कैफीन या मीठा लेना

    रात को चाय, कॉफी, चॉकलेट या मीठी चीजें खाने से नर्वस सिस्टम एक्टिव हो जाता है, जिससे शरीर रिलैक्स नहीं हो पाता और नींद प्रभावित हो जाती है।

    सोने का अनियमित रूटीन

    हर दिन अलग समय पर सोना और उठना आपकी बॉडी क्लॉक को बिगाड़ता है, जिससे स्लीप साइकिल डिस्टर्ब होती है और थकावट बनी रहती है।

    नींद में बार-बार रुकावट आना

    रात में बार-बार नींद टूटने से गहरी नींद की अवस्था अधूरी रह जाती है, जिससे शरीर पूरी तरह से रिचार्ज नहीं हो पाता।

    स्ट्रेस या एंग्जायटी

    दिमाग में चिंता या किसी बात का डर होना नींद की गहराई को प्रभावित करता है। नींद आती तो है, पर नींद का असर नहीं दिखता।

    हॉर्मोनल असंतुलन या थायरॉइड की समस्या

    थायरॉइड या अन्य हार्मोनल गड़बड़ियां नींद की प्रक्रिया को अंदर से बाधित कर सकती हैं, जिससे नींद के बाद भी शरीर थका हुआ लगता है।

    कमरे का खराब वातावरण

    बहुत गर्म या ठंडा कमरा, शोर, या वेंटिलेशन की कमी नींद को डिस्टर्ब करती है। वातावरण शांत, ठंडा और आरामदायक होना चाहिए।

    स्लीप एपनिया जैसी हेल्थ प्रॉब्लम्स

    इसमें नींद के दौरान सांसें रुक-रुक कर चलती हैं, जिससे दिमाग को पूरा ऑक्सीजन नहीं मिलता और सुबह ताजगी महसूस नहीं होती।

    अगर आप नींद के बावजूद थकान महसूस कर रहे हैं, तो जरूरी है कि इन कारणों को पहचानें और उन्हें सुधारें। नींद सिर्फ शरीर नहीं, दिमाग को भी रिचार्ज करती है। इसे नजरअंदाज करना आपकी सेहत के लिए भारी पड़ सकता है।