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    Uric Acid कम करने के लिए खाना शुरू कर दें इस अनाज की रोटी, शरीर की सूजन भी होने लगेगी कम

    Updated: Sun, 23 Mar 2025 02:31 PM (IST)

    यूरिक एसिड (Uric Acid) बढ़ने की वजह से कई तरह की परेशानियां आपको घेर सकती हैं। इनमें गाउट और किडनी स्टोन सबसे आम हैं। ऐसे में अगर आपका यूरिक एसिड लेवल बढ़ रहा है या आप इसे कंट्रोल में रखना चाहते हैं तो बाजरा (Bajra For Uric Acid) आपकी मदद कर सकता है। जी हां बाजरे की रोटी खाने से यूरिक एसिड कंट्रोल हो सकता है। आइए जानें कैसे।

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    Uric Acid कम करने के लिए खाएं गेहूं की जगह इस अनाज की रोटी (Picture Courtesy: Freepik)

    लाइफस्टाइल डेस्क, नई दिल्ली। यूरिक एसिड (Uric Acid) हमारे शरीर में नेचुरली पाया जाता है। इसे पूरी तरह से खत्म नहीं कर सकते, क्योंकि यह शरीर में प्यूरिन टूटने से बनता है। सामान्य रूप से, यह यूरिक एसिड किडनी के जरिए फिल्टर होकर यूरिन से शरीर से बाहर निकल जाता है। लेकिन जब शरीर में यूरिक एसिड की मात्रा ज्यादा (High Uric Acid) हो जाती है, तो यह जोड़ों में जमा होकर गाउट (गठिया) और किडनी स्टोन्स जैसी समस्याएं पैदा कर सकता है।

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    यूरिक एसिड को कंट्रोल करने के लिए डाइट (Uric Acid Remedies) की खास अहमियत होती है और इसमें बाजरे की रोटी (Bajra Roti For Uric Acid) काफी असरदार ऑप्शन है। बाजरा एक पौष्टिक अनाज है, जो न केवल यूरिक एसिड को कम करने में मदद करता है (Uric Acid Control Tips), बल्कि पूरे स्वास्थ्य के लिए भी फायदेमंद है।

    बाजरे की रोटी के फायदे (Bajra Roti Benefits)

    बाजरा एक ग्लूटेन-फ्री अनाज है, जो फाइबर, प्रोटीन, विटामिन और मिनरल्स से भरपूर होता है। इसमें मैग्नीशियम, पोटैशियम, फॉस्फोरस और आयरन जैसे पोषक तत्व पाए जाते हैं, जो शरीर के लिए जरूरी हैं। बाजरे की रोटी न केवल पाचन को दुरुस्त रखती है, बल्कि यह यूरिक एसिड के स्तर को भी कंट्रोल करने में मददगार साबित होती है।

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    यूरिक एसिड कम करने में बाजरे की रोटी के फायदे (Bajra Roti For Uric Acid)

    • लो प्यूरिन कंटेंट- बाजरा एक लो-प्यूरिन अनाज है, जिसका मतलब है कि इसे खाने से शरीर में यूरिक एसिड का स्तर नहीं बढ़ता। यह गाउट के मरीजों के लिए एक सुरक्षित और स्वस्थ विकल्प है।
    • फाइबर से भरपूर- बाजरे में डाइटरी फाइबर की मात्रा ज्यादा होती है, जो शरीर से टॉक्सिन्स को बाहर निकालने में मदद करता है। फाइबर यूरिक एसिड को फिल्टर करने में मदद करता है, जिससे इसका लेवल कम होता है।
    • एंटी-इंफ्लेमेटरी गुण- बाजरे में एंटी-इंफ्लेमेटरी गुण होते हैं, जो यूरिक एसिड के कारण होने वाली सूजन और दर्द को कम करने में मदद करते हैं। यह गाउट के लक्षणों को कम करने में असरदार है।
    • लो ग्लाइसेमिक इंडेक्स- बाजरे की रोटी का ग्लाइसेमिक इंडेक्स कम होता है, जो ब्लड शुगर लेवल को स्थिर रखता है। बाजरा डायबिटीज को भी कंट्रोल करने में मदद करता है, जो यूरिक एसिड कम करने में मदद करता है। 
    • वजन नियंत्रण में सहायक- बाजरे की रोटी वजन कम करने में मदद करती है, क्योंकि यह पेट को लंबे समय तक भरा रखती है। मोटापा यूरिक एसिड बढ़ने का एक अहम कारण है और बाजरा इस समस्या को दूर करने में सहायक है।
    • किडनी स्वास्थ्य के लिए फायदेमंद- बाजरा किडनी के फंक्शन को बेहतर बनाने में मदद करता है। यह यूरिक एसिड को शरीर से बाहर निकालने की प्रक्रिया को तेज करता है, जिससे इसका लेवल कम होता है।

    कैसे शामिल करें बाजरे की रोटी को डाइट में?

    बाजरे की रोटी को अपनी डाइट में शामिल करना आसान है। इसे गेहूं के आटे के साथ मिलाकर या सिर्फ बाजरे के आटे से बनाया जा सकता है। इसे दाल, सब्जी या छाछ के साथ खाने से इसके पोषक तत्वों का पूरा फायदा मिलता है। यूरिक एसिड के मरीजों को रोजाना एक या दो बाजरे की रोटी खाने की सलाह दी जाती है।

    इन बातों का ध्यान रखा

    हालांकि, बाजरा यूरिक एसिड के लिए फायदेमंद है, लेकिन इसका लेवल संतुलित मात्रा में ही रहना चाहिए। अधिक मात्रा में बाजरा खाने से पाचन संबंधी समस्याएं हो सकती हैं। साथ ही, यूरिक एसिड को नियंत्रित करने के लिए अन्य स्वस्थ आदतों जैसे पर्याप्त पानी पीना, नियमित व्यायाम करना और प्रोसेस्ड फूड से दूर रहना भी जरूरी है।

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    Disclaimer: लेख में उल्लिखित सलाह और सुझाव सिर्फ सामान्य सूचना के उद्देश्य के लिए हैं और इन्हें पेशेवर चिकित्सा सलाह के रूप में नहीं लिया जाना चाहिए। कोई भी सवाल या परेशानी हो तो हमेशा अपने डॉक्टर से सलाह लें।