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    Makar Sankranti 2025: मकर संक्रांति पर क्यों खाते हैं तिल, सिर्फ परंपरा नहीं, सेहत से भी है कनेक्शन

    मकर संक्रांति (Makar Sankranti 2025) का त्योहार जिसे उत्तरायण या खिचड़ी के नाम से भी जाना जाता है पूरे देश में धूमधाम से मनाया जाता है। इस साल मकर संक्रांति 14 जनवरी को मनाई जाएगी। इस दिन तिल खाने का खास महत्व है लेकिन क्या आप जानते हैं कि यह आपकी सेहत के लिए भी काफी फायदेमंद होता है। आइए जानें मकर संक्रांति पर तिल खाने के फायदे।

    By Swati Sharma Edited By: Swati Sharma Updated: Sun, 12 Jan 2025 11:32 AM (IST)
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    समझें मकर संक्रांति पर तिल खाने के पीछे की साइंस (Picture Courtesy: Freepik)

    लाइफस्टाइल डेस्क, नई दिल्ली। मकर संक्रांति का त्योहार भारत में बड़े उत्साह के साथ मनाया जाता है। यह त्योहार 14 जनवरी (Makar Sankranti 2025) को मनाया जाता है। पूरे देश में इसे अलग-अलग नामों से जाना जाता है और इसे मनाने की परंपरा भी अलग-अलग राज्यों में अलग-अलग देखने को मिलती है।

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    इन्हीं परंपराओं में एक परंपरा तिल और गुड़ के लड्डू बनाकर खाने की भी है। इस दिन तिलकुट या तिल के लड्डू खाए जाते हैं (Why Eat Til On Makar Sankranti), लेकिन क्या आप जानते हैं कि इस दिन तिल खाने के पीछे वैज्ञानिक कारण भी छिपे हुए हैं? आइए जानते हैं कि मकर संक्रांति पर तिल क्यों खाई (Benefits of Sesame) जाती है।

    मकर संक्रांति का त्योहार सर्दी के मौसम में आता है। इसलिए इस त्योहार में तिल, गुड़ जैसी चीजों को खाने का खास महत्व है, क्योंकि ये ठंड के मौसम में हमारे शरीर के लिए काफी फायदेमंद होती हैं। आइए जानें तिल खाने के फायदों के बारे में।

    पाचन तंत्र को मजबूत बनाता है

    तिल में फाइबर की मात्रा ज्यादा होती है, जो पाचन क्रिया को बेहतर बनाने में मदद करती है। यह कब्ज, एसिडिटी जैसी समस्याओं से राहत दिलाता है। साथ ही, तिल में मौजूद तेल डाइजेस्टिव एंजाइम्स के उत्पादन को बढ़ावा देता है, जिससे खाना आसानी से पच जाता है।

    यह भी पढ़ें: इस मकर संक्रांति घर पर बनाएं 5 तरह की गजक, दोगुना हो जाएगा त्योहार का मजा

    हड्डियों को मजबूत बनाता है

    तिल में कैल्शियम और मैग्नीशियम की भरपूर मात्रा होती है, जो हड्डियों और दांतों को मजबूत बनाने में मदद करते हैं। यह ऑस्टियोपोरोसिस जैसी बीमारियों से बचाता है।

    दिल के स्वास्थ्य के लिए लाभदायक

    तिल में मौजूद मोनोअनसैचुरेटेड फैटी एसिड्स दिल के स्वास्थ्य के लिए बहुत फायदेमंद होते हैं। यह खराब कोलेस्ट्रॉल को कम करके दिल के दौरे और स्ट्रोक के खतरे को कम करता है।

    इम्यून पावर को बढ़ाता है

    तिल में एंटीऑक्सीडेंट्स की भरपूर मात्रा होती है, जो शरीर को फ्री रेडिकल डैमेज से बचाकर बीमारियों से लड़ने की क्षमता को बढ़ाते हैं। यह सर्दी, जुकाम जैसी बीमारियों से लड़ने में मदद करता है।

    एनीमिया से बचाता है

    तिल में आयरन की अच्छी मात्रा होती है, जो एनीमिया से बचाने में मदद करता है। एनीमिया में शरीर में खून की कमी हो जाती है जिसके कारण थकान और कमजोरी महसूस होती है।

    त्वचा के लिए फायदेमंद

    तिल में विटामिन-ई की भरपूर मात्रा होती है, जो त्वचा को स्वस्थ रखने में मदद करता है। यह त्वचा को नमी देता है और झुर्रियों को कम करता है।

    बालों के लिए फायदेमंद

    तिल में प्रोटीन और विटामिन की भरपूर मात्रा होती है, जो बालों को मजबूत और चमकदार बनाने में मदद करते हैं। यह बालों के झड़ने को रोकता है और बालों को प्राकृतिक रूप से काला बनाता है।

    दिमाग के लिए फायदेमंद

    तिल में मैग्नीशियम की भरपूर मात्रा होती है, जो दिमाग को स्वस्थ रखने में मदद करता है। यह याददाश्त को बढ़ाता है और तनाव को कम करता है।

    वजन घटाने में मददगार

    तिल में फाइबर की मात्रा ज्यादा होती है, जो लंबे समय तक पेट भरा रखता है और भूख को कम करता है। यह वजन घटाने में मदद करता है।

    शरीर को गर्माहट देता है

    तिल की तासीर गर्म होती है। इसलिए सर्दियों में तिल को खाने से शरीर को गर्माहट मिलती है।

    इन बातों का रखें ध्यान

    हालांकि, तिल खाने के कई फायदे हैं, लेकिन ज्यादा मात्रा में इसे खाने से सेहत को नुकसान भी हो सकता है। इसलिए, तिल को संतुलित मात्रा में ही खाना चाहिए। यदि आपको कोई स्वास्थ्य समस्या है, तो किसी डॉक्टर की सलाह लेने के बाद ही तिल खाएं।

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    Disclaimer: लेख में उल्लिखित सलाह और सुझाव सिर्फ सामान्य सूचना के उद्देश्य के लिए हैं और इन्हें पेशेवर चिकित्सा सलाह के रूप में नहीं लिया जाना चाहिए। कोई भी सवाल या परेशानी हो तो हमेशा अपने डॉक्टर से सलाह लें।