HIV के इंजेक्शन से लेकर सूअर की किडनी तक, साल 2024 में मेडिकल साइंस को मिली हैरान करने वाली जीत
साल 2024 (Year Ender 2024) मेडिकल साइंस के लिए काफी उपलब्धियों भरा रहा। बीते साल कई ऐसी तकनीकें खोजी गईं जिन्होंने कई गंभीर बीमारियों के इलाज को संभव कर दिखाया है। इनसे लाखों लोगों को उम्मीद की किरण मिली है। इस आर्टिकल में हम ऐसी ही कुछ उपलब्धियों के बारे में बता रहे हैं जिनसे मेडिकल के क्षेत्र में काफी मदद मिली है।
लाइफस्टाइल डेस्क, नई दिल्ली। Year Ender 2024: साल 2024 मेडिकल साइंस के लिए कई मायनों में एक मील का पत्थर साबित हुआ। इस साल वैज्ञानिकों ने अनेक नई खोजें कीं और कई बीमारियों के इलाज में नए आयाम स्थापित किए। आइए, 2024 में मेडिकल साइंस में हुई कुछ प्रमुख उपलब्धियों पर नजर डालते हैं।
भारत आई CAR-T Cell Therapy
साल 2024 से पहले कैंसर के मरीजों को CAR-T Cell Therapy के विदेश जाना पड़ता था, लेकिन बीते साल भारत में CAR-T Cell Therapy शुरू किया गया, वह भी 1/10 कीमत पर। मुंबई के अस्पताल में इसकी शुरुआत की गई। कैंसर के मरीजों के लिए यह वरदान बनकर सामने आया है। कैंसर का इलाज आमतौर पर काफी महंगा होता है, जिस वजह से कई लोग सही इलाज करवा नहीं पाते। हालांकि, CAR-T Cell Therapy का इस्तेमाल ज्यादातर ब्लड कैंसर के इलाज के लिए किया जाता है, लेकिन इससे ब्रेन कैंसर और ऑटोइम्यून डिजीज में भी इस्तेमाल किया जाता है।
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HIV का नया इलाज
साल 2024 में HIV के इलाज में एक बड़ी सफलता मिली। यह वायरस बेहद खतरनाक है और काफी समय से वैज्ञानिक इसके इलाज की खोज में लगे हुए थे। हालांकि, साल 2024 में वैज्ञानिकों ने एक नया इंजेक्शन विकसित किया जिसने HIV वायरस को कंट्रोल करने में काफी मदद मिल सकती है। इस इंजेक्शन का नाम है लेनकापाविर। इसे एक अमेरिकन कंपनी ने बनाया है। ट्रायल के दौरान इस इंजेक्शन को 96 फिसदी असरदार पाया गया। HIV मरीजों के जीवन को आसान बनाने में यह इंजेक्शन काफी मददगार साबित हो सकती है।
Organ Transplant में नई तकनीक
Organ Transplant के क्षेत्र में भी साल 2024 में एक बेहद नई तकनीक विकसित की गई। रिचर्ड स्लेमैन नाम के व्यक्ति में सूअर की किडनी ट्रांस्प्लांट की गई। हालांकि, दो महीने बाद उनकी बीमारी के लास्ट स्टेज के कारण उनकी मौत हो गई, लेकिन डॉक्टरों ने बताया कि ट्रांस्प्लांट के बाद रिचर्ड को डायलायसिस की जरूरत पड़नी बंद हो गई और वह अच्छी तरह रिकवर भी कर रहे थे। इंसानों में नॉन ह्यूमन ऑर्गन ट्रांस्प्लांट के क्षेत्र में यह बड़ी उपलब्धि है।
Cornea Transplant से लौटाई आंखों की रोशनी
जापान में आंखों के एक डॉक्टर ने डोनर के ब्लड से कॉर्नियल सेल्स बनाकर तीन लोगों में कॉर्निया ट्रांस्प्लांट किया। तीनों मरीजों की दृष्टि में इसके कारण काफी सुधार आया और कोई साइड इफेक्ट्स भी देखने को नहीं मिले। हालांकि, इस तकनीक पर अभी और ट्रायल होना बाकी है।
Gene Therapy से लौटी सुनने की शक्ति
यूके की एक 18 महीने की बच्ची, जो जन्म के समय से ही सुन नहीं सकती थी, उस पर जीन थेरेपी का पहला टेस्ट हुआ। 16 मिनट की सर्जरी के दौरान बच्ची के भीतरी कान में सही जीन को पहुंचाया गया, जिसके बाद वह लगभग पूरी तरह से सुनने में सक्षम है। इस थेरेपी की मदद से अब स्पेन, अमेरिका और यूके के कई बच्चों की मदद की जाएगी।
Alzheimer’s की पहचान
अल्जाइमर एक ऐसी बीमारी है जिसके इलाज के लिए वैज्ञानिक लंबे समय से कोशिश कर रहे हैं। 2024 में इस दिशा में एक अहम कदम उठाया गया। वैज्ञानिकों ने एक ऐसा ब्लड टेस्ट विकसित किया जिसके माध्यम से अल्जाइमर की बीमारी की पहचान बहुत आसानी से की जा सकती है।
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