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    बिना डॉक्टर को बताए सप्लीमेंट लेना पड़ सकता है भारी, जानें क्यों जरूरी है एक्सपर्ट एडवाइज

    कोई भी सप्लीमेंट लेने से पहले या उसके दौरान अपने डॉक्टर से सलाह लेना बेहद जरूरी है। अगर आपको पहले से ही कोई बीमारी है या आगे आपकी कोई सर्जरी होनी है तो ऐसे में अपने डॉक्टर को दवाओं की पूरी हिस्ट्री बताना आपके लिए फायदेमंद होगा। आइए जानते हैं क्यों जरूरी है एक्सपर्ट की एडवाइज।

    By Digital Desk Edited By: Harshita Saxena Updated: Sat, 28 Jun 2025 08:55 PM (IST)
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    सप्लीमेंट्स लेने से पहले जरूर करें डॉक्टर से बात (Picture Credit- Freepik)

    लाइफस्टाइल डेस्क, नई दिल्ली। बैलेंस डाइट से भी कई बार सारे विटामिन और मिनरल्स की पूर्ति नहीं हो पाती है और ऊपर से सप्लीमेंट लेने की जरूरत पड़ती है। कई लोगों को किसी लंबी बीमारी के बाद होने वाली कमजोरी के लिए दवाओं के साथ-साथ सप्लीमेंट लेने की सलाह दी जाती है।

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    कई बार लोग अपनी मर्जी से भी डॉक्टर की सलाह के बिना भी सप्लीमेंट लेना शुरू कर देते हैं। इन सबके बीच यदि किसी और बीमारी के इलाज के लिए हमें दूसरे डॉक्टर के पास जाना पड़े तो उन्हें यह बताना बेहद जरूरी है कि आप कौन से सप्लीमेंट ले रहे हैं। यह इतना जरूरी क्यों है आइए जानते हैं:-

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    इन दवाओं के बारे में भी अपने डॉक्टर को बताएं

    यदि आपके डॉक्टर आपसे पूछ रहे हैं कि आपकी कोई और दवाई तो नहीं चल रही है तो उसमें आपके ओवर-द-काउंटर दवाएं भी शामिल होती हैं। इन दवाओं के बारे में अपने डॉक्टर को जरूर बताएं:

    • एलर्जी की दवाएं
    • हर्बल सप्लीमेंट
    • मल्टीविटामिन्स और विटामिन या मिनरल्स के अन्य सप्लीमेंट
    • पेनकिलर्स

    अन्य दवाओं के प्रभाव को कम कर सकते हैं

    जिस तरह प्रिस्क्राइब की गई दवाएं, दूसरी दवाओं के असर को प्रभावित कर सकती हैं, उसी तरह ओवर-द-काउंटर दवाओं और सप्लीमेंट पर भी असर डाल सकती हैं। आपके डॉक्टर को उन सभी दवाओं की लिस्ट पता होनी चाहिए, जिन्हें आप ले रहे हैं, ताकि जब आपके लिए दवाएं लिखें तो बाकी दवाओं पर पड़ने वाले संभावित असर के बारे में जान सकें।

    इस तरह डालते हैं असर हैं

    • विटामिन K ब्लड थिनर की दवाओं को अपना काम प्रभावी तरीके से करने से रोक सकता है।
    • विटामिन C और विटामिन E कीमोथैरेपी की दवाओं के असर में बाधा डाल सकते हैं।
    • अगर आपको पहले से ही कोई बीमारी है, तो सप्लीमेंट उनके लक्षणों को बिगाड़ सकता है
    • ब्लड क्लॉटिंग डिसऑर्डर: कई सारे सप्लीमेंट ब्लड क्लॉटिंग में परेशानी पैदा कर सकते हैं और ब्लीडिंग के खतरे को बढ़ा सकते हैं। अगर आपको ब्लड क्लॉटिंग डिसऑर्डर है या कोई सर्जरी होने वाली है तो खतरा और भी बढ़ सकता है।
    • एलर्जी: यदि आपको किसी खास पौधे से एलर्जी है तो हर्बल सप्लीमेंट उसे बढ़ा सकते हैं। कई बार तो पता भी नहीं चलता है कि किन पौधों की वजह से एलर्जी हो रही है।
    • प्रेग्नेंसी: कई सारे विटामिन और सप्लीमेंट को प्रेग्नेंसी के दौरान लेना असुरक्षित माना जाता है।

    जरूरत से ज्यादा अच्छाई भी नुकसानदेह

    • शरीर में जरूरत से ज्यादा विटामिन A होने से हड्डियां कमजोर हो सकती हैं।
    • ज्यादा विटामिन B6 शारीरिक संतुलन और नसों के डैमेज होने का खतरा बढ़ा सकता है।
    • अगर शरीर में जरूरत से ज्यादा विटामिन D हो जाए तो हाइपरकैल्सीमिया (ब्लड में जरूरत से ज्यादा कैल्शियम का हो जाना) और हार्ट से जुड़ी गंभीर समस्याएं हो सकती हैं।

    तो ऐसा करें

    • हर दवा या सप्लीमेंट का नाम अपने डॉक्टर को बताएं।
    • वो सप्लीमेंट या दवा आप क्यों ले रहे हैं।
    • उन दवाओं के डोज और आप कितने दिनों पर लेते है उसके बारे में बताएं।
    • आप चाहें तो अगले अपॉइंटमेंट पर वे दवाएं या सप्लीमेंट अपने साथ डॉक्टर के पास ले जाएं।

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