कैल्शियम की कमी होने पर शरीर में नजर आते हैं ये 5 लक्षण, इन संकेतों को नजरअंदाज करना पड़ जाएगा भारी
क्या आप भी सोचते हैं कि कैल्शियम सिर्फ हड्डियों के लिए जरूरी है? अगर हां, तो आपको जान लेना चाहिए कि कैल्शियम हमारे हार्ट और नर्वस सिस्टम के लिए भी काफी जरूरी है। इसलिए शरीर में इसकी कमी होना खतरनाक साबित हो सकता है। आइए जानें किन लक्षणों (Calcium Deficiency Signs) से कैल्शियम की कमी का पता लगा सकते हैं।
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कहीं शरीर में कम तो नहीं हो गया है कैल्शियम? (Picture Courtesy: Freepik)
लाइफस्टाइल डेस्क, नई दिल्ली। क्या आप जानते हैं कैल्शियम हमारी हड्डियों की मजबूती के लिए तो जरूरी है ही, लेकिन यह और भी कई जरूरी फंक्शन करता है? जी हां, मसल्स के कॉन्ट्रेक्शन, नर्वस सिस्टम और हार्ट बीट कंट्रोल करने में भी कैल्शियम अहम भूमिका निभाता है। इसलिए जब शरीर में इसकी कमी हो जाती है, तो एक नहीं कई तरह की परेशानियां (Calcium Deficiency Early Signs) शुरू हो सकती हैं।
कैल्शियम की कमी के लक्षण (Calcium Deficiency Symptoms) शुरुआत में सामान्य लग सकते हैं, लेकिन समय रहते ध्यान न दिया जाए, तो यह गंभीर रूप ले सकता है। इसलिए इसकी कमी की जल्दी पहचान करना जरूरी है। आइए जानें किन लक्षणों की मदद से कैल्शियम की कमी का पता लगाया जा सकता है।
हड्डियों में दर्द और मांसपेशियों में ऐंठन
यह कैलशियम की कमी का सबसे सामान्य लक्षण है। हमारे शरीर का 99% कैलशियम हमारी हड्डियों और दांतों में जमा रहता है, इसकी कमी का सीधा असर इन पर पड़ता है। हड्डियां कमजोर होने लगती हैं, जिससे लगातार दर्द बना रह सकता है। साथ ही, कैलशियम मांसपेशियों के कॉन्ट्रेक्शन और रिलैक्शेशन के लिए भी जरूरी होता है। इसकी कमी होने पर मांसपेशियों में अकड़न, ऐंठन, और खिंचाव की समस्या हो सकती है। जांघों, बाहों और बगल के हिस्से में यह ऐंठन खासतौर से महसूस हो सकती है।
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थकान और कमजोरी
अगर बिना किसी खास मेहनत के भी आप हमेशा थका-थका सा महसूस करते हैं और शरीर में सुस्ती और कमजोरी बनी रहती है, तो यह कैलशियम की कमी का संकेत हो सकता है। कैलशियम शरीर में एनर्जी मेटाबॉलिज्म में अहम भूमिका निभाता है। इसकी कमी से एनर्जी लेवल कम हो जाता है, जिसके कारण चिड़चिड़ापन, स्ट्रेस और फोकस में कमी जैसी समस्याएं भी देखी जा सकती हैं।
नाखून और त्वचा पर असर
कैलशियम की कमी के कारण नाखून कमजोर और रूखे हो जाते हैं। उन पर सफेद दाग दिखाई दे सकते हैं और वे आसानी से टूटने लगते हैं। इसी तरह, त्वचा रूखी और बेजान नजर आ सकती है। कैलशियम स्किन को रिजुविनेट करने के लिए भी जरूरी हा। इसलिए इसकी कमी के कारण त्वचा से जुड़ी समस्याएं भी हो सकती हैं।
दांतों की समस्याएं
जिस तरह हड्डियां प्रभावित होती हैं, उसी तरह दांत भी कैलशियम की कमी से अछूते नहीं रहते। दांतों का कमजोर होना, मसूड़ों में सूजन, दांतों में सड़न की समस्या बढ़ना और जड़ों का कमजोर होना कैलशियम की कमी के लक्षण हो सकते हैं। बच्चों में तो इसकी कमी दांतों के विकास को भी प्रभावित कर सकती है।
न्यूरोलॉजिकल समस्याएं
कैलशियम नर्वस सिस्टम के सही ढंग से काम करने के लिए बेहद जरूरी है। यह नर्वस में सिग्नल्स के ट्रांसमिशन में मदद करता है। जब शरीर में इसकी मात्रा कम हो जाती है, तो इसका सीधा असर नसों पर पड़ता है। इसके कारण हाथ-पैरों और उंगलियों में सुन्नपन, झनझनाहट या सुई चुभने जैसा अहसास हो सकता है। गंभीर मामलों में मांसपेशियों में खिंचाव, याददाश्त में कमी और यहां तक कि दौरे भी पड़ सकते हैं।

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