हाई कैलोरी डाइट है मोटापे की बड़ी वजह, हेल्दी रहने के लिए जरूरी है खान-पान में बदलाव
बढ़ता मोटापा एक गंभीर समस्या है। ज्यादा वजन होने की वजह से कई गंभीर बीमारियों का खतरा कई गुना बढ़ जाता है। आमतौर हम मानते हैं कि एक्सरसाइज न करने की वजह से मोटापा बढ़ रहा है लेकिन एक स्टडी में पता चला है कि ज्यादा कैलोरी वाला खाना भी मोटापे की बड़ी वजह है।

आइएएनएस, नई दिल्ली। बढ़ता मोटापा लोगों की चिंता का कारण बन गया है। यह कई बीमारियों का कारण बन गया है। इसे लेकर अलग-अलग देशों में अध्ययन हो रहे हैं। एक अध्ययन के अनुसार, एक्सरसाइज की कमी से ज्यादा हाई कैलोरी का सेवन वैश्विक स्तर पर मोटापे का मुख्य कारण हो सकता है।
कई विशेषज्ञों ने सुझाव दिया है कि बढ़ते मोटापे की दरें औद्योगिकीकरण के कारण शारीरिक गतिविधियों में कमी के कारण हैं। अमेरिका के ड्यूक विश्वविद्यालय के शोधकर्ताओं द्वारा किए गए निष्कर्ष बताते हैं कि समृद्ध देशों में लोग प्रतिदिन उतनी ही या उससे अधिक ऊर्जा खर्च करते हैं।
क्या कहती है स्टडी?
ड्यूक विश्वविद्यालय के विकासात्मक मानवशास्त्र विभाग में प्रमुख शोधकर्ता और प्रोफेसर हर्मन पोंट्ज़र ने कहा कि यह स्पष्ट है कि मोटापे का मुख्य कारण आहार में खाने में बदलाव है न कि गतिविधियों में कमी। हाल ही में पीएनएएस पत्रिका में एक लेख प्रकाशित किया गया। इसमें शोधकर्ताओं ने छह महाद्वीपों की 34 आबादियों में 18 से 60 वर्ष के 4,200 से अधिक वयस्कों के दैनिक ऊर्जा व्यय, शरीर में वसा का प्रतिशत और बाडी मास इंडेक्स (बीएमआई) के हजारों मापों का विश्लेषण किया।
शोधकर्ताओं ने कहा कि आर्थिक विकास के साथ आकार के अनुसार कुल ऊर्जा व्यय में मामूली कमी प गई, लेकिन कुल ऊर्जा व्यय में भिन्नताएं विकास के साथ शरीर में वसा की वृद्धि के केवल एक अंश को ही स्पष्ट करती हैं। ड्यूक में प्रमुख शोधकर्ता और पोस्टडाक्टोरल शोधकर्ता अमांडा मैकग्रोस्की ने कहा, यह सुझाव दिया गया है कि अन्य कारक जैसे खाने में बदलाव, आर्थिक विकास के साथ शरीर में वसा की वृद्धि को प्रेरित कर रहे हैं। मैकग्रोस्की अब अमेरिका के एलों विश्वविद्यालय में जीव विज्ञान की सहायक प्रोफेसर हैं।
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एक्सरसाइज और डाइट दोनों हैं जरूरी
महत्वपूर्ण रूप से ये निष्कर्ष हमें यह नहीं बताते कि शारीरिक गतिविधियों को बढ़ावा देने के प्रयासों को कम किया जाना चाहिए। इसके बजाय डाटा एक उभरते सहमति का समर्थन करते हैं कि खाने और व्यायाम दोनों को प्राथमिकता दी जानी चाहिए। अध्ययन में कहा खाने और शारीरिक गतिविधियों को आवश्यक और एक दूसरे के पूरक के रूप में देखा जाना चाहिए, न कि एक-दूसरे के स्थान पर।” टीम अब यह पहचानने पर काम करेगी कि विकसित और विकासशील देशों में आहार के कौन से पहलू मोटापे की वृद्धि के लिए सबसे अधिक जिम्मेदार हैं।
इसके अतिरिक्त अस्वास्थ्यकर खाना, गतिहीन जीवनशैली, आनुवंशिक कारक और कुछ चिकित्सा स्थितियां भी मोटापे में योगदान करती हैं। इसके अलावा तनाव, अवसाद भी मोटापे में योगदान कर सकते हैं। बढ़ते मोटापे का कारणों में अत्यधिक मात्रा में वसा, चीनी और नमक वाले खाद्य पदार्थों का सेवन और जंक फूड का अधिक सेवन भी शामिल है। पर्याप्त नींद न लेने से और प्रदूषित वातावरण से भी वजन बढ़ सकता है।
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