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    ठंड में हाथ-पैर सुन्न होना सिर्फ मौसम का असर नहीं, ऑटोइम्यून बीमारी का भी हो सकता है संकेत

    Updated: Fri, 19 Dec 2025 02:55 PM (IST)

    सर्दियों में उंगलियों और पैरों में सुन्नपन होना आम है, पर यह ऑटोइम्यून डिजीज का संकेत भी हो सकता है। जी हां, ठंड में शरीर की ब्लड वेसल्स के सिकुड़ने स ...और पढ़ें

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    ठंड में हाथ-पैर सुन्न होना: कहीं ऑटोइम्यून बीमारी का संकेत तो नहीं? (Image Source: AI-Generated) 

    लाइफस्टाइल डेस्क, नई दिल्ली। सर्दियों में कई लोगों को उंगलियों, हाथों या पैरों में सुन्नपन, झनझनाहट या ठंडापन महसूस होता है। आमतौर पर लोग इसे मौसम का असर मानकर नजरअंदाज कर देते हैं, लेकिन विशेषज्ञों के मुताबिक कुछ मामलों में यह समस्या ऑटोइम्यून डिजीज का शुरुआती संकेत भी हो सकती है। खासतौर पर अगर ठंड लगते ही उंगलियों का रंग बदल जाए या दर्द होने लगे, तो सतर्क होने की जरूरत है।

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    Numbness in Hands and Feet

    (Image Source: AI-Generated) 

    ठंड में हाथ-पैर सुन्न क्यों हो जाते हैं?

    ठंड के मौसम में शरीर खुद को गर्म रखने के लिए हाथ-पैरों की रक्त नलिकाओं को संकुचित कर देता है। इससे वहां ब्लड फ्लो कम हो जाता है और सुन्नता या झनझनाहट महसूस होती है। यह स्थिति कुछ देर में ठीक हो जाए तो आमतौर पर चिंता की बात नहीं होती। ऑर्थो डॉ. बताते हैं, “हल्की ठंड में हाथ-पैर सुन्न होना सामान्य है, लेकिन अगर यह बार-बार हो और लंबे समय तक बना रहे, तो इसकी जांच जरूरी है।”

    रेनॉड फेनोमेनन

    ठंड में हाथ-पैर सुन्न होने का एक प्रमुख कारण रेनॉड फेनोमेनन हो सकता है। इसमें ठंड या तनाव के कारण उंगलियों की रक्त नलिकाएं अचानक सिकुड़ जाती हैं।

    इसके लक्षण हैं:

    • उंगलियों का रंग सफेद या नीला पड़ जाना
    • झनझनाहट या सुन्नपन
    • गर्म होने पर रेडनेस और दर्द

    डॉ. सुनील कुमार चौधरी कहते हैं, “रेनॉड फेनोमेनन कई बार अपने-आप भी हो सकता है, लेकिन कुछ मामलों में यह लुपस, स्क्लेरोडर्मा या रूमेटॉइड अर्थराइटिस जैसी ऑटोइम्यून बीमारियों से जुड़ा होता है।”

    numbness in feet

    (Image Source: AI-Generated) 

    अन्य बीमारियां जो कारण बन सकती हैं

    ठंड में हाथ-पैर सुन्न होना सिर्फ रेयनॉड्स तक सीमित नहीं है। इसके पीछे अन्य स्वास्थ्य समस्याएं भी हो सकती हैं:

    डॉ. बताते हैं, “अगर सुन्नपन के साथ कमजोरी, जलन या दर्द भी हो, तो इसे सिर्फ ठंड मानकर छोड़ना सही नहीं है।”

    कब डॉक्टर को दिखाना जरूरी है?

    इन लक्षणों के दिखते ही डॉक्टर से संपर्क करना चाहिए:

    डॉ. कहते हैं, “समय रहते जांच कराने से ऑटोइम्यून बीमारियों की पहचान शुरुआती चरण में हो सकती है, जिससे इलाज आसान हो जाता है।”

    बचाव और देखभाल के उपाय

    • हाथ-पैर हमेशा गर्म रखें
    • ठंड में सीधे संपर्क से बचें
    • स्मोकिंग से दूरी बनाएं
    • बैलेंस डाइट लें
    • तनाव कम करने की कोशिश करें

    सर्दियों में हाथ-पैर सुन्न होना हमेशा गंभीर नहीं होता, लेकिन अगर यह बार-बार हो या अन्य लक्षणों के साथ दिखाई दे, तो यह ऑटोइम्यून बीमारी का संकेत भी हो सकता है। समय पर डॉक्टर से सलाह लेना और जांच कराना बेहतर इलाज की दिशा में पहला कदम है।

    - डॉ. सुनील कुमार चौधरी, एसोसिएट डायरेक्टर एवं प्रमुख - ऑर्थोपेडिक एवं रोबोटिक जॉइंट रिप्लेसमेंट सर्जरी यूनिट-II, एशियन हॉस्पिटल से बातचीत पर आधारित

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