Overthinking से बढ़ सकता है कई बीमारियों का खतरा, आपको भी है ये आदत तो जरूर करें 5 काम
आज हमने इस लेख में ओवरथिंकिंग के नुकसान और उससे छुटकारा पाने के तरीकों पर चर्चा की है। ओवरथिंकिंग से मेंटल हेल्थ पर नकारात्मक प्रभाव पड़ता है। इससे डिप्रेशन एंग्जायटी और बीपी भी बढ़ सकता है। ओवरथिंकिंग से निजात पाने के लिए आप कुछ तरीके अपना सकते हैं। आइए जानते हैं विस्तार से-

लाइफस्टाइल डेस्क, नई दिल्ली। सोचना अच्छी बात है। इससे आप बातों को सही तरीके से समझ पाते हैं। हालांकि, किसी भी चीज की अति हमेशा नुकसानदायक ही होती है। अति हमेशा खाने-पीने की चीजों को लेकर ही नहीं, बल्कि किसी भी चीज को लेकर हाे सकती है। आपका भी ऐसे कई लोगों से सामना जरूर होता होगा कि जो हमेशा किसी न किसी सोच में डूबे रहते हैं, ऐसे लोग छोटी-छोटी बातों पर ओवरथिंक करने लग जाते हैं।
अगर आपको भी ओवरथिंक करने की आदत लग गई है, तो बता दें कि इससे आपके मेंटल हेल्थ पर गहरा असर पड़ सकता है। आज का हमारा लेख भी इसी विषय पर है। आज हम आपको Overthinking के नुकसान के बारे में बताने जा रहे हैं। ये भी बताएंगे कि आप इससे छुटकारा कैसे पा सकते हैं। ताे आइए बिना देर किए जानते हैं -
मेंटल हेल्थ पर कैसे पड़ता है असर?
अगर आप लगातार कुछ न कुछ सोचा करते हैं तो हम आपको बता दें कि इससे आपको किसी भी काम पर फोकस करने पर परेशानी का सामना करना पड़ सकता है। आप बातों को भी भूल सकते हैं। इसके अलावा आपमें Self Confidence की कमी हो सकती है। Overthinking करने की आदत आपके नींद को भी प्रभावित कर सकती है। इससे Insomnia का खतरा बढ़ सकता है। आपको मेंटल हेल्थ से जुड़ी कई समस्याएं हो सकती हैं। लगातार साेचने से डिप्रेशन, एंग्जायटी बढ़ सकती है। साथ ही बीपी भी हाई हाे सकती है।
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Overthinking के लक्षण
- फैसला लेने में कठिनाई होना
- इमोशनली कमजोर होना
- बात-बात पर गुस्सा आना
- अकेलापन महसूस होना
- छोटी-छोटी बात पर तनाव लेना
- फोकस करने में दिक्कत होना
कैसे पाएं Overthinking से निजात?
मेडिटेशन करें
Overthinking से निजात पाने का सबसे आसान और असरदार तरीका मेडिटेशन ही है। रोजाना आपको कम से कम 15 से 20 मिनट मेडिटेशन करने की आदत डाल लेनी चाहिए। इससे आपके Nerves शांत होंगे। साथ ही दिमाग में मची तबाही भी कम होगी।
दोस्तों से करें बात
अगर आपको कोई बात अंदर ही अंदर खाए जा रही है ताे भरोसेमंद लोगों से बातें करें। ऐसे समय में एक दोस्त ही हैं जिनपर आप आंख बंद करके भरोसा कर सकते हैं। आप अपने दाेस्तों से अपनी चिंता को शेयर करें। इससे आपको थोड़ी राहत जरूर मिलेगी।
खुद को बिजी रखें
लगातार सोचते रहने की आदत से निजात पाना चाहते हैं तो सबसे पहले आपको खुद को बिजी रखना होगा। दरअसल, जब हम खाली रहते हैं तो दिमाग में उथल पुथल मचने लगता है। इससे बचने का सबसे आसान और प्रभावी तरीका है कि आप खुद को बिजी रखें।
बातों को लिखें
अगर आपको लिखना पसंद है तो जो बातें आपको परेशान कर रहीं हैं, उन्हें लिखना शुरू कर दें। बातों को लिखने से मन हल्का होता है। सोचने की आदत भी कम होती है।
नेचर के साथ समय बिताएं
सुबह-शाम पार्क में जाकर वॉक करें। पेड़ पौधों काे देखें। इससे आपको मानसिक शांति मिलेगी। आप अपने घर में भी गार्डनिंग कर सकते हैं।
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Disclaimer: लेख में उल्लिखित सलाह और सुझाव सिर्फ सामान्य सूचना के उद्देश्य के लिए हैं और इन्हें पेशेवर चिकित्सा सलाह के रूप में नहीं लिया जाना चाहिए। कोई भी सवाल या परेशानी हो तो हमेशा अपने डॉक्टर से सलाह लें।
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