लगातार सिरदर्द होने के साथ दिखाई दें ये 5 परेशानियां, तो तुरंत भागें डॉक्टर के पास
क्या आपके सिर में भी अक्सर दर्द (Persistent Headache) रहता है? अगर हां तो इसे मामूली थकान या स्ट्रेस से जोड़कर मत देखिए। कई बार लगातार होने वाला सिरदर्द कुछ गंभीर बीमारियों का इशारा हो सकता है खासकर अगर सिरदर्द के साथ कुछ और लक्षण भी दिखाई दें। आइए जानें क्या हैं वे लक्षण।

लाइफस्टाइल डेस्क, नई दिल्ली। सिरदर्द एक आम समस्या है जिससे लगभग हर कोई कभी न कभी परेशान होता है। आमतौर पर स्ट्रेस, नींद की कमी, थकान या डिहाइड्रेशन के कारण (Causes of Headache) सिरदर्द होता है। इसलिए लोग इसे ज्यादा गंभीरता से नहीं लेते।
लेकिन कुछ मामलों में यह किसी गंभीर समस्या का संकेत हो सकता है। जी हां, अगर आपके सिर में भी लगातार दर्द रहता है, तो यह एक गंभीर संकेत (Causes of Persistent Headache) हो सकता है। खासकर, अगर सिरदर्द के साथ कुछ खास लक्षण दिखाई दें, तो इन्हें बिलकुल भी नजरअंदाज नहीं करना चाहिए और तुरंत डॉक्टर से सलाह लेनी चाहिए। आइए जानें क्या हैं वे संकेत।
सिरदर्द की प्रकृति या इंटेंसिटी में अचानक बदलाव
अगर आपको लगातार सिरदर्द होता है, लेकिन उसके पैटर्न या दर्द की इंटेंसिटी में अचानक बहुत बड़ा बदलाव आया है, तो यह चिंता का विषय है। जैसे कि अगर आपको हमेशा हल्का-फुल्का दर्द होता था, लेकिन अचानक वह बहुत तेज हो गया है, या फिर दर्द का स्थान बदल गया है। इसे "थंडरक्लैप हेडेक" भी कहा जाता है, जो कि एकदम से बहुत तेज दर्द के साथ शुरू होता है। यह किसी गंभीर स्थिति जैसे ब्रेन हैमरेज का संकेत हो सकता है।
सिरदर्द के साथ दिखने या सुनने में समस्या
अगर सिरदर्द के दौरान या उससे पहले आपको धुंधला दिखाई दे, डबल विजन हो, आंखों के आगे अंधेरा छाने लगे, या कानों में तेज घंटी बजने जैसी आवाजें सुनाई दें, तो यह माइग्रेन के अलावा किसी और गंभीर न्यूरोलॉजिकल समस्या का लक्षण हो सकता है। ये लक्षण ब्रेन ट्यूमर, स्ट्रोक, या दिमाग में प्रेशर बढ़ने के कारण भी हो सकते हैं।
बुखार, गर्दन में अकड़न या उल्टी के साथ सिरदर्द
सिरदर्द अगर तेज बुखार, गर्दन में अकड़न और उल्टी के साथ हो, तो यह मेनिनजाइटिस जैसे खतरनाक इन्फेक्शन का संकेत हो सकता है। मेनिनजाइटिस दिमाग और स्पाइनल कॉर्ड के सेल्स में होने वाली सूजन है, जो जानलेवा भी हो सकती है। इसके अलावा, यह लक्षण एन्सेफलाइटिस या किसी अन्य गंभीर इन्फेक्शन के भी हो सकते हैं। ऐसे में तुरंत इलाज बेहद जरूरी है।
50 साल की उम्र के बाद नया सिरदर्द शुरू होना
आमतौर पर उम्र बढ़ने के साथ सिरदर्द की समस्या कम होने लगती है। इसलिए अगर 50 वर्ष की उम्र के बाद आपको अचानक से एक नया और लगातार सिरदर्द शुरू हो जाए, तो इसे हल्के में न लें। यह उम्र से जुड़ी कुछ गंभीर स्थितियों जैसे टेम्पोरल आर्टेराइटिस, किसी ब्लड वेसल में समस्या, या किसी अन्य अंदरूनी बीमारी का संकेत हो सकता है।
कमजोरी, सुन्नपन या बैलेंस खोने के साथ सिरदर्द
सिरदर्द के साथ शरीर के किसी एक हिस्से में कमजोरी, सुन्नपन या झुनझुनी महसूस होना, बोलने में परेशानी होना, या शरीर का बैलेंस बिगड़ना बहुत ही खतरनाक संकेत हैं। ये लक्षण स्ट्रोक या दिमाग में खून के थक्के जमने के शुरुआती लक्षण हो सकते हैं। ऐसी स्थिति में हर मिनट कीमती होता है और तुरंत इमरजेंसी मेडिकल हेल्प लेनी चाहिए।
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Disclaimer: लेख में उल्लिखित सलाह और सुझाव सिर्फ सामान्य सूचना के उद्देश्य के लिए हैं और इन्हें पेशेवर चिकित्सा सलाह के रूप में नहीं लिया जाना चाहिए। कोई भी सवाल या परेशानी हो तो हमेशा अपने डॉक्टर से सलाह लें।
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