Cooking Oil से बढ़ रहा कोलन कैंसर का खतरा, नहीं बरती सावधानी तो जा सकती है जान
कुकिंग ऑयल कैंसर के खतरे को बढ़ावा दे रहा है। ज्यादातर युवा (Cooking Oil Causes Colon Cancer) कोलन कैंसर की चपेट में आ रहे हैं। कैंसर एक जानलेवा बीमारी है। समय पर बीमारी का पता लग जाने से इसका इलाज संभव हो जाता है। वहीं आपकी कुछ लापरवाही जान भी ले सकती है। आप खाने में देसी घी जैतून या नारियल का तेल इस्तेमाल कर सकते हैं।
लाइफस्टाइल डेस्क, नई दिल्ली। हमारे किचन में मौजूद मसाले और अनाज हमें कई तरह से फायदा पहुंचाते हैं। वहीं कुकिंग ऑयल कैंसर को बढ़ावा दे रहे हैं। एक नई रिसर्च में ये बात सामने आई है। कैंसर एक घातक और जानलेवा बीमारी है। माना जाता है कि अगर कैंसर के लक्षणों का शुरुआत में ही पता चल जाए तो सही समय पर इलाज हो सकता है। अगर इस बीमारी का देर में पता लगे तो कई मामलों में मौत भी देखी गई है। हालिया शोध से पता चला है कि हमारे किचन में माैजूद कुकिंग ऑयल कैंसर के जोखिम को बढ़ा रहा है।
गट नामक मेडिकल जर्नल में प्रकाशित इस शोध से पता चलता है कि खाना पकाने में इस्तेमाल होने वाले कुछ तेल, विशेष रूप से सीड ऑयल कैंसर (Cooking Oil Causes Colon Cancer) जैसी बीमारी को बढ़ावा दे रहे हैं। इसमें सूरजमुखी, अंगूर के बीज, कैनोला और मकई का तेल शामिल हैं जिससे कैंसर (Cooking Oil Health Risks) का खतरा लगातार बढ़ता जा रहा है। ये शोध 80 कोलन कैंसर के मरीजों पर किया गया।
शोधार्थियों ने की 81 कैंसर ट्यूमर सैंपल की जांच
इन मरीजों में बायोएक्टिव लिपिड्स (bioactive lipids) का लेवल हाई पाया गया। ये सीड ऑयल के टूटने से बनते हैं। 30 से 85 साल के बीच के इन मरीजों की 81 कैंसर ट्यूमर सैंपल की जांच की गई। शोध में ये खुलासा हुआ कि कैंसरस ट्यूमर में अधिक मात्रा में पाए गए लिपिड्स, सीड ऑयल के कारण थे। पुराने शोध से पहले ही खुलासा हो चुका था कि सीड ऑयल शरीर में सूजन का कारण बन सकते हैं।
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बायोएक्टिव लिपिड्स कैंसर को देता है बढ़ावा
हालांकि नए शोध में यह पाया गया कि सीड ऑयल के टूटने से बनने वाले बायोएक्टिव लिपिड्स न केवल कोलन कैंसर को तेजी से बढ़ाते हैं बल्कि शरीर को ट्यूमर से लड़ने से भी रोकते हैं। आपको बता दें कि सीड ऑयल में मौजूद ओमेगा-6 और पॉलीअनसैचुरेटेड फैटी एसिड्स डायबिटीज और दिल की बीमारी से जुड़े हो सकते हैं। अगर आप खाना पकाने में सीड ऑयल का ज्यादा इस्तेमाल कर रहे हैं तो निश्चित ही क्रॉनिक इंफ्लेमेशन हो सकता है। इस कारण कैंसर का खतरा ज्यादा देखा गया है।
बरतें ये सावधानी
शोध में ये निष्कर्ष निकला कि सीड ऑयल का ज्यादा इस्तेमाल करने से कैंसर, डायबिटीज और हृदय रोग जैसी गंभीर बीमारियों का जोखिम बढ़ सकता है। आप हेल्दी ऑप्शन का चयन कर सकते हैं जैसे देसी घी, नारियल तेल या जैतून के तेल। ये आपको फिट रखने में मदद करेंगे।
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Disclaimer: लेख में उल्लेखित सलाह और सुझाव सिर्फ सामान्य सूचना के उद्देश्य के लिए हैं और इन्हें पेशेवर चिकित्सा सलाह के रूप में नहीं लिया जाना चाहिए। कोई भी सवाल या परेशानी हो, तो हमेशा अपने डॉक्टर से सलाह लें।
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