महिलाओं में ओमेगा-3 की कमी से बढ़ जाता है अल्जाइमर का खतरा! इन संकेतों से करें बीमारी की पहचान
एक नए शोध में पाया गया है कि ओमेगा-3 फैटी एसिड महिलाओं को अल्जाइमर से बचाने में मददगार हो सकता है। वैज्ञानिकों ने खून में लिपिड का अध्ययन किया और पाया कि अल्जाइमर से पीड़ित महिलाओं में ओमेगा-3 फैटी एसिड की मात्रा कम थी जबकि पुरुषों में कोई खास अंतर नहीं था।
लाइफस्टाइल डेस्क, नई दिल्ली। सेहतमंद रहने के लिए जरूरी है कि हम डाइट में ऐसी चीजों को शामिल करें जिससे हमें भरपूर पोषण मिले। शरीर को सही ढंग से काम करने के लिए सभी विटामिन्स और मिनरल्स की जरूरत पड़ती है। उन्हीं में से एक है ओमेगा-3 फैटी एसिड। ये हमारे स्वास्थ्य के लिए बहुत फायदेमंद माना जाता है।
एक नए शोध में सामने आया है कि ओमेगा-3 फैटी एसिड महिलाओं को अल्जाइमर से बचाने में मदद कर सकता है। ब्रिटेन के किंग्स कॉलेज लंदन और क्वीन मैरी यूनिवर्सिटी लंदन के वैज्ञानिकों ने खून में लिपिड (वसा) का अध्ययन किया। इस दौरान उन्होंने पाया कि स्वस्थ महिलाओं की तुलना में अल्जाइमर से पीड़ित महिलाओं के खून में ओमेगा-फैटी एसिड वाले असंतृप्त वसा की मात्रा कम थी।
पुरुषों में नहीं दिखा कोई खास अंतर
वहीं, पुरुषों में ऐसा कोई खास अंतर नहीं देखा गया। इससे पता चलता है कि अल्जाइमर में लिपिड की भूमिका महिलाओं और पुरुषों में अलग-अलग हो सकती है। अल्जाइमर्स और डिमेंशिया : द जर्नल ऑफ द अल्जाइमर्स एसोसिएशन में प्रकाशित किया गया है। ये पहला शोध है जिसने पुरुष और महिला के बीच अल्जाइमर के खतरे में लिपिड की भूमिका को उजागर किया है।
80 साल की उम्र के बाद बढ़ती है बीमारी
शोधकर्ता क्रिस्टीना लेगिडो-क्विगली ने बताया कि महिलाएं अल्जाइमर से ज्यादा प्रभावित होती हैं और 80 साल की उम्र के बाद पुरुषों की तुलना में उनमें ये बीमारी ज्यादा देखी जाती है। सबसे खास बात यह रही कि स्वस्थ और कम बौद्धिक क्षमता वाले पुरुषों में लिपिड में कोई अंतर नहीं था, लेकिन महिलाओं के मामले में यह तस्वीर बिल्कुल अलग थी।
841 लोगों पर किया गया रिसर्च
आपको बता दें कि इस शोध में 841 लोगों काे शामिल किया गया था। रिसर्च के दौरान वैज्ञानिकों ने उनके खून में मौजूद लगभग 700 अलग-अलग लिपिड का विश्लेषण करने के लिए मास स्पेक्ट्रोमेट्री तकनीक का इस्तेमाल किया था।
क्या हैं अल्जाइमर के शुरुआती लक्षण?
- याददाश्त में कमी
- अपनी भाषा को बोलने या समझने में दिक्कत होना
- काम करने में कठिनाई होना
- तर्क-वितर्क करने की क्षमता कम होना
- व्यवहार में बदलाव आ जाना
- किसी भी चीज को गलत जगह पर रखना
- समय और स्थान के साथ भ्रमित होना
- कोई भी फैसला लेने में कठिनाई होना
- चीजों को गलत जगह पर रखना
- लोगों से दूरी बना लेना
कैसे करें अल्जाइमर से बचाव?
- अपनी डाइट में फलों और हरी सब्जियों को शामिल करें। इनमें एंटीऑक्सिडेंट होते हैं, जो ब्रेन सेल्स को नुकसान से बचाते हैं।
- साबुत अनाज की मात्रा बढ़ाएं।
- ओमेगा-3 फैटी एसिड्स से भरपूर चीजें लें।
- रोजाना मेडिटेशन करें।
- अच्छी नींद लें।
- शराब न पिएं।
यह भी पढ़ें- Copper-Rich डाइट से बढ़ेगी ब्रेन पावर, डिमेंशिया से बचाव में मिलेगी मदद; नई स्टडी में हुआ खुलासा
यह भी पढ़ें- सिर्फ फेफड़ों को ही नहीं, दिमाग को भी नुकसान पहुंचा रहा है वायु प्रदूषण; डिमेंशिया का बढ़ाता है खतरा
Source-
- https://alz-journals.onlinelibrary.wiley.com/journal/15525279
कमेंट्स
सभी कमेंट्स (0)
बातचीत में शामिल हों
कृपया धैर्य रखें।