9 महीने बाद धरती पर वापस लौटेंगी Sunita Williams, जानें धरती की ग्रैविटी कैसे बन सकती है इनके लिए चैलेंज
नासा (NASA) के अंतरिक्षयात्री सुनीता विलियम्स (Sunita Williams) और बुच विलमोर जल्द ही धरती पर वापस लौटने वाले हैं। 9 महीनों तक स्पेस में रहने के बाद ये धरती पर लौट रहे हैं। इस दौरान कई बार इनकी सेहत को लेकर चिंता जताई गई लेकिन इनकी चुनौतियां लौटने के बाद भी खत्म नहीं होंगी। आइए जानें इन्हें किन परेशानियों का सामना करना पड़ सकता है।

लाइफस्टाइल डेस्क, नई दिल्ली। NASA के अंतरिक्ष यात्री सुनीता विलियम्स (Sunita Williams) और बैरी "बच" विलमोर (Barry "Butch" Wilmore) नौ महीने तक अंतरराष्ट्रीय अंतरिक्ष स्टेशन (ISS) में फंसे रहने के बाद अब धरती पर वापस लौटने वाले हैं। आपको बता दें कि विलियम्स और विलमोर 19 या 20 मार्च को धरती पर उतरेंगे (Sunita William Returning To Earth)। हालांकि, इनके सफर की मुश्किलें यहीं खत्म नहीं होंगी।
इतने लंबे समय तक धरती की ग्रैविटी से दूर रहने के बाद वापस धरती पर लौटना उन दोनों के लिए काफी चैलेंजिंग साबित हो सकती है। आइए जानें धरती पर लौटने के बाद सुनीता विलियम्स और बैरी ''बुच" विलमोर के बाद किन परेशानियों का सामना करना पड़ सकता है।
फिर से चलना सीखना
सुनीता विलियम्स ने हाल ही में छात्रों के साथ एक बातचीत में कहा, "मैं यहां इतने लंबे समय से हूं कि अब मुझे याद नहीं आ रहा कि चलना कैसे होता है। मैं न तो चली हूं, न बैठी हूं और न ही लेटी हूं।" ऐसे में जब विलियम्स और विलमोर 19 या 20 मार्च को धरती पर उतरेंगे, तो उन्हें सीधे घर नहीं भेजा जाएगा। इसके बजाय, उनकी काफी इंटेंसिव मेडिकल जांच की जाएगी, ताकि लंबे समय तक वेटलेसनेस के प्रभाव का आकलन किया जा सके।
डॉक्टरों का अनुमान है कि अंतरिक्ष यात्रियों को अपनी ताकत वापस पाने में छह हफ्ते तक का समय लग सकता है। आपको बता दें कि माइक्रोग्रैविटी में रहने की वजह से अंतरिक्षयात्रियों की मांसपेशियां और हड्डियां कमजोर हो जाती हैं। इसलिए धरती पर लौटने के बाद उन्हें अपनी ताकत वापस हासिल करने में वक्त लगता है।
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रेडिएशन से खतरा
अंतरिक्ष में इतने लंबे समय तक रहने के कारण सुनीता विलियम्स और बुच विलमोर को मांसपेशियों की कमजोरी के अलावा रेडिएशन एक्सपोजर के खतरे से भी जूझना पड़ सकता है। धरती की प्रोटेक्टिव एटमोस्फेरिक लेयर के बिना कॉस्मिक रेडिएशन्स अंतरिक्ष यात्रियों के शरीर में प्रवेश कर सकते हैं। इससे कैंसर जैसी लंबे समय तक रहने वाली स्वास्थ्य समस्याओं का खतरा बढ़ जाता है। इस समस्या का पता लगाने के लिए भी खास मेडिकल चेकअप की जरूरत है।
धरती पर लौटने के बाद की चुनौतियां
धरती की ग्रैविटी से दूर रहने के बाद वापस लौटने पर अंतरिक्षयात्रियों को आम जीवन से जुड़ी भी कई समस्याएं हो सकती हैं, जैसे-
- दिल कमजोर होना- ग्रैविटी न होने की वजह से स्पेस में दिल को ब्लड पंप करने के लिए ज्यादा मेहनत नहीं करनी पड़ती। ऐसे में धरती पर वापस आने के बाद अंतरिक्षयात्रियों में दिल से जुड़ी समस्याएं हो सकती हैं।
- बैलेंस बनाने में तकलीफ- धरती की ग्रैविटी में वापस लौटने के बाद अंतरिक्षयात्रियों को फिर से संतुलन बनाने, खड़े होने और चलने में परेशानियों का सामना करना पड़ सकता है।
इसलिए सुनीता विलियम्स और बुच विलमोर को धरती पर वापस लौटने के बाद इन चुनौतियों से निपटने के लिए फिर से तैयार किया जाएगा। तभी वे धरती पर सामान्य जीवन जीने के लिए तैयार हो पाएंगे।
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Disclaimer: लेख में उल्लिखित सलाह और सुझाव सिर्फ सामान्य सूचना के उद्देश्य के लिए हैं और इन्हें पेशेवर चिकित्सा सलाह के रूप में नहीं लिया जाना चाहिए। कोई भी सवाल या परेशानी हो तो हमेशा अपने डॉक्टर से सलाह लें।
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