क्या आपको भी हर पल आता है खाने का ख्याल? अगर हां तो Food Noise का हो रहे हैं शिकार, ऐसे करें मैनेज
खाना खाने के बाद भी कुछ ना कुछ खाने की तलब या बार-बार अपनी फेवरेट आइसक्रीम या कप केक का ख्याल आता है। वैसे तो इसका कोई तय नाम नहीं है लेकिन दिमाग में खाने के इस शोर या खाने की इस फीलिंग को फूड नॉइज कहा जाता है। आइए जानते हैं इससे बचने के क्या तरीके हैं।

लाइफस्टाइल डेस्क, नई दिल्ली। आपने खाना बनाने की तैयारी कर ली है और दिमाग में फूड ऐप के स्वादिष्ट डिशेज की तस्वीरें घूम रही हैं। कभी लगता है घर पर ही कुछ बना लिया जाए, फिर अगले ही मिनट फूड ऑर्डर करने का मन हो जाता है। खाने के बाद भी अगले खाने के बारे में सोचते रहते हैं या ज्यादातर समय आप बस खाने के बारे में ही सोचते रहते हैं, तो यह फूड नॉइज हो सकता है।
ये फूड नॉइज आपको हेल्दी खाने से रोकता है और वजन कम करने में भी रुकावट पैदा करता है। आइए जानते हैं इसके बारे में और इससे बचने के तरीकों के बारे में-
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लगातार चलती रहती है साइकिल
अगर आप डोनट, कैंडी, आइसक्रीम और नूडल्स जैसे प्रोसेस्ड फूड्स के अनहेल्दी विकल्प चुनते हैं, तो फूड नॉइज की यह साइकिल चलती रहती है, जो कभी खत्म नहीं होता। इसकी वजह से आप बार-बार ऐसी ही चीजें खाने की तरफ आकर्षित होते हैं।
हेल्दी वेट बनाए रखने में आती है परेशानी
हमेशा खाने के बारे में सोचने की वजह से वजन को कम करने या फिर एक हेल्दी वेट बनाए रखने का ख्याल कहीं पीछे छूट जाता है। फूड नॉइज की वजह से आपको हमेशा ही भूख का एहसास होता रहता है। ऐसा होने से आप मोटापे की शिकार हो सकते हैं और इसकी वजह से स्लीप एप्नीया, हाई ब्लड प्रेशर और हाई कोलेस्ट्रॉल जैसी परेशानियां भी हो सकती हैं।
ये चीजें बढ़ाती है फूड नॉइज
- बोरियत: साइकोलॉजिकल हंगर के मुख्य कारणों में बोरियत भी एक कारण है। बोरितयत होने पर आपका दिमाग सही तरीके से काम नहीं करता और आप कुछ ना कुछ खाकर उसे दूर करने की कोशिश करते हैं।
- तनाव: अगर खाने की कोई चीज आपको सुकून पहुंचाती है, तो आप बार-बार उसे ही खाना पसंद करते हैं, चाहे वो अनहेल्दी ही क्यों न हो। स्ट्रेस की स्थिति में ये और भी बढ़ जाता है।
बिना दवाओं के इस तरह दूर कर सकते हैं ये परेशानी
- तय समय पर खाएं: खाना नियमित समय पर खाएं और बीच-बीच में हेल्दी स्नैक्स भी लें। इससे खाने का एक पैटर्न बनेगा और आप बेवजह खाने के बारे में नहीं सोचेंगे।
- हेल्दी डाइट ही लें: अगर घर पर या आपके मील प्रेप में हेल्दी चीजें नहीं होंगी, तो जाहिर सी बात है आपका ध्यान बार-बार अनहेल्दी ऑप्शन की तरफ ही जाएगा। पूरे हफ्ते के लिए एक मील प्लानिंग करें और उसके अनुसार ही चीजें खरीदें।
- भूख लगने पर ही खाएं: भले ही परिवार या दोस्तों के साथ आउटिंग पर हों, तभी खाएं जब आपको भूख लगे। किसी दबाव में न खाएं इससे आप खाने के साथ बेहतर रिश्ता बना पाएंगे।
- बाकी एक्टिविटीज भी करें: यह बात याद रखें कि आप केवल खाने से ही स्वस्थ नहीं होते, आपकी एक्टिविटी का स्तर, मेंटल हेल्थ और कई चीजें भी मायने रखती हैं।
- अपना ध्यान कहीं और लगाए: खाने से ध्यान हटाने के लिए कुछ ऐसी एक्टिविटी करें, जिसे करने में आपको मजा आता हो। कोई हॉबी चुन लें या फिर अपनी सोसाइटी से जुड़ा कोई काम करें।
- मदद ले सकते हैं: अगर आपको लगता है कि फूड नॉइज को आप अकेले मैनेज नहीं कर पा रहे हैं, तो मदद लेने से पीछे न हटें। अपने डॉक्टर, किसी न्यूट्रिनिस्ट या फिर थैरेपिस्ट की मदद लें।
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