नमक बन रहा है ‘साइलेंट किलर’, हार्ट अटैक का बढ़ जाता है जोखिम; किडनी को भी पहुंचा रहा नुकसान
ज्यादा नमक सिर्फ खाने का स्वाद ही नहीं बिगाड़ता बल्कि सेहत को भी नुकसान पहुंचाता है। हालांकि ज्यादातर भारतीय जरूरत से ज्यादा नमक खाते हैं (High Salt Consumption)। ज्यादा नमक खाने की वजह से कई गंभीर बीमारियां हो सकती हैं जो जानलेवा साबित होती हैं। आइए जानें ज्यादा नमक खाना कैसे नुकसान पहुंचाता है।

लाइफस्टाइल डेस्क, नई दिल्ली। क्या आप जानते हैं ज्यादातर भारतीय जरूरत से ज्यादा नमक खाते हैं? जी हां, वर्ल्ड हेल्थ ऑर्गेनाइजेशन के अनुसार, एक वयस्क को प्रतिदिन 5 ग्राम से कम नमक खाना चाहिए (High Salt Consumption), लेकिन भारत में यह मात्रा शहरी क्षेत्रों में 9.2 ग्राम और ग्रामीण इलाकों में 5.6 ग्राम तक पहुंच रही है।
लेकिन ज्यादा नमक खाने से धीरे-धीरे शरीर को कई बीमारियां घेरना शुरू कर देती हैं। इसलिए ज्यादा नमक खाना ‘साइलेंट किलर’ साबित हो सकता है। जी हां, ज्यादा मात्रा में नमक खाने से कई गंभीर बीमारियां (Side Effects of Salt) होने का रिस्क रहता है। आइए जानें ज्यादा नमक खाने के क्या नुकसान हो सकते हैं।
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ज्यादा नमक खाने के नुकसान
- हाई ब्लड प्रेशर- नमक में सोडियम की मात्रा ज्यादा होने से ब्लड प्रेशर बढ़ता है, जिससे दिल पर ज्यादा दबाव पड़ता है। लंबे समय तक हाइपरटेंशन बने रहने से हार्ट अटैक, आर्टरीज का सख्त होना और किडनी फेलियर जैसी समस्याएं हो सकती हैं।
- दिल की बीमारियां और स्ट्रोक का खतरा- ज्यादा नमक खाने से शरीर का फ्लूड बैलेंस बिगड़ता है, जिससे दिल को ज्यादा मेहनत करनी पड़ती है। इससे हार्ट अटैक और स्ट्रोक का खतरा बढ़ जाता है। भारत में दिल की बीमारियों के बढ़ते मामलों के पीछे नमक की ज्यादा खपत एक बड़ा कारण है।
- किडनी की बीमारियां- किडनी शरीर से एक्स्ट्रा सोडियम को फिल्टर करने का काम करती है। नमक की ज्यादा मात्रा किडनी पर दबाव डालती है, जिससे क्रोनिक किडनी डिजीज का खतरा बढ़ जाता है।
पैकेज्ड और प्रोसेस्ड फूड- छिपा हुआ नमक
बहुत से लोग सोचते हैं कि घर में खाने में नमक कम डालकर वे सुरक्षित हैं, लेकिन असलियत यह है कि पैकेज्ड फूड, चिप्स, नमकीन, सॉस, ब्रेड, अचार और फास्ट फूड में नमक की मात्रा बहुत ज्यादा होती है। यह "छिपा हुआ नमक" अनजाने में हमारे शरीर में पहुंचता रहता है और स्वास्थ्य को नुकसान पहुंचाता है।
कैसे कर सकते हैं बचाव?
- हेल्दी ऑप्शन अपनाना- सादा खाना, ताजे फल और सब्जियों की मात्रा बढ़ाकर नमक की मात्रा को कम किया जा सकता है।
- नमक के विकल्प- सेंधा नमक, काला नमक या हर्बल मसालों का इस्तेमाल करके साधारण नमक की खपत को कम किया जा सकता है।
ज्यादा नमक खाना एक साइलेंट महामारी के रूप में भारत में फैल रही है, जिससे लाखों लोग प्रभावित हो रहे हैं। अगर समय रहते इस पर ध्यान नहीं दिया गया, तो आने वाले सालों में दिल की बीमारियां, हाई ब्लड प्रेशर और किडनी की बीमारियों के मामले बढ़ सकते हैं। इसलिए, हेल्दी डाइट और जागरूकता के जरिए ही इसे रोका जा सकता है।

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