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    कब्ज दूर करने का सस्ता और असरदार इलाज है त्रिफला चूर्ण, मगर क्या आप जानते हैं इसे खाने के 5 नुकसान?

    Updated: Wed, 05 Feb 2025 03:00 PM (IST)

    कब्ज से छुटकारा पाना हो या फिर गैस और एसिडिटी जैसी समस्या हो अगर आप भी ऐसे में त्रिफला चूर्ण खाने में भरोसा रखते हैं तो यह आर्टिकल आप ही के लिए है। जी हां दरअसल आयुर्वेदिक गुणों से भरपूर यह चूर्ण कुछ लोगों के लिए परेशानी का सबब भी बन सकता है। यहां हम आपको इससे होने वाले 5 नुकसानों (Triphala Side Effects) के बारे में बता रहे हैं।

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    फायदे की जगह नुकसान भी दे सकता है त्रिफला चूर्ण का सेवन, जानें कैसे (Image Source: Freepik)

    लाइफस्टाइल डेस्क, नई दिल्ली। Triphala Side Effects: त्रिफला चूर्ण- आंवला, हरड़ और बहेड़ा का मिश्रण होता है यानी इन तीन चीजों को मिलाकर इसे तैयार किया जाता है। आयुर्वेद में लोग कब्ज के इलाज के लिए बड़े स्तर पर इसका इस्तेमाल करते हैं। यह पाचन में सुधार, आंतों को साफ करने और मल त्याग को नियमित करने में मदद करता है।

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    त्रिफला चूर्ण को आमतौर पर सुरक्षित माना जाता है और शायद पेट से जुड़ी किसी समस्या में आप भी इसका सहारा लेते हों, लेकिन क्या आपको मालूम है कि कुछ लोगों को इसके इस्तेमाल से कुछ साइड इफेक्ट्स (Side Effects Of Triphala Powder) भी झेलने पड़ सकते हैं। जी हां, आइए इस आर्टिकल में आपको बताते हैं कि त्रिफला चूर्ण खाने से क्या-कुछ नुकसान हो सकते हैं।

    त्रिफला चूर्ण खाने के 5 नुकसान

    पेट में जलन

    त्रिफला चूर्ण में रेचक गुण होते हैं, जिससे कब्ज की समस्या से तो राहत मिलती है, लेकिन कुछ लोगों में यह पेट में जलन पैदा कर सकते हैं। यह खासतौर से उन लोगों में आम है जो संवेदनशील पाचन तंत्र वाले होते हैं। पेट में जलन के लक्षणों में पेट में दर्द, ऐंठन, सूजन और दस्त शामिल हो सकते हैं।

    दस्त की परेशानी

    त्रिफला चूर्ण के ज्यादा सेवन से दस्त हो सकते हैं। यह इसलिए है क्योंकि त्रिफला चूर्ण आंतों को उत्तेजित करता है, जिससे मल त्याग में वृद्धि होती है। दस्त डिहाइड्रेशन और इलेक्ट्रोलाइट इंबैलेंस का कारण बन सकता है, इसलिए त्रिफला चूर्ण खाते समय पर्याप्त मात्रा में तरल पदार्थों का सेवन करना भी जरूरी है।

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    एलर्जी की समस्या

    कुछ लोगों को त्रिफला चूर्ण से एलर्जी हो सकती है। एलर्जी के लक्षणों में त्वचा पर लाल चकत्ते, खुजली, सूजन और सांस लेने में कठिनाई शामिल हो सकती है। यदि आपको त्रिफला चूर्ण का सेवन करने के बाद कोई भी एलर्जी के लक्षण दिखाई देते हैं, तो आपको तुरंत इसका सेवन बंद कर देना चाहिए और डॉक्टर से संपर्क करना चाहिए।

    दवाओं के साथ रिएक्शन

    त्रिफला चूर्ण कुछ दवाओं के साथ रिएक्शन कर सकता है। यह खासतौर से उन लोगों में चिंता का विषय है जो खून को पतला करने वाली या डायबिटीज की दवाएं ले रहे हैं। जी हां, अगर आप भी ऐसी कोई दवा ले रहे हैं, तो त्रिफला चूर्ण का सेवन करने से पहले अपने डॉक्टर से बात करना जरूरी है।

    प्रेग्नेंसी और ब्रेस्टफीडिंग में करें परहेज

    प्रेग्नेंसी और ब्रेस्टफीडिंग के दौरान त्रिफला चूर्ण का खाने से बचना चाहिए, क्योंकि इसमें ऐसे तत्व होते हैं जो गर्भ में पल रहे बच्चे या स्तन के दूध में प्रवेश कर सकते हैं। अगर आप गर्भवती हैं या स्तनपान करा रही हैं, तो त्रिफला चूर्ण का सेवन करने से पहले अपने डॉक्टर से बात जरूर कर लें।

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    Disclaimer: लेख में उल्लेखित सलाह और सुझाव सिर्फ सामान्य सूचना के उद्देश्य के लिए हैं और इन्हें पेशेवर चिकित्सा सलाह के रूप में नहीं लिया जाना चाहिए। कोई भी सवाल या परेशानी हो, तो हमेशा अपने डॉक्टर से सलाह लें।