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    अचानक खड़े होते ही क्यों छा जाता है आंखों के आगे अंधेरा? चक्कर आने की यह वजह नहीं जानते होंगे आप

    Updated: Tue, 07 Oct 2025 03:51 PM (IST)

    क्या कभी आपके साथ ऐसा हुआ है कि आप लेटे या बैठे-बैठे अचानक खड़े हुए और कुछ सेकंड के लिए सब कुछ घूमता हुआ लगा? दरअसल आमतौर पर ऐसा किसी बीमारी नहीं बल्कि एक आम शारीरिक प्रक्रिया के कारण होता है जिसे मेडिकल भाषा में हम ऑर्थोस्टैटिक हाइपोटेंशन कहते हैं। आइए जानें क्यों ऐसा होता है और इससे बचने के लिए क्या कुछ तरीके अपनाए जा सकते हैं।

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    अचानक खड़े होते ही क्यों चक्कर आने लगते हैं? (Image Source: Freepik)

    लाइफस्टाइल डेस्क, नई दिल्ली। क्या आपने कभी बिस्तर या कुर्सी से अचानक उठते ही हल्का-सा चक्कर महसूस किया है? कुछ पल के लिए सब घूमता हुआ लगता है (Dizzy When Standing Up), फिर धीरे-धीरे सब नॉर्मल हो जाता है। ऐसा अक्सर होता है और ज्यादातर लोग इसे नजरअंदाज कर देते हैं, लेकिन क्या आप जानते हैं कि इसके पीछे एक दिलचस्प वजह छिपी है, जिसे ऑर्थोस्टैटिक हाइपोटेंशन कहा जाता है?

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    क्या है ऑर्थोस्टैटिक हाइपोटेंशन?

    दरअसल, जब हम लंबे समय तक बैठे या लेटे रहते हैं और अचानक खड़े होते हैं, तो हमारे ब्लड प्रेशर कुछ पल के लिए गिर जाता है। ऐसा इसलिए होता है क्योंकि खड़े होते ही खून का एक हिस्सा नीचे की ओर, यानी पैरों में जमा हो जाता है। शरीर को इस स्थिति को संतुलित करने में कुछ सेकंड लगते हैं। उसी दौरान हमें हल्का चक्कर, सिर घूमना या आंखों के आगे अंधेरा-सा महसूस होता है।

    किसे ज्यादा होता है ये असर?

    शोध बताते हैं कि 65 वर्ष से ज्यादा उम्र के लगभग 20 प्रतिशत लोगों को यह समस्या कभी न कभी होती है। उम्र बढ़ने के साथ शरीर की प्रतिक्रिया धीमी हो जाती है, जिससे ब्लड प्रेशर के उतार-चढ़ाव को तुरंत संभालना मुश्किल हो जाता है।

    अगर ये समस्या कभी-कभी हो और कुछ सेकंड में ठीक हो जाए, तो चिंता की बात नहीं है, लेकिन अगर बार-बार या लंबे समय तक चक्कर बने रहें, तो डॉक्टर से सलाह लेना जरूरी है। क्योंकि बार-बार ऐसा होना गिरने या बेहोश होने का कारण भी बन सकता है।

    चक्कर आने से बचने के आसान उपाय

    अपनी दवाओं पर ध्यान दें

    कई बार कुछ दवाएं ब्लड प्रेशर को कम कर देती हैं। अगर आप ऐसी दवाएं ले रहे हैं, तो डॉक्टर से सलाह लें कि कहीं उनकी मात्रा या असर इस समस्या का कारण तो नहीं। बिना डॉक्टर की सलाह दवा बंद करना या बदलना खतरनाक हो सकता है।

    शरीर को रखें हाइड्रेटेड

    शरीर में पानी की कमी (डिहाइड्रेशन) से खून का वॉल्यूम घट जाता है, जिससे सुबह उठते ही चक्कर आ सकते हैं। इसलिए दिनभर पर्याप्त मात्रा में पानी पीएं। ध्यान रखें, सोने से ठीक पहले बहुत ज्यादा पानी न पिएं, ताकि रात में बार-बार बाथरूम न जाना पड़े।

    धीरे-धीरे उठें

    नींद से जागने के बाद या लंबे समय तक बैठने के बाद तुरंत खड़े न हों। पहले कुछ सेकंड बैठकर हाथ-पांव हिलाएं, फिर धीरे से उठें। पैरों की मांसपेशियों को हल्का-सा कसने से भी पैरों में जमा खून ऊपर की ओर लौटने लगता है और ब्लड प्रेशर कंट्रोल रहता है।

    भोजन की आदतें बदलें

    कई लोगों को खाना खाने के बाद चक्कर आते हैं। इसका कारण यह है कि पाचन के दौरान खून का प्रवाह पेट की ओर बढ़ जाता है। ऐसे में बेहतर होगा कि दिन में तीन बड़े भोजन की जगह चार-पांच छोटे भोजन करें। साथ ही ज्यादा सफेद ब्रेड, मैदा, चावल या शुगरी ड्रिंक्स से बचें।

    हल्की एक्सरसाइज करें

    सुबह की थोड़ी एक्सरसाइज शरीर में ब्लड फ्लो को एक्टिव करती है और दिनभर एनर्जी बनाए रखती है। लंबे समय तक बैठे रहना या एक ही जगह खड़े रहना खून के जमाव को बढ़ाता है, इसलिए बीच-बीच में शरीर को हरकत में रखें।

    अगर चक्कर बार-बार आएं तो...

    अगर खड़े होते ही कभी बेहोशी या गिरने जैसी स्थिति हो, तो इसे हल्के में न लें। यह किसी गंभीर समस्या का संकेत हो सकता है। ऐसे में डॉक्टर से संपर्क करें, क्योंकि जरूरत पड़ने पर इसके इलाज के लिए दवाएं भी उपलब्ध हैं। ज्यादातर मामलों में ऑर्थोस्टैटिक हाइपोटेंशन गंभीर नहीं होता और कुछ छोटे बदलावों से इसे आसानी से मैनेज किया जा सकता है।

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    Source: Harvard Health