कभी सोचा है सर्दियों में एक हफ्ते या महीने भर न मिले सूरज की रोशनी, तो शरीर पर कैसा होगा असर?
सूरज की रोशनी न सिर्फ पेड़-पौधों की ग्रोथ के लिए जरूरी है बल्कि हमारे शरीर के लिए भी बेहद गुणकारी है। सर्दियों के मौसम में कई जगहों पर दिन छोटे होते हैं और धूप कम मिलती है। ऐसे में अगर एक हफ्ते या महीने भर शरीर को सूरज की रोशनी न मिले (Sunlight Deprivation) तो शरीर पर क्या असर पड़ सकता है आइए इस पर विस्तार से चर्चा करते हैं।

लाइफस्टाइल डेस्क, नई दिल्ली। Sunlight Deprivation: सर्दियों के मौसम में आमतौर पर लोग घर के अंदर रहना ज्यादा पसंद करते हैं। ठंड से बचने के लिए हम अक्सर घरों को गर्म रखते हैं और बाहर निकलने से परहेज करते हैं, लेकिन क्या आप जानते हैं कि इस दौरान सूरज की रोशनी से दूर रहने से हमारी सेहत पर कितना बुरा असर (Health Risks of Low Sunlight Exposure) पड़ता है? जी हां, आइए इस आर्टिकल में आपको बताते हैं कि ठंड के महीनों में धूप की कमी से हमारे शरीर पर क्या-क्या असर डाल सकती है।
धूप की कमी से होने वाले नुकसान (Health Risks of Sunlight Deficiency)
एक हफ्ते तक धूप न मिलने पर
- विटामिन डी का स्तर कम होना: सूरज की रोशनी विटामिन डी का मुख्य स्रोत है। एक हफ्ते तक धूप से दूर रहने पर शरीर में विटामिन डी का स्तर कम होने लगता है। हालांकि, यह कमी तुरंत महसूस नहीं होती है क्योंकि शरीर में विटामिन डी का स्टोरेज भी होता है।
- मूड स्विंग्स: सूरज की रोशनी सेरोटोनिन नामक हार्मोन के प्रोडक्शन को बढ़ावा देता है, जो मूड को बेहतर बनाने में मदद करता है। एक हफ्ते तक धूप की कमी होने पर सेरोटोनिन का स्तर कम हो सकता है, जिसके कारण थकान, उदासी और चिड़चिड़ापन महसूस हो सकता है।
- नींद की समस्याएं: धूप बॉडी की इंटरनल क्लॉक को कंट्रोल करने में मदद करती है। एक हफ्ते तक सूरज की रोशनी से दूर रहने पर नींद की समस्याएं जैसे अनिद्रा या ज्यादा नींद आने की परेशानी हो सकती है।
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दो हफ्तों तक धूप न मिलने पर
- विटामिन डी की कमी के लक्षण: दो हफ्तों तक सूरज की रोशनी से दूर रहने पर विटामिन डी की कमी के लक्षण ज्यादा स्पष्ट रूप से दिखाई देने लगते हैं। इनमें थकान, मांसपेशियों में दर्द, हड्डियों में दर्द और इम्यून सिस्टम कमजोर होना शामिल हैं।
- सीजनल अफेक्टिव डिसऑर्डर (SAD): कुछ लोगों में, धूप की कमी के कारण सीजनल अफेक्टिव डिसऑर्डर हो सकता है। SAD एक प्रकार का अवसाद है जो सर्दियों के मौसम में आम होता है।
- पाचन से जुड़ी समस्याएं: सूरज की रोशनी डाइजेशन को दुरुस्त रखने में भी अहम भूमिका निभाता है। दो हफ्तों तक धूप की कमी से जूझने पर पाचन संबंधी समस्याएं भी देखने को मिल सकती हैं।
एक महीने तक धूप न मिलने पर
- गंभीर विटामिन डी की कमी: एक महीने तक धूप से दूर रहने पर विटामिन डी की कमी गंभीर हो सकती है। इससे हड्डियों का कमजोर होना, इम्युनिटी कमजोर होना और हार्ट डिजीज का खतरा बढ़ सकता है।
- सर्दी और फ्लू का खतरा बढ़ना: विटामिन डी इम्यून सिस्टम को मजबूत बनाने में अहम भूमिका निभाता है। एक महीने तक सूरज की रोशनी से दूर रहने पर सर्दी, फ्लू और कई तरह के इन्फेक्शन का खतरा बढ़ जाता है।
- मनोवैज्ञानिक समस्याएं: एक महीने तक धूप न मिलने पर मनोवैज्ञानिक समस्याएं जैसे डिप्रेशन, चिंता और अकेलेपन जैसी भावनाएं और भी गंभीर हो सकती हैं।
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