Hypertension के 7 कारण को आप भी कर रहे हैं नजरअंदाज; तो संभल जाएं वरना भारी पड़ेगी ये गलती
हाइपरटेंशन (International hypertension Day 2025) एक साइलेंट किलर की तरह हमारी जिंदगी में दाखिल हो गया है जिसके लक्षण साफ नजर नहीं आते। इसके बावजूद यह ब्लड प्रेशर और कार्डियोवेस्कुलर हेल्थ पर बुरा असर डालता है। इसके होने के क्या कारण हैं और किन कारणों पर हमारा ध्यान नहीं जाताआइए जानते हैं अपने एक्सपर्ट से।
लाइफस्टाइल डेस्क, नई दिल्ली। आजकल की भागदौड़ और स्ट्रेस भरी जिंदगी में हाइपरटेंशन (International hypertension Day 2025) एक बड़ी समस्या बन गई है। कोई स्पष्ट लक्षण नजर नहीं आने की वजह से हममें से ज्यादातर लोगों की सेहत और जान के लिए यह बड़ा खतरा साबित हो रहा है।
बढ़ती उम्र, खराब डाइट, मोटापा, डायबिटीज और स्मोकिंग को इसका प्रमुख कारण माना जाता है, लेकिन ऐसे कई और भी कारण हैं जिनके बारे में कम ही लोग जानते हैं। ऐसे छुपे हुए कारणों के बारे में बता रहे हैं, कार्डिएक साइसेंस, मैक्स स्मार्ट सुपर स्पेश्यिलिटी हॉस्पिटल, साकेत के प्रिंसिपल डायरेक्टर एंड यूनिट हेड डॉ. राजीव अग्रवाल:
वायु प्रदूषण (Air Pollution)
हवा में मौजूद प्रदूषण पैदा करने वाले पार्टिकल्स आपके ब्लड स्ट्रीम में प्रवेश कर जाते हैं और ब्लड प्रेशर को बढ़ा सकते हैं। इसलिए, दिल्ली के स्मॉग से बचें, यह सिर्फ ठंडक ही नहीं बढ़ाता, बल्कि सर्दियों में आपका बीपी भी बढ़ाता है। याद रखें, आप पूरे साल ही गाड़ियों के धुएं और धूल-मिट्टी से घिरे हुए होते हैं।
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स्लीप एप्निया
तेज खर्राटे लेना, दिन के समय आलस या नींद आना और मोटापा, स्लीप एप्निया के कारण हो सकता है। लेकिन नींद में सांस लेने के दौरान दिक्कत होने का मतलब है आपका बीपी बढ़ा हुआ है। वैसे इसका इलाज संभव है।
कुछ खास दवाइयां
मिडिल एज वाले लोग, जिन्हें कार्डियोवेस्कुलर समस्याएं हैं उनमें आईब्रूफेन, डिक्लोफेनॉक जैसे पेन किलर्स और एटोकॉक्सीब कॉम्बिनेशन भी हाई बीपी का कारण बन सकते हैं। इसलिए इन दवाओं का ज्यादा सेवन करने से बचना चाहिए। इसकी जगह दर्द के लिए आप पैरासिटामोल ले सकते हैं।
क्रॉनिक तनाव
काम और परिवार से जुड़े तनाव की वजह से थकान और बीपी बढ़ने की समस्या हो सकती है। नींद की गोलियां लेने से पहले अपने लाइफस्टाइल में बदलाव करने की कोशिश करें।
नींद की कमी
मिडिल एज में यह ब्लड प्रेशर बढ़ने का सबसे बड़ा कारण है, जिस पर लोग ध्यान नहीं देते। इसलिए रोजाना 6-8 घंटे की अच्छी नींद लें। देर रात टीवी देखने और स्नैकिंग करने से बचें।
प्रेग्नेंसी
इस दौरान जेस्टेशनल हाइपरटेंशन की समस्या हो सकती है, जोकि आगे जाकर हाई बीपी का कारण बन सकती है। ऐसे में बीपी पर लगातार नजर रखने की जरूरत होती है।
सेकंडहैंड स्मोक
यदि कोई घर पर ही स्मोक कर रहा है तो सेकेंडहैंड स्मोक की वजह से हाई ब्लड प्रेशर का खतरा बढ़ सकता है।
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