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    गर्मियों में फास्टिंग के दौरान परेशान कर सकता है Migraine, डॉक्टर से जानें इससे निपटने के टिप्स

    Updated: Thu, 10 Apr 2025 05:35 PM (IST)

    लोग अक्सर किसी न किसी वजह से फास्ट (migraine fasting) रखते हैं। एकादशी हो या प्रदोष गुरुवार हो या सोमवार लोग धार्मिक कारणों से व्रत रखते हैं। वहीं कुछ लोग सेहत के लिहाज से भी व्रत-उपवास करते हैं। ऐसे में फास्टिंग के दौरान अक्सर माइग्रेन की समस्या (migraine during fasting) ट्रिगर कर जाती है। इससे निपटने के लिए अपनाएं ये टिप्स।

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    माइग्रेन की समस्या को ऐसे करें मैनेज (Picture Credit- Freepik)

    लाइफस्टाइल डेस्क, नई दिल्ली। गर्मी का मौसम कई मायनों में काफी मुश्किलों भरा होता है। इस मौसम में अक्सर कई तरह की समस्याएं लोगों के लिए परेशानी बनी रहती हैं। इन्हीं में से एक माइग्रेन की समस्या, जो कई लोगों में गंभीर सिरदर्द का कारण बनता है। खासकर खानपान, लाइफस्टाइल और मौसम में बदलाव के कारण अक्सर माइग्रेन ट्रिगर हो जाता है। डिहाइड्रेशन, अनियमित भोजन और खराब नींद पैटर्न माइग्रेन के सिरदर्द में योगदान करते हैं।

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    ऐसे में अगर आप फास्ट रखते हैं, तो यह समस्या और भी बढ़ सकती है। लोग अक्सर धार्मिक कारण या सेहत की वजह से फास्ट करते हैं, लेकिन इन दौरान माइग्रेन मैनेज करना कई लोगों के लिए परेशानी बन जाता है। ऐसे में आज इस आर्टिकल में मणिपाल हॉस्पिटल्स गोवा में कंसल्टेंट न्यूरोलॉजिस्ट डॉ. अमृत एसडी से जानेंगे कि कैसे सही प्लानिंग के साथ आप फास्टिंग के दौरान माइग्रेन के खतरे को कम कर सकते हैं।

    स्लीप हाइजीन का ध्यान रखें

    एक अलग रूटीन में शिफ्ट होना कठिन हो सकता है, लेकिन नियमित नींद का शेड्यूल बनाए रखना महत्वपूर्ण है। 7-8 घंटे की अच्छी नींद, सोने से पहले स्क्रीन का इस्तेमाल न करना, हॉट शावर, मेडिटेशन और नींद की अच्छी आदतों को फॉलो करने माइग्रेन ट्रिगर होने की संभावना काफी कम हो जाएगी।

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    मील प्लानिंग

    हेल्दी डाइट माइग्रेन अटैक के मामलों को कम करने में मदद कर सकता है। ग्लूकोज लेवल को कंट्रोल रखने के लिए फास्टिंग से पहले जंक, मीठा और नमकीन फूड्स कम खाएं। एनर्जी लेवल को बनाए रखने के लिए, प्रोटीन रिच फूड्स जैसे दही, मीट और मछली, साथ ही फाइबर रिच फूड्स, फल और ड्राई फ्रूट्स खाएं। ब्लोटिंग से बचने के लिए ज्यादा न खाएं।

    लाइफस्टाइल में बदलाव

    नियमित फिजिकल एक्टिविटी जैसे वॉकिंग, सांस लेने की तकनीक और योग एंडोर्फिन को रिलीज करने में मदद करते हैं जो दर्द से राहत दिलाने में मदद करते हैं।

    हाइड्रेशन

    डिहाइड्रेशन माइग्रेन का प्रमुख ट्रिगर है। ऐसे में खुद को हाइट्रेड रखने के लिए पर्याप्त पानी पिएं। तरबूज और खीरा जैसे ज्यादा पानी वाले फूड्स डाइट में शामिल करें। शुगरी ड्रिंक्स और कैफीनेटेड सोडा न पिएं।

    कैफीन प्रबंधन

    अगर आप नियमित रूप से कैफीन पीते हैं, तो माइग्रेन के सिरदर्द से बचने के लिए फास्ट से पहले इसे पीना कम कर दें। साथ ही माइग्रेन के दर्द से बचने के लिए फास्ट से थोड़ा खा लें।

    डॉक्टर से सलाह लें

    फास्टिंग शुरू करने से पहले अपने डॉक्टर से सलाह जरूर लें कि क्या यह आपके लिए सुरक्षित है। साथ ही उनसे यह भी जानें कि क्या आपको माइग्रेन होने का खतरा है। इससे आपको सही सलाह तो मिलेगी ही, साथ ही इससे बचने के उपाय भी मिलेंगे।

    माइग्रेन के दर्द को कम करने के उपाय

    माइग्रेन के इलाज के लिए कई सारी दवाएं उपलब्ध हैं। इनमें से कुछ गंभीरता के आधार दी जाती है, जैसे नाक के स्प्रे के रूप में ट्रिप्टान, जो जल्दी से काम करती हैं। ज्यादा समस्या होने पर न्यूरोलॉजिस्ट से मिलें। इसके अलावा ठंडा या गर्म सेंक, कनपट्टी पर मालिश, धूप का चश्मा, छाता लक्षणों को कम करने में मदद कर सकते हैं।

    ऐसे करें माइग्रेन मैनेज

    वहीं, लिवासा हॉस्पिटल मोहाली में न्यूरोलॉजी के कंसल्टेंट डॉ. प्रदीप कुमार शर्मा बताते हैं कि माइग्रेन से पीड़ित लोगों के लिए फास्ट करना चुनौतीपूर्ण हो सकता है, क्योंकि भूख, डिहाइड्रेशन, नींद की कमी और तनाव सिरदर्द को ट्रिगर कर सकते हैं। हालांकि, सही प्लानिंग के साथ इस समस्या को दूर किया जा सकते है। उपवास के दौरान माइग्रेन को रोकने के लिए इन बातों का ध्यान रखें-

    • डिहाइड्रेशन को रोकने के लिए प्रतिदिन 8-10 गिलास पानी पिएं।
    • इलेक्ट्रोलाइट संतुलन बनाए रखने के लिए खजूर, केले और नारियल पानी जैसे फूड्स खाएं।
    • अच्छी और पूरी नींद के लिए एक फिक्स शेड्यूल बनाए रखें और अगर जरूरी हो, तो छोटी झपकी लें।
    • सामान्य माइग्रेन ट्रिगर्स, जैसे कोई खास फूड्स, तनाव और अनियमित नींद पैटर्न के बारे में जागरूक रहें।
    • अपनी डाइट में ओमेगा-3, मैग्नीशियम और विटामिन बी2 से भरपूर फूड्स शामिल करें।

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