Back Image

Trending

    Move to Jagran APP
    pixelcheck

    बच्चों को मोबाइल थमाने से पहले, जान लें इसके खतरनाक नतीजे; बाद में पछताना भी जाएगा बेकार

    Updated: Tue, 18 Feb 2025 02:50 PM (IST)

    आज के समय में मोबाइल फोन हमारी जिंदगी का अहम हिस्सा बन चुका है। चाहे वह काम हो पढ़ाई हो या फिर मनोरंजन मोबाइल हर जगह हमारे साथ होता है लेकिन क्या आपने कभी सोचा है कि जब हम अपने बच्चों को मोबाइल थमा देते हैं तो इसका उन पर क्या असर (Dangers Of Mobile Phones For Kids) पड़ता है? आइए जानें यह कैसे उनके बचपन को बर्बाद करता है।

    Hero Image
    Dangers Of Mobile Phones For Kids: बच्चों को मोबाइल फोन देने के नुकसान (Image Source: Freepik)

    लाइफस्टाइल डेस्क, नई दिल्ली। Dangers Of Mobile Phones For Kids: आजकल मोबाइल फोन हर किसी की जरूरत बन गया है, लेकिन क्या आपने कभी सोचा है कि यह बच्चों के लिए कितना खतरनाक हो सकता है? कई माता-पिता बच्चों को बिजी रखने के लिए मोबाइल थमा देते हैं, लेकिन वे यह भूल जाते हैं कि इससे उनके मानसिक और शारीरिक विकास पर गहरा असर पड़ सकता है। अगर आप भी अपने बच्चे को मोबाइल देते हैं, तो पहले इन खतरनाक नतीजों (Effects Of Screen Time On Children) के बारे में जरूर जान लें।

    विज्ञापन हटाएं सिर्फ खबर पढ़ें

    बच्चों की मेंटल हेल्थ पर असर

    मोबाइल फोन का ज्यादा इस्तेमाल बच्चों की मानसिक सेहत को नुकसान पहुंचा सकता है। स्क्रीन पर लगातार समय बिताने से उनकी एकाग्रता कमजोर हो सकती है, जिससे पढ़ाई और अन्य एक्टिविटीज में उनका ध्यान भटक सकता है। इसके अलावा, ज्यादा मोबाइल इस्तेमाल करने वाले बच्चे चिड़चिड़े और गुस्सैल हो सकते हैं।

    नींद की समस्या

    बच्चों को देर रात तक मोबाइल देखने की आदत हो जाती है, जिससे उनकी नींद पर असर पड़ता है। मोबाइल की ब्लू लाइट मेलाटोनिन हार्मोन को प्रभावित करती है, जो नींद को कंट्रोल करता है। इससे बच्चों की नींद पूरी नहीं हो पाती और वे दिनभर थकान महसूस करते हैं।

    यह भी पढ़ें- रोज 5 मिनट 3 Mental Exercises करने से खुल जाएंगे बंद दिमाग के ताले, AI की तरह काम करने लगेगा ब्रेन

    आंखों पर बुरा असर

    मोबाइल स्क्रीन से निकलने वाली रेडिएशन और ब्लू लाइट बच्चों की नाजुक आंखों को नुकसान पहुंचा सकती है। इससे आंखों में जलन, पानी आना और धुंधला दिखने जैसी समस्याएं हो सकती हैं। अगर बचपन से ही मोबाइल का अधिक उपयोग किया जाए, तो आगे चलकर चश्मा लगाने की नौबत आ सकती है।

    फिजिकल एक्टिविटी में कमी

    मोबाइल में व्यस्त रहने वाले बच्चे आउटडोर गेम्स नहीं खेलते, जिससे उनकी फिजिकल एक्टिविटीज कम हो जाती हैं। इसका सीधा असर उनकी सेहत पर पड़ता है और वे मोटापे जैसी समस्याओं का शिकार हो सकते हैं। इसके अलावा, लगातार बैठकर मोबाइल देखने से उनकी रीढ़ की हड्डी और गर्दन पर भी प्रभाव पड़ता है।

    सोशल स्किल्स पर असर

    मोबाइल की लत बच्चों को सामाजिक रूप से कमजोर बना सकती है। वे दोस्तों और परिवार के साथ बातचीत करने की बजाय मोबाइल में व्यस्त रहते हैं। इससे उनके कम्युनिकेशन स्किल्स और कॉन्फिडेंस पर नेगेटिव असर पड़ सकता है।

    कैसे करें मोबाइल के यूज को कंट्रोल?

    • बच्चों को मोबाइल देने के बजाय उन्हें आउटडोर गेम्स और क्रिएटिव एक्टिविटीज में शामिल करें।
    • मोबाइल के इस्तेमाल के लिए टाइम फिक्स करें और उसे सख्ती से फॉलो करवाएं।
    • सोने से कम से कम एक घंटे पहले बच्चों का मोबाइल इस्तेमाल बंद करवा दें।
    • बच्चों को टेक्नोलॉजी का सही तरीके से इस्तेमाल करना सिखाएं, ताकि वे इसका सही यूज कर सकें।

    यह भी पढ़ें- ब्रेकफास्ट में Muesli खाने के हैं 6 जबरदस्त फायदे, हेल्दी रहता है हार्ट; वेट लॉस भी हो जाता है आसान

    Disclaimer: लेख में उल्लेखित सलाह और सुझाव सिर्फ सामान्य सूचना के उद्देश्य के लिए हैं और इन्हें पेशेवर चिकित्सा सलाह के रूप में नहीं लिया जाना चाहिए। कोई भी सवाल या परेशानी हो, तो हमेशा अपने डॉक्टर से सलाह लें।