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    कोलेस्ट्रॉल के संकेत: जब पैरों में दिखने लगें 5 लक्षण, तो समझ जाइए बज चुकी है खतरे की घंटी

    क्या आपको पता है कि आपके पैरों में होने वाले छोटे-छोटे बदलाव आपकी हार्ट हेल्थ के बड़े राज खोल सकते हैं? आइए जानें कोलेस्ट्रॉल बढ़ने पर पैरों में कौन-कौन से लक्षण दिख सकते हैं। ध्यान रहे इन संकेतों (Cholesterol Warning Signs) को नजरअंदाज करने का मतलब है कि आप अपने शरीर के SOS सिग्नल को अनदेखा कर रहे हैं जिससे आने वाले वक्त में कई परेशानियां खड़ी हो सकती हैं।

    By Nikhil Pawar Edited By: Nikhil Pawar Updated: Wed, 26 Feb 2025 03:56 PM (IST)
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    Cholesterol Warning Signs: पैरों में दिखने लगें 5 लक्षण, तो समझ जाएं चुपके से बढ़ रहा है कोलेस्ट्रॉल (Image: Freepik)

    लाइफस्टाइल डेस्क, नई दिल्ली। Cholesterol Warning Signs: कोलेस्ट्रॉल का स्तर बढ़ना आजकल एक आम समस्या बन चुकी है, लेकिन इसके लक्षणों को पहचानना बहुत जरूरी है। आमतौर पर लोग कोलेस्ट्रॉल से जुड़े संकेतों को नजरअंदाज कर देते हैं, लेकिन क्या आप जानते हैं कि आपके पैरों में दिखने वाले कुछ बदलाव आपके बढ़े हुए कोलेस्ट्रॉल का संकेत हो सकते हैं?

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    अगर आपके पैरों में ये 5 लक्षण (Cholesterol Symptoms In Legs) दिखने लगें, तो तुरंत सतर्क हो जाइए, क्योंकि यह आपके दिल और धमनियों के लिए गंभीर खतरे की घंटी बजा सकता है। आइए जानते हैं कि कोलेस्ट्रॉल बढ़ने पर पैरों में कौन-कौन से बदलाव दिख सकते हैं।

    पैरों में लगातार सुन्नपन या झुनझुनी

    अगर आपके पैरों में बार-बार झुनझुनी या सुन्नपन महसूस हो रहा है, तो यह खराब ब्लड फ्लो (poor blood circulation) का संकेत हो सकता है। जब धमनियों में कोलेस्ट्रॉल का जमाव हो जाता है, तो यह खून का प्रवाह को बाधित कर सकता है, जिससे पैरों तक ऑक्सीजन और पोषक तत्व नहीं पहुंच पाते। यह समस्या धीरे-धीरे बढ़ सकती है और नसों को प्रभावित कर सकती है।

    पैरों में ठंडापन महसूस होना

    अगर आपको बिना किसी ठंडी जगह पर रहने के भी पैरों में ठंडक महसूस होती है, तो यह संकेत हो सकता है कि आपके पैरों तक सही मात्रा में खून नहीं पहुंच पा रहा है। यह आमतौर पर तब होता है जब धमनियों में प्लाक (cholesterol plaque) जमा हो जाता है और ब्लड फ्लो धीमा पड़ जाता है।

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    पैरों में दर्द या ऐंठन

    रात में सोते समय या चलते-फिरते समय पैरों में बार-बार ऐंठन या दर्द होना, खासकर पिंडलियों में, यह संकेत दे सकता है कि धमनियां संकरी हो गई हैं और ब्लड सर्कुलेशन प्रभावित हो रहा है। इसे 'पेरिफेरल आर्टरी डिजीज' (PAD) कहा जाता है, जो हाई कोलेस्ट्रॉल के कारण हो सकता है।

    पैरों की त्वचा का रंग बदलना

    अगर आपके पैरों की त्वचा पीली या नीली पड़ रही है, तो यह संकेत हो सकता है कि ब्लड सर्कुलेशन सुचारू रूप से नहीं हो रहा है। खराब ब्लड फ्लो के कारण त्वचा का रंग हल्का पड़ सकता है या पैरों में धब्बे आ सकते हैं। अगर यह लक्षण लंबे समय तक बना रहे, तो डॉक्टर से सलाह जरूर लें।

    पैरों में घाव भरने में देरी

    अगर आपके पैरों में कोई छोटा-सा घाव या कट लगा है और वह जल्दी नहीं भर रहा, तो यह एक गंभीर संकेत हो सकता है। उच्च कोलेस्ट्रॉल के कारण ब्लड सर्कुलेशन धीमा हो जाता है, जिससे घावों के ठीक होने की प्रक्रिया प्रभावित होती है। अगर आपको पैरों में ऐसे घाव दिखें जो ठीक होने में असामान्य रूप से ज्यादा समय ले रहे हैं, तो यह खतरे की घंटी हो सकती है।

    कैसे करें कोलेस्ट्रॉल को कंट्रोल?

    अगर आपके पैरों में ये लक्षण दिख रहे हैं, तो सबसे पहले आपको अपने कोलेस्ट्रॉल लेवल का टेस्ट करवाना चाहिए। इसके अलावा, यहां कुछ आसान तरीके दिए गए हैं जिनसे आप कोलेस्ट्रॉल को नियंत्रित कर सकते हैं।

    • हेल्दी डाइट अपनाएं: फाइबर से भरपूर फल और सब्जियां खाएं और ट्रांस फैट से बचें।
    • एक्सरसाइज करें: रोजाना कम से कम 30 मिनट टहलें या योग करें।
    • स्मोकिंग और शराब से बचें: ये दोनों चीजें ब्लड वेसल्स को नुकसान पहुंचा सकती हैं।
    • खूब पानी पिएं: पानी शरीर से टॉक्सिन्स को बाहर निकालने में मदद करता है।
    • डॉक्टर से रेगुलर टेस्ट करवाएं: समय-समय पर अपने कोलेस्ट्रॉल स्तर की जांच करवाएं।

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    Disclaimer: लेख में उल्लेखित सलाह और सुझाव सिर्फ सामान्य सूचना के उद्देश्य के लिए हैं और इन्हें पेशेवर चिकित्सा सलाह के रूप में नहीं लिया जाना चाहिए। कोई भी सवाल या परेशानी हो, तो हमेशा अपने डॉक्टर से सलाह लें।