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    पेरेंट्स के लिए जरूरी खबर! बच्चों को Cancer और Heart Disease जैसी बीमारियां दे रहा उनका बिस्तर

    Updated: Sat, 19 Apr 2025 12:54 PM (IST)

    अपने बच्चे को सुकून की नींद देने के लिए पेरेंट्स उन्हें आरामदायक बिस्तर देते हैं लेकिन क्या होगा जब उनका यही बिस्तर उन्हें गंभीर बीमारियां देने लगे। हाल ही में एक स्टडी में पता चला कि बच्चों का बिस्तर कैंसर और हार्ट डिजीज जैसी गंभीर बीमारियों की वजह बन सकता है। आइए जानते हैं इस ताजा स्टडी के बारे में विस्तार से।

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    बच्चों को बीमार बना रहा उनका बिस्तार (Picture Credit- Freepik)

    लाइफस्टाइल डेस्क, नई दिल्ली। अपने बच्चों को हर तरह का फम्फर्ट और केयर देने के लिए पेरेंट्स हर जरूरी काम करते हैं। वह उनकी हर एक छोटी-बड़ी जरूरतों का ध्यान रखते हैं और उन्हें हर परेशानी से दूर रखने को कोशिश करते हैं। बच्चे को हर सुख-सुविधा देने के लिए ही पेरेंट्स आरामदायक और सॉफ्ट गद्दे और बिस्तर का इस्तेमाल करते हैं, ताकि उन्हें किसी तरह की कोई परेशानी न हों।

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    हालांकि, हाल ही में सामने आई एक स्टडी में पता चला कि शिशुओं और बच्चों के गद्दे और बिस्तर डेवलेपमेंट्ल और हार्मोनल डिसऑर्डर से जुड़े जहरीले केमिकल और अग्निरोधी पदार्थ रिलीज करते हैं। आइए जानते हैं इस स्टडी के बारे में विस्तार से-

    क्या कहती है स्टडी?

    जर्नल एनवायरनमेंटल साइंस एंड टेक्नोलॉजी में पब्लिश्ड इस स्टडी में पता चला कि बच्चों की सोने वाली जगहों के पास दो दर्जन से ज्यादा हानिकारक केमिकल्स का लेवल काफी बढ़ा हुआ था। इन केमिकल्स में फेथलेट्स, फ्लेम रिटार्डेंट्स और यूवी स्टेबलाइजर शामिल थे। ये पदार्थ न्यूरोटॉक्सिक हैं, जो डेवलेपमेंटल और हार्मोनल समस्याओं से जुड़े हैं।

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    टोरंटो विश्वविद्यालय में अर्थ साइंसेज डिपोर्टमेंट में प्रोफेसर और स्टडी के सीनियर लेखक मिरियम डायमंड के मुताबिक, " 6 महीने से 4 साल की उम्र के 25 बच्चों के बेडरूम की हवा में केमिकल को मापा और इसमें दो दर्जन से ज्यादा हानिकारक केमिकल चिंताजनक स्तर में पाए।

    क्या थी इसकी वजह?

    इसकी वजह पता लगाने के लिए डायमंड की टीम द्वारा 16 नए बच्चों के गद्दों का परीक्षण किया गया और पाया गया कि वे जोखिम का एक प्रमुख सोर्स हैं। टीम ने पाया कि सोते हुए बच्चे के शरीर की गर्मी और वजन इन केमिकल्स के उत्सर्जन को बढ़ा सकता है। हालांकि, शोधकर्ताओं ने अपने इस अध्ययन में ब्रांड का नाम शामिल नहीं किया, लेकिन उन्होंने यह बताया कि वे प्रमुख रिटेल स्टोर्स पर मिलने वाले मशहूर और कम कीमत वाले गद्दे थे।

    किन बीमारियों का कारण बनते हैं ये केमिकल?

    नेशनल इंस्टीट्यूट ऑफ एनवायर्नमेंटल हेल्थ साइंसेज के अनुसार, फेथलेट्स समय से पहले प्यूबर्टी, रिप्रोडक्शन संबंधी समस्याओं, जेनिटल्स डिफेक्ट्स, हार्मोन संबंधी समस्याओं और अन्य समस्याओं से का कारण बन सकते हैं।

    रिसर्च के मुताबिक, थैलेट्स रिप्रोडक्शन संबंधी समस्याओं को ट्रिगर कर सकते हैं, जैसे कि नवजात लड़कों में जेनिटल डिसऑर्डर और वयस्क पुरुषों में स्पर्म की संख्या और टेस्टोस्टेरोन के कम स्तर का कारण बन सकता है। स्टडी ने थैलेट्स को बचपन में मोटापा, अस्थमा, दिल से जुड़ी समस्याओं, समय से पहले मौत और कैंसर से भी जोड़ा है।

    क्या है ऐसे गद्दों का हेल्दी विकल्प?

    संभावित रूप से जहरीले रसायन बच्चों के कुछ प्रोडक्ट्स में इतने ज्यादा इस्तेमाल किए जाते हैं कि माता-पिता के लिए सुरक्षित विकल्प चुनना बहुत मुश्किल हो सकता है। हालांकि, जब बात गद्दों की आती है, तो पुराने सूती यानी कॉटन के गद्दे पर स्विच करना एक हेल्दी ऑप्शन हो सकता है।

    ये गद्दे केमिकल वाले गद्दों के लिए एक हेल्दी ऑप्शन हो सकते हैं, खासतौर से पॉलीयुरेथेन फोम से बने गद्दे। कपास यानी कॉटन एक नेचुरल फाइबर है, जो इसे पर्यावरण के अनुकूल और सांस लेने योग्य विकल्प की तलाश करने वालों के लिए एक अच्छा विकल्प बनाता है।

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    Source

    • ACS Publications: https://pubs.acs.org/doi/10.1021/acs.estlett.5c00051