Uric Acid तेजी से घटाने के लिए रोज करें 5 योगासन; गठिया के दर्द से भी मिलेगा आराम
यूरिक एसिड एक नेचुरल वेस्ट प्रोडक्ट है जिसे हमारा शरीर प्यूरिन को ब्रेक करके बनाता है। इसलिए शरीर में कुछ मात्रा में यूरिक एसिड होता ही है। यह परेशानी की वजह तब बन जाता है जब इसकी मात्रा बढ़ने लगती है। इसे कम करने में कुछ योगासन (Yoga Asanas For Uric Acid) मदद कर सकते हैं। यूरिक एसिड बढ़ने की वजह से गाउट की समस्या हो सकती है।
लाइफस्टाइल डेस्क, नई दिल्ली। Yoga Asanas For Uric Acid: यूरिक एसिड शरीर में पाया जाने वाला एक नेचुरल प्रोडक्ट है, जो प्यूरीन के टूटने से बनता है। सामान्य स्थिति में यह ब्लड में घुलकर किडनी के जरिए यूरिन से शरीर से बाहर निकल जाता है। लेकिन कुछ कारणों से यूरिक एसिड का लेवल बढ़ सकता है।
यूरिक एसिड का लेवल जब बढ़ जाता है (High Uric Acid), तो यह जोड़ों में जमा होकर गाउट (गठिया) जैसी समस्याएं पैदा कर सकता है। यूरिक एसिड को कंट्रोल करने के लिए डाइट और लाइफस्टाइल में बदलाव के साथ-साथ कुछ योगासन (Yoga Poses for Uric Acid) भी बहुत असरदार हो सकते हैं। यहां 5 योगासन बताए गए हैं, जो यूरिक एसिड को कम करने में मदद कर सकते हैं।
पश्चिमोत्तानासन (Seated Forward Bend)
पश्चिमोत्तानासन एक आसान और असरदार आसन है, जो शरीर के मेटाबॉलिज्म को बेहतर बनाने में मदद करता है। यह आसन पाचन तंत्र को एक्टिव करता है और शरीर से टॉक्सिक पदार्थों को बाहर निकालने में मददगार होता है। यूरिक एसिड को कम करने के लिए यह आसन बहुत फायदेमंद साबित हो सकता है।
कैसे करें?
- सीधे बैठकर पैरों को सामने फैलाएं।
- सांस लेते हुए हाथों को ऊपर उठाएं।
- सांस छोड़ते हुए आगे की ओर झुकें और पैरों की उंगलियों को पकड़ने की कोशिश करें।
- इस स्थिति में 30 सेकंड से 1 मिनट तक रुकें।
यह भी पढ़ें: Uric Acid तेजी से बढ़ा देती हैं ये 5 सब्जियां, गठिया और किडनी स्टोन का भी बढ़ जाता है रिस्क
भुजंगासन (Cobra Pose)
भुजंगासन किडनी और लिवर को एक्टिव करने में मदद करता है, जो यूरिक एसिड को कंट्रोल करने के लिए बेहद जरूरी है। यह आसन शरीर में ब्लड सर्कुलेशन को बेहतर बनाता है और टॉक्सिक पदार्थों को बाहर निकालने में सहायक होता है।
कैसे करें?
- पेट के बल लेट जाएं और हाथों को छाती के पास रखें।
- सांस लेते हुए छाती को ऊपर उठाएं और सिर को पीछे की ओर झुकाएं।
- इस स्थिति में 15-30 सेकंड तक रुकें और फिर सांस छोड़ते हुए वापस आएं।
वज्रासन (Thunderbolt Pose)
वज्रासन पाचन तंत्र को मजबूत बनाने और यूरिक एसिड को कंट्रोल करने में मदद करता है। यह आसन खाने के बाद किया जा सकता है और यह शरीर में एसिडिटी को कम करने में भी मददगार है।
कैसे करें?
- घुटनों के बल बैठ जाएं और नितंबों को एड़ियों पर टिकाएं।
- हाथों को घुटनों पर रखें और सीधे बैठें।
- इस स्थिति में 5-10 मिनट तक रुकें।
धनुरासन (Bow Pose)
धनुरासन पेट के अंगों को एक्टिव करता है और शरीर से टॉक्सिक पदार्थों को बाहर निकालने में मदद करता है। यह आसन यूरिक एसिड के लेवल को कम करने के साथ-साथ पीठ और कमर दर्द से भी राहत दिलाता है।
कैसे करें?
- पेट के बल लेट जाएं और हाथों से पैरों की एड़ियों को पकड़ें।
- सांस लेते हुए छाती और जांघों को ऊपर उठाएं।
- इस स्थिति में 15-30 सेकंड तक रुकें और फिर सांस छोड़ते हुए वापस आएं।
कपालभाति प्राणायाम (Skull Shining Breathing Technique)
कपालभाति प्राणायाम शरीर से टॉक्सिक पदार्थों को बाहर निकालने और यूरिक एसिड के लेवल को कम करने में बहुत असरदार है। यह प्राणायाम पाचन तंत्र को मजबूत बनाता है और शरीर के मेटाबॉलिज्म को बढ़ाता है।
कैसे करें?
- सुखासन या पद्मासन में बैठ जाएं।
- गहरी सांस लें और फिर तेजी से सांस छोड़ें, जिससे पेट अंदर की ओर जाए।
- इस प्रक्रिया को 1-2 मिनट तक दोहराएं।
यह भी पढ़ें: यूरिन में दिखने वाले ये 4 संकेत नहीं करने चाहिए इग्नोर, करते हैं हाई Uric Acid की ओर इशारा
Disclaimer: लेख में उल्लिखित सलाह और सुझाव सिर्फ सामान्य सूचना के उद्देश्य के लिए हैं और इन्हें पेशेवर चिकित्सा सलाह के रूप में नहीं लिया जाना चाहिए। कोई भी सवाल या परेशानी हो तो हमेशा अपने डॉक्टर से सलाह लें।
कमेंट्स
सभी कमेंट्स (0)
बातचीत में शामिल हों
कृपया धैर्य रखें।