किस बीमारी की चपेट में थे NSA अजीत डोभाल, बुजुर्गों में क्यों खतरनाक है ये डिजीज? जानें लक्षण
राष्ट्रीय सुरक्षा सलाहकार (NSA) अजीत डोभाल को ये बीमारी हुई थी जिस कारण उन्हें अपनी मॉस्को की यात्रा भी स्थगित करनी पड़ी थी। 80 वर्ष की उम्र में डोभाल के लिए यह बीमारी चिंता का कारण बन सकती है क्योंकि बुजुर्गों में कमजोर प्रतिरक्षा के कारण ये बीमारी गंभीर हो सकती है।

लाइफस्टाइल डेस्क, नई दिल्ली। भारत के राष्ट्रीय सुरक्षा सलाहकार (NSA) अजीत डोभाल की सेहत बीते कुछ दिनों से ठीक नहीं है। 80 साल के डोभाल को रूस के मॉस्को में होने वाली एक अहम अंतरराष्ट्रीय सुरक्षा बैठक में भाग लेना था, लेकिन बीमारी के कारण उन्होंने अपनी यात्रा को कैंसिल कर दिया था। अभी वे रेस्ट पर हैं। दरअसल, उन्हें मौसमी फ्लू हुआ था। आमतौर पर ये कोई बहुत बड़ी बीमारी नहीं है। लेकिन डोभाल की उम्र को देखते हुए ये स्थिति चिंता का विषय है।
WHO के मुताबिक, सीजनल फ्लू जिसे हम मौसमी इन्फ्लूएंजा भी कहते हैं। इन्फ्लूएंजा वायरस के कारण होने वाला एक एक्यूट रेस्पिरेटरी इन्फेक्शन है। ये बीमारी आमतौर पर बिना इलाज के ठीक हो जाती है। ये एक तरह से फैलने वाली बीमारी है। ये खांसने या छींकने पर लोगों में आसानी से फैल जाती है। इस बीमारी से बचाव का सबसे असरदार तरीका वैक्सीनेशन ही है। आज हम आपको अपने इस लेख में इस बीमारी के लक्षणों के बारे में बताने जा रहे हैं। साथ ही इससे बचाव के तरीके भी बतांएगे। तो आइए जानते हैं विस्तार से-
क्या है ये बीमारी?
ये बीमारी इन्फ्लूएंजा वायरस के कारण होने वाला एक एक्यूट रेस्पिरेटरी इन्फेक्शन है। ये आमतौर पर ठंड के मौसम में और बारिश के दिनों में फैलता है। ये खांसने या छींकने से लोगों में फैल जाता है। वैसे तो इस बीमारी का कोई खास इलाज नहीं है। इससे ग्रसित मरीज कुछ दिनों में ठीक हो जाते हैं लेकिन बुजुर्गों और कमजोर इम्युनिटी वालों के लिए ये बीमारी खतरा बन सकती है। इस कारण और ज्यादा ध्यान देने की जरूरत होती है।
डोभाल की उम्र में खतरा है फ्लू?
80 साल से अधिक उम्र के लोगों में मौसमी फ्लू कई वजहों से खतरनाक हो सकता है। दरअसल इस उम्र आपकी इम्युनिटी कमजोर होती है। इस कारण ये बीमारी गंभीर रूप ले सकती है। वहीं, जिनकी उम्र ज्यादा होती है, वे पहले से ही कई बीमारियों से जूझ रहे होते हैं जिससे फ्लू और गंभीर हो सकता है। इसके अलावा सीजनल फ्लू से डिहाइड्रेशन, बीपी का लो होना, इलेक्ट्रोलाइट असंतुलन जैसी समस्याएं बढ़ सकती हैं।
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क्या हैं सीजनल फ्लू के लक्षण
- तेज बुखार
- ठंड लगना
- पसीना आना
- सूखी खांसी
- गले में खराश
- सिरदर्द
- मांसपेशियों में अकड़न
- भूख न लगना
- नाक बंद होना
- नाक बहना
- थकान होना
सीजनल फ्लू से कैसे करें बचाव
- जो लोग बीमार हैं, उनसे दूरी बनाकर रखें। संभव हो तो घर पर रहें।
- खांसते या छींकते समय अपने मुंह और नाक को रुमाल से ढकें।
- किसी भी तरह से वायरस से बचने के लिए जरूरी है कि अपने हाथों को साफ रखें। आप चाहें तो सैनिटाइजर का यूज भी कर सकते हैं।
- आंखों नाक या मुंह को बार-बार छूने से बचना चाहिए।
- इससे बचाव के लिए जरूरी है कि आप अपनी लाइफस्टाइल में बदलाव करें। भरपूर नींद लें, फिजिकली एक्टिव रहें। तनाव न लें। जितना हो सके पानी पिएं और हेल्दी डाइट लें।
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Disclaimer: लेख में उल्लिखित सलाह और सुझाव सिर्फ सामान्य सूचना के उद्देश्य के लिए हैं और इन्हें पेशेवर चिकित्सा सलाह के रूप में नहीं लिया जाना चाहिए। कोई भी सवाल या परेशानी हो तो हमेशा अपने डॉक्टर से सलाह लें।
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