Diwali 2025: पटाखे पहुंचाते हैं आंखों को नुकसान, इस दीवाली इन 5 टिप्स से रखें आंखों को सुरक्षित
दीवाली का त्योहार रोशनी का उत्सव कहलाता है। इस दिन हम दिए जलाते हैं और खुशियां मनाते हैं। लेकिन पटाखों का धुआं हमारी आंखों को काफी नुकसान पहुंचा सकता है, खासकर बच्चों और बुजुर्गों की आंखों को। इसलिए दीवाली के मौके पर आंखों को सुरक्षित रखने के लिए कुछ बातों (Diwali Eye Safety Tips) का ध्यान रखना जरूरी है।

पटाखों से धुएं से आंखों में होती है जलन (Picture Courtesy: Freepik)
लाइफस्टाइल डेस्क, नई दिल्ली। दीवाली (Diwali 2025) का त्योहार रोशनी, खुशियों और उल्लास का प्रतीक है। लेकिन पटाखों से निकलने वाला गहरा धुआं हमारी दीवाली को काला बना सकता है। इससे निकलने वाले हानिकारक कण हमारी आंखों के लिए एक बड़ी समस्या बन सकते हैं।
पटाखे के धुएं में सल्फर डाइऑक्साइड, नाइट्रोजन ऑक्साइड और अन्य हानिकारक केमिकल होते हैं, जो आंखों में जलन, एलर्जी, खुजली और रेडनेस पैदा कर सकते हैं। कॉन्टेक्ट लेंस पहनने वालों, बुजुर्गों और छोटे बच्चों को इनसे और भी ज्यादा नुकसान हो सकता है। लेकिन कुछ छोटी-छोटी बातों (Diwali Eye Safety Tips) की मदद से आप अपनी आंखों को सुरक्षित रख सकते हैं। आइए जानें कैसे।
(Picture Courtesy: Freepik)
प्रोटेक्टिव ग्लासेज हैं जरूरी
जिस तरह पटाखे जलाते समय हम हाथों की सुरक्षा का ध्यान रखते हैं, उसी तरह आंखों के लिए प्रोटेक्टिव ग्लासेज पहनना बेहद जरूरी है। अगर आप चश्मा नहीं पहनते हैं, तो सनग्लासेज या एंटी-ग्लेयर चश्मे का इस्तेमाल कर सकते हैं। यह चश्मा आंखों को सीधे तौर पर धुएं के संपर्क में आने से बचाएगा और धुएं के साथ-साथ उड़ने वाले छोटे-छोटे कणों से भी सुरक्षा देगा। बाजार में मिलने वाले सेफ्टी गॉगल्स इस मामले में सबसे बेहतर होते हैं।
घर के अंदर रहें और खिड़कियां बंद रखें
अगर आपकी आंखें ज्यादा सेंसिटिव हैं या आपको कोई आंखों की बीमारी है, तो पटाखे जलाने के समय घर के अंदर ही रहने की कोशिश करें। खिड़कियां और दरवाजे बंद रखें, ताकि धुआं घर के अंदर न आ सके। अगर हो सके, तो एयर प्यूरीफायर का इस्तेमाल करें जो हवा में मौजूद हानिकारक कणों को फिल्टर कर देता है। रात में पटाखों का सबसे ज्यादा प्रदूषण होता है, इसलिए उस दौरान बाहर निकलने से बचें।
आई ड्रॉप्स का इस्तेमाल करें
पटाखों के धुएं से आंखों में ड्राईनेस और जलन की समस्या आम है। ऐसे में डॉक्टर से पूछकर लुब्रिकेटिंग आई ड्रॉप्स का इस्तेमाल फायदेमंद रहता है। यह आंखों में नमी बनाए रखते हैं और धुएं से होने वाली जलन को कम करते हैं। हालांकि, किसी भी आई ड्रॉप का इस्तेमाल करने से पहले डॉक्टर की सलाह जरूर लें। बिना डॉक्टर की सलाह के कोई भी मेडिकेटेड आई ड्रॉप इस्तेमाल न करें।
(Picture Courtesy: Freepik)
कॉन्टेक्ट लेंस की जगह चश्मा पहनें
जो लोग कॉन्टेक्ट लेंस पहनते हैं, उन्हें दीवाली के दिन चश्मा पहनना एक बेहतर ऑप्शन होगा। दरअसल, पटाखों के धुएं में मौजूद केमिकल कॉन्टेक्ट लेंस से चिपक सकते हैं, जिससे आंखों में गंभीर इन्फेक्शन होने का खतरा बढ़ जाता है। साथ ही, धुएं के कारण आंखें ड्राई हो जाती हैं, जिससे कॉन्टेक्ट लेंस आंखों में और जलन पैदा कर सकता है। इसलिए इस दिन लेंसेज की जगह चश्मा पहनना आरामदायक और सुरक्षित रहेगा।
आंखों को बार-बार न छुएं और साफ पानी से धोएं
अगर धुएं के संपर्क में आने के बाद आपकी आंखों में खुजली या जलन हो रही है, तो उन्हें बार-बार न रगड़ें। ऐसा करने से समस्या और बढ़ सकती है। इसके बजाय, आंखों को ठंडे और साफ पानी से हल्के हाथों से धो लें। साफ सूती कपड़े या टिशू पेपर से आंखों के आसपास के हिस्से को पोंछें। अगर जलन या रेडनेस बनी रहती है, तो तुरंत डॉक्टर से संपर्क करें।
कमेंट्स
सभी कमेंट्स (0)
बातचीत में शामिल हों
कृपया धैर्य रखें।