घर को खुशबूदार बनाने के साथ, आपको बीमार भी बना सकती हैं Scented Candles; सेहत को पहुंचाती हैं नुकसान
घर को खुशबूदार बनाने के लिए अक्सर लोग सेंटड कैंडल्स का इस्तेमाल करते हैं। इनकी खुशबू काफी रिलैक्सिंग महसूस होती हैं। लेकिन क्या आपको पता है कि इसी कैंडल से आपकी सेहत को नुकसान (Scented Candle Health Effects) भी पहुंच सकता है? सेंटेड कैंडल की वैक्स और बत्ती में कई ऐसे केमिकल होते हैं जो सेहत के लिए हानिकारक होते हैं। आइए जाने इस बारे में।

लाइफस्टाइल डेस्क, नई दिल्ली। सेंटेड कैंडल्स (Scented Candles) घर की खुशबू को ताजा करने और रोमांटिक माहौल बनाने के लिए बहुत पसंद की जाती हैं। अगल-अलग सेंट्स में आने वाली ये मोमबत्तियां आपके घर को खुशबूदार तो बनाती ही हैं। साथ ही, ये घर का माहौल भी काफी खुश-मिजाज बना देती हैं। लेकिन क्या आप जानते हैं कि ये मोमबत्तियां आपकी सेहत के लिए हानिकारक (Health Risks of Scented Candles) भी हो सकती हैं?
जी हां, सेंटेड कैंडल्स से निकलने वाले केमिकल्स (Harmful Chemicals in Candles) और धुएं (IndoorAir Pollution from Candles) से कई गंभीर स्वास्थ्य समस्याओं का खतरा बढ़ सकता है। आइए जानते हैं कि कैसे ये मोमबत्तियां हमारे स्वास्थ्य को प्रभावित करती हैं।
सेंटेड कैंडल्स कैसे नुकसानदेह हो सकती हैं? (Health Risks of Scented Candles)
हानिकारक केमिकल्स रिलीज करती हैं
ज्यादातर सेंटेड मोमबत्तियां पैराफिन वैक्स से बनी होती हैं, जो कच्चे तेल (पेट्रोलियम) से मिलता है। जब इन्हें जलाया जाता है, तो ये बेंजीन, टॉल्यूनि और फॉर्मल्डिहाइड जैसे जहरीले केमिकल्स छोडती हैं। ये केमिकल्स वही हैं जो डीजल के धुएं और सिगरेट में पाए जाते हैं और फेफड़ों के लिए बेहद नुकसानदायक होते हैं।
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वायु प्रदूषण और सांस की बीमारियां
सेंटेड कैंडल्स जलाने से घर के अंदर की हवा प्रदूषित होती है। इनसे निकलने वाले छोटे कण (पार्टिकुलेट मैटर) हमारे रेस्पिरेटरी सिस्टम में जमा हो सकते हैं, जिससे अस्थमा, ब्रोंकाइटिस और अन्य सांस संबंधी समस्याएं हो सकती हैं। खासकर बच्चों और बुजुर्गों के लिए यह और भी खतरनाक हो सकता है।
सुगंध के लिए इस्तेमाल होने वाले हानिकारक तत्व
मोमबत्तियों में खुशबू के लिए फ्थालेट्स (Phthalates) केमिकल्स का इस्तेमाल किया जाता है। ये केमिकल्स हार्मोनल इंबैलेंस पैदा कर सकते हैं और रिप्रोडक्टिव हेल्थ को नुकसान पहुंचा सकते हैं। ये केमिकल्स सेहत से जुड़ी और भी परेशानियां पैदा कर सकते हैं।
लेड वाली बत्ती का खतरा
कुछ सस्ती मोमबत्तियों की बत्ती में लेड (सीसा) होता है, जो जलने पर हवा में मिल जाता है। लेड एक हैवी मेटल है जो शरीर में जमा होकर नर्वस सिस्टम को नुकसान पहुंचा सकता है, खासकर बच्चों के दिमाग के विकास में बाधा डाल सकता है।
सिरदर्द और माइग्रेन की समस्या
तेज खुशबू वाली मोमबत्तियां कुछ लोगों में सिरदर्द, चक्कर आना और माइग्रेन का कारण बन सकती हैं। जिन लोगों को केमिकल सेंसिटिविटी होती है, उनके लिए ये और भी ज्यादा परेशानी पैदा कर सकती हैं।
सुरक्षा का ध्यान कैसे रखें?
अगर आप मोमबत्तियों का इस्तेमाल करना चाहते हैं, तो-
- बत्ती को थोड़ा काट दें- मोमबत्ती की बत्ती को ऊपर से 1/4 काट दें।
- एसेंशियल ऑयल डिफ्यूजर- नेचुरल ऑयल से बने डिफ्यूजर सेहत के लिए कम हानिकारक होते हैं।
- हवादार कमरा- अगर मोमबत्ती जलाएं, तो खिड़कियां खोलकर रखें, ताकि धुआं बाहर निकल सके।
- देर तक न जलाएं- मोमबत्ती को 4 घंटे से ज्यादा न जलाएं।
- नेचुरल वैक्स का इस्तेमाल- कुछ तरह की वैक्स नेचुरली बनाई जाती हैं, जो कम नुकसानदेह होती हैं।
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Disclaimer: लेख में उल्लिखित सलाह और सुझाव सिर्फ सामान्य सूचना के उद्देश्य के लिए हैं और इन्हें पेशेवर चिकित्सा सलाह के रूप में नहीं लिया जाना चाहिए। कोई भी सवाल या परेशानी हो तो हमेशा अपने डॉक्टर से सलाह लें।
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